नाबालिगों की सुरक्षा पर विचार, धर्माध्यक्षों की सभा में संत पापा
उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी
संत पापा ने नाबालिगों एवं कमजोर वयस्कों के साथ हो रहे दुराचारों को रोकने पर विचार हेतु रोम में एक सभा का आयोजन किया है जिसमें उन्होंने पूरे विश्व के काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के अध्यक्षों को निमंत्रण दिया गया है।
इस बात की जानकारी 12 सितम्बर को वाटिकन प्रेस कार्यालय की उपनिदेशिका पालोमा गारचा ओवेजेरो ने कार्डिनल परिषद् की सभा में एक प्रेस ब्रीफिंग के दौरान दी। कार्डिनल परिषद् की सभा बुधवार को समाप्त हुई।
दुराचार रोकने हेतु सभा
कार्डिनल परिषद् ने सभा की विस्तृत जानकारी देते हुए कहा कि संत पापा के साथ यह सभा 21-24 फरवरी 2019 को होगी।कार्डिनल परिषद् ने इस सप्ताह हुई सभा में संत पापा के साथ दुराचार के मुद्दे पर चिंतन किया।
बुधवार को हुई प्रेस ब्रीफिंग खासकर कार्डिनल परिषद् के लिए की गयी थी। पालोमा ने गौर किया कि कार्डिनल जॉज पेल, कार्डिनल फ्राँचेस्को जजेवियर एर्राजुरिक एवं कार्डिनल लौरेंत पासिनया को छोड़, सभा में परिषद् के अन्य सभी सदस्य मौजूद थे। संत पापा फ्राँसिस यद्यपि कभी-कभी ऑफिस के कार्यों के कारण सभा में अनुपस्थित रहे किन्तु कार्डिनलों के कार्यों में पूरी तरह हिस्सा लिया।
परमाध्यक्षीय रोमी कार्यालय
वाटिकन प्रेस उपदिनेशिका के अनुसार, परिषद् के काम का एक बड़ा हिस्सा परमाध्यक्षीय रोमी कार्यालय में नए प्रेरितिक संविधान के मसौदे को अंतिम समायोजन के लिए समर्पित कर दिया गया है, जिसकी एक प्रति संत पापा को दी गयी है इस उम्मीद से कि दस्तावेज को कलीसिया के कानून के प्रकाश में संशोधन किया जाएगा।
सभा के दौरान नाबालिगों की सुरक्षा हेतु गठित परमधर्मपीठीय समिति के अध्यक्ष कार्डिनल सीन पैट्रिक ओ माले ओ एफ एम कैप ने समिति के कार्यों का ब्योरा प्रस्तुत किया।
अंततः कार्डिनलों में विगत सप्ताहों में हुई घटनाओं के प्रति संत पापा से पूर्ण एकात्मता व्यक्त की।
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