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संत पापा फ्रांसिस और किम जोंग संत पापा फ्रांसिस और किम जोंग 

उत्तरी कोरिया विश्व हेतु खुला

बृहस्पतिवार को सिनॉड विज्ञाप्ति के मुख्य बिन्दु कोरिया में शांति स्थापना की आशा, चीनों के “धर्माध्यक्ष की उपस्थिति” और कलीसिया में युवाओं की उपस्थिति थे।

दिलीप संजय एक्का-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, शुक्रवार, 12 अक्तूबर 2018 (रेई)  युवाओं पर चल रहे सिनॉड के गुरूवारीय प्रेस ब्रीफिंग में कोरिया में शांति स्थापना की आशा, चीन के “धर्माध्यक्ष की उपस्थिति” और कलीसिया में युवाओं की उपस्थिति पर प्रकाश डाला गया।

“उत्तरी कोरिया अपने को विश्व के लिए खोलने हेतु तैयार है”, ठीक एक साल पहले हमें युद्ध का भय था, लेकिन हम पवित्र आत्मा के प्रति शुक्रगुजार हैं क्योंकि उनकी प्रेरणा से दोनों कोरियाई देशों के बीच की स्थिति अभी पूर्णतः बदल गई है।” उक्त बातें डाइजॉन के धर्माध्यक्ष लज्जारो यू हेयूंग-रिक ने गुरूवार को वाटिकन प्रेस कार्यालय में “युवा, विश्वास और बुलाहटीय आत्मपरिक्षण” की विषयवस्तु पर चल रही युवाओं पर धर्माध्यक्षीय धर्मसभा के प्रेस ब्रीफिंग के दौरान कही। प्रेस ब्रीफिंग के पूर्व, वाटिकन और धर्माध्यक्षीय धर्मसभा के संचार विभाग के अध्यक्ष पॉलो रुफीनी ने संवाददाताओं को, सभा की जानकारी देते हुए आत्मपरीक्षण की प्रक्रिया, पीढियों से संबंध, यूखारीस्तीय धर्मविधि की सुन्दरता, युवाओं की गतिशीलता और लोकधर्मियों की सहभागिता जैसे विभिन्न मुद्दों पर प्रकाश डाला।

कोरियाई प्रायद्वीप में पवित्र आत्मा

संवाददाताओं के सवालों का उत्तर देते हुए कोरिया के धर्माध्यक्ष ने इस बात की पुष्टि की कि प्यॉंगयांग में पोप फ्रांसिस की सम्भावित यात्रा, शांति और कोरियाई प्रायद्वीप पर सुलह के लिए एक बड़ा कदम होगा। हाल के दिनों में, वास्तव में, ब्लू हाउस, दक्षिण कोरिया राष्ट्रपति निवास के प्रवक्ता ने इस बात की घोषणा की कि राष्ट्रपति किम जोंन-इन द्वारा 18 अक्टूबर को वाटिकन की यात्रा के दौरान संत पापा फ्रांसिस को कोरिया की प्रेरितिक यात्रा का निमंत्रण प्रस्तुत करेंगे। धर्माध्यक्ष लाज्जारो ने इस बात को स्वीकारा कि इस संदर्भ में बहुत के कार्य करने हैं, और बहुत-सी चीजों को बदलने की जरूरत है, विशेष कर “धार्मिक स्वतंत्रता” को लेकर, लेकिन प्यॉंगयांग अपने में नवीनता को धारण करने हेतु तैयार है। धर्माध्यक्ष जिन्होंने चार मानवतावादी सहायक कार्यों के अवसरों पर दक्षिणी कोरिया की यात्रा की है, इस बात पर जोर दिया कि दोनों देशों को एक साथ मिलकर कार्य करने की जरुरत है। उन्होंने कहा, “पवित्र आत्मा हमें मिलकर आगे बढ़ने हेतु सहायता कर रहा है।”   

चीनी धर्माध्यक्षों की उपस्थिति, भ्रातृत्व प्रेम की निशानी

प्रेस विज्ञाप्ति के दौरान विभिन्न मुद्दों पर प्रकाश डालने के क्रम में इस बार पर जोऱ दिया गया कि सिनॉड में चीनी धर्माध्यक्षों जुसेपे गुओ जिंकाई और जोन बैपटिस्ट यांग योओटिंगकी की उपस्थिति कलीसिया में भ्रातृत्व प्रेम की झलक प्रस्तुत करती है। वाटिकन और लोकतंत्रगणराज्य चीन के मध्य अस्थायी समझौते पर हस्तक्षर हमारे लिए “आपार खुशी” की निशानी है क्योंकि यह न केवल चीन वरन् पूरे विश्व के लिए एक “नई आशा” को जन्म देती है। 

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12 October 2018, 17:13