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संत पापा फ्राँसिस कार्डिनल ओ-माल्ली के साथ संत पापा फ्राँसिस कार्डिनल ओ-माल्ली के साथ 

कलीसिया दुराचार पीड़ितों की आवाज सुने, कार्डिनल शॉन ओ'माल्ली

नाबालिगों के संरक्षण के लिए बने परमधर्मपीठीय आयोग ने अपनी आम सभा के समापन पर संत पापा फ्राँसिस ने याजकों द्वारा यौन दुर्व्यहार से पीड़ित लोगों को सुनने के प्राथमिक महत्व को दोहराया।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, सोमवार 10 सितम्बर 2018 ( रेई) याजकों के यौन दुर्व्यवहार से नाबालिगों की सुरक्षा काथलिक कलीसिया के लिए एक तत्काल प्राथमिकता बन गई है जो पीड़ितों, उनके परिवारों, उनके समुदायों और सभी काथलिक विश्वासियों को एक विश्वसनीय और मजबूत प्रतिक्रिया देने में तेजी से दबाव डाल रही है।

नाबालिगों और कमजोर वयस्कों की रक्षा हेतु परमधर्मपीठीय आयोग संत पापा के लिए एक सलाहकार समिति के रूप में स्थापित किया गया है जिसके अध्यक्ष कार्डिनल शॉन ओ'मालली हैं। इस समिति का कार्य नाबालिगों और कमजोर वयस्कों की सुरक्षा के लिए सबसे उपयुक्त पहलों का प्रस्ताव देना है ताकि कलीसिया यह सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास कर सके कि जो  दुराचार हुआ उसका दुहराव और नहीं हो।

यह समिति अन्य संस्थानों के साथ मिलकर और दुनिया भर में धर्माध्यक्षीय सम्मेलनों और कलीसिया के नेतृत्व के लिए दिशा-निर्देशों, अच्छे प्रथाओं और प्रशिक्षण पाठ्यक्रम जैसे उपकरणों का उत्पादन करता है।

वेटिकन में आयोजित आयोग की 9वीं आम सभा के समापन पर रविवार को एक प्रेस विज्ञप्ति प्रकाशित की गई।

कार्डिनल ओ'माल्ली ने वेटिकन न्यूज के संवाददाता 'सरजो चेंतोफांति से सबसे जरूरी और महत्वपूर्ण मुद्दों के बारे में बातें की जिसे आयोग के सदस्यों ने सभा के दौरान ध्यान केंद्रित किया था।

दुर्व्यवहार से बचाये गये लोगों को सुनना महत्वपूर्ण

यह पूछे जाने पर कि वर्तमान स्थिति को देखते हुए, क्या कलीसिया वास्तव में दुर्व्यवहार पीड़ितों की बातें सुन रही है और उनसे सीख रही है, कार्डिनल ओ'माल्ली ने कहा, "कलीसिया में हाल की घटनाओं ने हम सभी को नाबालिगों के यौन शोषण के लिए कलीसिया की ओर से स्पष्ट प्रतिक्रिया की तत्काल आवश्यकता पर ध्यान केंद्रित किया है।"

आयोगों के कार्यों और जिम्मेदारियों में से एक दुर्व्यवहार से बचाये गये लोगों को सुनना है: "हम हमेशा दुर्व्यवहार पीड़ितों की गवाही सुनने के लिए उत्सुक हैं और हमारे विचार-विमर्श और निर्णय को सूचित करते हैं।" उन्होंने कहा, "हमने दो पीड़ितों की गवाही सुनकर हमारी बैठक शुरू की।"

उन्होंने कहा, "हर साल, हम दुर्व्यवहार पीड़ितों की आवाज़ें कलीसिया के नेतृत्व में लाने के लिए एक वास्तविक प्रयास करते हैं। लोगों को यह समझ में आ रही है कि किसी भी समय कलीसिया के लिए दुर्व्यवहार की स्थिति उत्पन्न होने पर जल्दी और सही ढंग से जवाब देना कितना महत्वपूर्ण है।"

 नाबालिगों की सुरक्षा में स्थानीय जिम्मेदारी को बढ़ावा देना, आयोग का जनादेश

कार्डिनल ने इस बात पर भी जोर दिया कि आयोग दुनिया भर में नाबालिगों की सुरक्षा के संदेश को प्रसारित करने का अथक प्रयास कर रही है।

कुछ महाद्वीपों में, यह एक नया विषय है और कुछ क्षेत्रों में कलीसिया को कम संसाधन दिया जाता है, इसलिए आयोग ब्राजील, कोलंबिया और पोलैंड जैसे देशों में नई सम्मेलनों की योजना बना रही है और दिशा-निर्देशों और सर्वोत्तम प्रथाओं के साथ-साथ ऑडिटिंग उपकरणों के विकास के लिए काम कर रही है। जिससे धर्माध्यक्षीय सम्मेलनों द्वारा उनके कार्यान्वयन और अनुपालन को शुरु किया जा सके।

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10 September 2018, 13:08