होली सी प्रेस के निर्देशक ग्रेग बुर्के होली सी प्रेस के निर्देशक ग्रेग बुर्के  

दुराचार पर पेंसिल्वेनिया ग्रैंड जूरी की रिपोर्ट पर वाटिकन

पेंसिल्वेनिया की ग्रैंड जूरी की रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया दर्शाते हुए वाटिकन ने यौन दुराचार को एक भयावह अपराध निरूपित किया और कहा कि इन कुकृत्यों के लिये केवल लज्जा और दुख व्यक्त किया जा सकता है।

जूलयट जेनेवीव क्रिस्टफर -वाटिकन रेडियो

वाटिकन सिटी, शुक्रवार, 17 अगस्त 2018 (रेई, वाटिकन रेडियो): पेंसिल्वेनिया की ग्रैंड जूरी की रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया दर्शाते हुए वाटिकन ने यौन दुराचार को एक भयावह अपराध निरूपित किया और कहा कि इन कुकृत्यों के लिये केवल लज्जा और दुख व्यक्त किया जा सकता है.   

इस सप्ताह के आरम्भ में पेंसिल्वेनिया की ग्रैंड जूरी द्वारा बच्चों के विरुद्ध पुरोहितों के यौन कुकृत्यों पर प्रकाशित रिपोर्ट पर गुरुवार को परमधर्मपीठीय प्रेस के निर्देशक ग्रेग बुर्के ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी की.

नाबालिगों के यौन शोषण लज्जा और दुख का विषय

वाटिकन की विज्ञप्ति में कहा गया कि परमधर्मपीठ ग्रैंड जूरी तथा उसके द्वारा तैयार की गई लम्बी रिपोर्ट को गम्भीरतापूर्वक लेती है तथा नाबालिगों के यौन शोषण की कड़ी निन्दा करती है. रिपोर्ट में णर्णित दुराचार आपराधिक और नैतिक रूप से निन्दनीय हैं. ये दुराचार विश्वासघात के कुकृत्य हैं जिन्होंने लोगों से उनकी गरिमा को लूट लिया. कलीसिया को उसके अतीत से कडी सीख लेनी होगी ताकि दुराचार में संलग्न लोगों तथा दुराचारों को रोकने के लिये कुछ न करनेवालों की ज़िम्मेदारी को सुनिश्चित्त किया जा सके.

ग्रैंड जूरी की रिपोर्ट सन् 2000 से पहले हुए चराचारों पर आधारित है. 2002 के बाद से दुराचार का कोई अपराध न पाया जाना दर्शाता है कि कलीसिया द्वारा लाये गये सुधारों के परिणामस्वरूप अमरीका में बच्चों के विरुद्ध यौन दुराचार को कम किया जा सका है.

 सुधारों और सतर्कता को प्रोत्साहन

विज्ञप्ति में कहा गया कि परमधर्मपीठ काथलिक कलीसिया में हर स्तर पर सुधारों की बहाली एवं सतर्कता को प्रोत्साहित करती है ताकि नाबालिगों एवं कमज़ोर वयस्कों की सुरक्षा को सुनिश्चित्त किया जा सके. परमधर्मपीठ इस तथ्य को भी रेखांकित करती है कि दुराचार के मामलों में नागरिक कानूनों के अनुपालन की अनिवार्यता पर बल दिया जाये.  

विज्ञप्ति में कहा गया कि सन्त पापा फ्राँसिस इस बात से परिचित हैं कि इस प्रकार के अपराध विश्वासियों के विश्वास को हिला सकते हैं इसलिये कलीसिया तथा सम्पूर्ण समाज का वे आह्वान करते हैं कि नाबालिगों एवं कमज़ोर वयस्कों के लिये सुरक्षित वातावरण बनाने का हर सम्भव प्रयास किया जाये. राचार से पीड़ित लोगों को यह मालूम होना चाहिये कि सन्त पापा उनके क़रीब हैं.   

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17 August 2018, 11:02