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संत पापा वेदी सेवकों के साथ संत पापा वेदी सेवकों के साथ 

संत पापा वेदी सेवकों से: आप प्रेरित बन सकते हैं!

रोम की तीर्थयात्रा पर आये 70,000 से अधिक वेदी सेवकों के साथ संत पापा फ्राँसिस ने संत पेत्रुस महागिरजाघर के प्राँगण में एक असाधारण आमदर्शन समारोह के दौरान युवाओं द्वारा पूछे गये शांति, प्रार्थना, सेवा, विश्वास और पवित्रता से संबंधित सवालों का जवाब दिया।

माग्रेट सुनीता मिंज - वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, बुधवार 1 अगस्त 2018 (रेई) :  संत पापा फ्राँसिस ने मंगलवार 31 जुलाई शाम को संत पेत्रुस महागिरजाघर के प्राँगण में वेदी सेवकों की 12वीं अंतरराष्ट्रीय तीर्थयात्रा में करीब 70,000 युवाओं के साथ मुलाकात की। इस दैरान पाँच युवाओं द्वारा पूछे गये सवालों का जवाब संत पापा ने दिया।

शांति और मिस्सा एक साथ

एक युवक द्वारा मिस्सा के दौरान शांति के संकेत के बारे में प्रश्न पूछे जाने पर संत पापा ने युवक से कहा, "शांति और पवित्र मिस्सा एक साथ जाते हैं।"

 हम येसु से अपनी शांति देने के लिए प्रार्थना करते हैं, और हमें मिस्सा के अंत में येसु की शांति में बाहर भेजा जाता है। तब संत पापा फ्रांसिस ने युवाओं को एक प्रस्ताव दिया कि वे हर परिस्थिति में खुद से पूछें: "येसु मेरे स्थान पर रहते तो क्या करते?" ऐसा करके "हम मसीह की शांति को अपने दैनिक जीवन में ला पायेंगे।"

प्रार्थना और सेवा

एक अन्य युवा तीर्थयात्री ने संत पापा से यह बताने को कहा कि वे सेवा करते समय प्रार्थना में कैसे रह सकते हैं। इस सवाल के जवाब के लिए, संत पापा ने सुझाव दिया, " आप मिस्सा में वेदी सेवा के साथ-साथ अपने पल्ली की गतिविधियों में और अधिक शामिल हो सकते हैं और ईश्वर की उपस्थिति में मौन रहकर कुछ समय बिता सकते हैं।" उन्होंने कहा कि यह अभ्यास उन्हें अपनी प्रतिभाओं को खोजने, उन्हें विकसित करने और उनके लिए ईश्वर की योजना को समझने में मदद देगा। संत पापा ने उनसे कहा, "याद रखें," "जितना अधिक आप खुद को दूसरों के लिए देते हैं, उतना ही आपको व्यक्तिगत खुशी और संतोष मिलेगा!"

आपकी प्रेरिताई

पवित्र मिस्सा में भाग नहीं लेने वाले साथियों के बारे पूछे गये सवाल के जवाब में संत पापा ने कहा,"आप प्रेरित हो सकते हैं, दूसरों को येसु की ओर आकर्षित करने में सक्षम हो सकते हैं। पर यह तब होगा जब आप उसके लिए उत्साह से भरे हुए हों।" संत पापा ने तीर्थयात्रियों को प्रार्थना, मिस्सा, सुसमाचार पढ़ने और गरीबों के माध्यम से येसु को जानने और प्यार करने में समय बिताने के लिए प्रोत्साहित किया। संत पापा ने कहा, "अपने आस-पास के सभी लोगों के साथ व्यक्तिगत लाभ के लिए नहीं परंतु खुलकर और प्रेमपूर्वक रहने की कोशिश करें, ताकि आपके दिल में उनके लिए जो प्रेम है वह येसु के प्रकाश की किरण की तरह चमक सके।"

हवा की तरह विश्वास

विश्वास की आवश्यकता पर उठाये गये एक प्रश्न के उत्तर में संत पापा फ्राँसिस ने कहा कि "विश्वास उस हवा की तरह है जिसे हम सांस लेते हैं" और यह "हमें जीवन के अर्थ को समझने में मदद करता है"। यह विश्वास हमें दृढ़ आस्था के लिए प्रेरित करता है कि हम ईश्वर के बच्चे हैं, और उनके परिवार, कलीसिया के सदस्य हैं। संत पापा पोप ने उन्हें बताया, "पिता ईश्वर अपने बेटों और बेटियों को अपने वचनों और संस्कारों द्वारा भरण पोषण करता है।"

पवित्र बनने के लिए येसु की योजना

आखिरी सवाल एक तीर्थयात्री से आया जो जानना चाहता था कि पवित्र बनने के लिए दया के कार्यों में सेवा का अनुवाद कैसे किया जाए। संत पापा फ्राँसिस ने यह कहते हुए जवाब दिया कि पवित्रता के रास्ते में आगे बढ़ने के लिए येसु की "सरल योजना" ईश्वर और हमारे पड़ोसी से प्यार करने का आदेश का पालन करना है। यह आदेश दया के कार्यों में और भी ठोस हो जाता है। संत पापा ने पूछे गये सवाल को स्पस्ट करते हुए कहा कि "मेरे पड़ोसी की जरूरतों को पूरा करने के लिए आज मैं क्या कर सकता हूँ?" वह मेरा दोस्त या अजनबी हो सकता है,पर "विश्वास करें, ऐसा करके, आप सचमुच में संत बन सकते हैं, आप मसीह के प्रेम को जीकर दुनिया को बदल सकते हैं।"

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01 July 2018, 16:13