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सिनॉड में भाग लेते युवा सिनॉड में भाग लेते युवा 

हमें क्षमा मांगनी चाहिए, सिनॉड धर्माध्यक्ष

युवाओं पर धर्माध्यक्षीय धर्मसभा की सोमवार की प्रेस ब्रीफिंग में, धर्माध्यक्षों ने कहा कि हमने जिस तरह के विश्व का निर्माण किया है उसके लिए कलीसिया को युवाओं से क्षमा मांगनी चाहिए।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

सिनॉड दस्तावेज के प्रथम मसौदे को अंतिम रूप दिये जाने की तैयारी में सोमवार को सभा का कोई सत्र नहीं हुआ। मसौदा को मंगलवार की महासभा में प्रस्तुत किया जाएगा जिसपर मंगलवार एवं बुधवार को बहस की जाएगी। उसके बाद उसे अंतिम रूप दिये जाने के उपरांत बृहस्पतिवार को सिनॉड धर्माचार्यों का अवकाश रहेगा।

शुक्रवार को सिनॉड के सदस्य सिनॉड की नई समिति का चुनाव करेंगे। शनिवार को अंतिम दस्तावेज को धर्माध्यक्षों के सामने प्रस्तुत किया जाएगा। वे उसके हर परिच्छेद पर वोट करेंगे। दस्तावेज को पास करने के लिए दो तिहाई बहुमत की आवश्यकता है।  

हमें क्षमा मांगना चाहिए

तुर्की के धर्माध्यक्ष पाओलो बीज्जेती येसु समाजी ने प्रेस ब्रीफिंग में कहा कि वे उस दुनिया के बारे सोच रहे थे जो युवाओं के लिए निर्मित की गयी है। उन्होंने कहा कि हमने एक जीने योग्य दुनिया तैयार नहीं की है जिसमें युवा काम कर सकें, अपने आपको व्यक्त कर सकें तथा अपनी क्षमताओं को अजमा सकें। हमें युवाओं से क्षमा मांगनी चाहिए क्योंकि हमने एक ऐसी दुनिया का निर्माण किया है जिसमें वे कई संभवनाओं से वंचित हो गये हैं।

मन-परिवर्तन

संत डॉन बोस्को सलेशियन धर्मसमाज के सुपीरियर जेनेरल फादर अंजेल फेरनांडिस अर्तिमे एसडीवी ने कहा कि हमें बदलाव लाना है, हमें गंभीर मन-परिवर्तन की आवश्यकता है ताकि हम बेहतर कलीसिया बन सकें। उन्होंने कहा कि युवाओं ने कलीसिया से मांग की है कि वह विश्वास का साक्ष्य देने के लिए साहसी बने तथा सच्चा उदाहरण प्रस्तुत करे। फादर जेनेरल ने कहा कि यह बुलाहट न केवल याजकों के लिए बल्कि सभी प्रौढ़ लोगों के लिए है।

गाइना के युवा हेनरिएत्ते कामारा ने अपने मन-परिवर्तन के बारे बतलाया। उन्होंने कहा कि वे एक मुस्लमान परिवार से आते हैं। उसकी मुलाकात एक काथलिक स्काउट्स से हुई और इसी आंदोलन के द्वारा उनका मन-परिवर्तन हुआ। उसने बतलाया कि उसे स्काउट के द्वारा बहुत अधिक समर्थन मिला। बिना किसी भेदभाव के उनका स्वागत किया गया तथा अन्य युवाओं के साथ कलीसिया में उनका समर्पण एक अर्थपूर्ण अनुभव था। उन्होंने कहा कि आज भी उनकी माँ उनके इस धर्म-परिवर्तन से खुश नहीं है किन्तु स्काउट्स का समर्थन उसे प्राप्त है।

माता और पिता का अभाव 

धर्माध्यक्ष बीज्जेती एवं फादर अर्तिमे ने कहा कि वे मानते हैं कि दुनिया में मातृत्व एवं पितृत्व की कमी हो रही है। उन्होंने ऐसे युवाओं से मुलाकात की थी, जो माता-पिता के अभाव के कारण दुःखी थे। परिवार पारंपरिक होने के कारण बच्चों को उनकी आवश्यकता अनुसार साथ नहीं दे पाती है।

फादर अर्तिमे ने कहा कि कलीसिया की दूरदर्शिता में कमी है। कलीसिया पल्ली में केवल नहीं किन्तु स्कूल, सराय तथा अन्य संस्थाओं में भी उपस्थित नहीं है जहाँ वह वास्तव में, एक स्वस्थ माता एवं पिता के रूप में युवाओं की मदद कर सकती थी।

स्थानीय सिनॉड

अमरीका के धर्माध्यक्ष फैंक जे. काजियानो ने कहा कि सिनॉड का कार्य है चीजों को वैश्विक स्तर पर देखना किन्तु इसे अब स्थानीय कलीसियाओं में लिये जाने की आवश्यकता है। सिनॉड अभी समाप्त नहीं होगा, बल्कि उसे स्थानीय कलीसियाओं में ठोस रूप दिये जाने की आवश्यकता है। उनके सामने एक बड़ा सवाल है कि वे इसे किस तरह अपने धर्मप्रांतों में ले जायेंगे। उन्होंने कहा कि वे युवाओं को अपने धर्मप्रांतों में एकत्रित करना चाहते हैं ताकि वे उनकी आवश्यकताओं को समझ सकें तथा एक साथ आगे बढ़ने का रास्ता निकाल सकें। उन्होंने कहा कि धर्मप्रांतीय सिनॉड या सभा ही इस सिनॉड को आगे ले जाने का माध्यम हो सकता है।

धर्माध्यक्ष काज्जियानो ने कहा कि कलीसिया को देने के लिए युवाओं के पास तकनीकी के रूप में खास योगदान है। युवा डिजिटल दुनिया में माहिर हैं जिसे वास्तविक मिशनरी क्षेत्र बनाये जाने की आवश्यकता है। सिनॉड के युवा भेजे जाने के लिए तैयार हैं तथा आशा की जा रही है कि वे कलीसिया में नयी शक्ति एवं ऊर्जा को खोल देंगे। युवा ही युवाओं के बीच बेहतर ढंग से सुसमाचार का प्रचार कर पायेंगे।

यौन दुराचार पर चर्चा करते हुए अमरीका के धर्माध्यक्ष ने कहा कि दुराचार अपराध और पाप दोनों है जिसके लिए कलीसिया में कोई स्थान नहीं है। हम युवाओं को बतला देना चाहते हैं कि हम विश्वसनीयता एवं भरोसा के पुनःनिर्माण हेतु प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने कहा कि जब भरोसा को तोड़ा जाता है तब उसे फिर प्राप्त करना बहुत कठिन है। धर्माध्यक्ष इसी का सामना करना तथा भविष्य में इसके लिए निश्चित रास्ता अपनाना चाहते हैं।   

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23 October 2018, 17:03