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फ्राँस के मार्सिले में काथलिक-मुस्लिम संवाद, तस्वीरः 18.09.2023 फ्राँस के मार्सिले में काथलिक-मुस्लिम संवाद, तस्वीरः 18.09.2023  (AFP or licensors)

500 वर्षों बाद काथलिक कलीसिया के शीर्ष मार्सिले में

प्राकृतिक आपदाओं और मानव निर्मित विपदाओं से पीड़ित भूमध्यसागरीय देशों के लिए आशा के मिशन पर, सन्त पापा फ्राँसिस फ्रांस के दूसरे बड़े शहर मार्सिले की दो दिवसीय यात्रा के के लिये रोम से प्रस्थान कर चुके हैं।

वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, शुक्रवार, 22 सितम्बर 2023 (सी.एन.एस/वाटिकन रेडियो): प्राकृतिक आपदाओं और मानव निर्मित विपदाओं से पीड़ित भूमध्यसागरीय देशों के लिए आशा के मिशन पर, सन्त पापा फ्राँसिस फ्रांस के दूसरे बड़े शहर मार्सिले की दो दिवसीय यात्रा के के लिये रोम से प्रस्थान कर चुके हैं। खचाखच भरी, जर्जर नावों में पार करने की कोशिश कर रहे आप्रवासियों के डूबने से लेकर घातक संघर्ष, मारॉक्को के भूकंप और लीबिया में बाढ़ की अकल्पनीय भयावहता तक, यह क्षेत्र त्रासदियों से भरा है।

500 साल बाद

सार्वभौमिक काथलिक कलीसिया के परमाध्यक्ष  की मार्सिले यात्रा लगभग 500 साल बाद हो रही है। सन्त पापा क्लेमेन्त सप्तम ने 1533 ई. में मार्सिले की यात्रा की थी। आप्रवास से जुड़ी महत्वपूर्ण चुनौतियों के चलते मार्सिले में सन्त पापा फ्राँसिस की 30 घण्टों वाली इस यात्रा पर तमाम विश्व के मीडिया और राजनैतिक जगत की आँखें लगी हुई हैं।

विगत दस वर्ष

2013 में, सन्त पापा फ्राँसिस ने लामपेदूजा द्वीप का दौरा किया था तथा समुद्र में मारे गये सैकड़ों आप्रवासियों को श्रद्धान्जलि दी थी। विगत दस वर्षों में उन्होंने आप्रवास संकट के प्रति यूरोप को सचेत करने के लिये तिराना, सारायेवो, लेस्बोस, काहिरा, येरूसालेम, साइप्रस, रबात, नेपल्स, माल्टा आदि से गुज़रते हुए भूमध्य सागर को पार किया और भूमध्य सागर की कलीसियाओं को मानव जाति की एकता के लिए मिलकर काम करने तथा यूरोपीय देशों में आगन्तुक के स्वागत और एकीकरण का सन्देश देते रहे।

अब सन्त पापा फ्राँसिस मार्सिले के महाधर्माध्यक्ष कार्डिनल जाँ मार्क एवेलिन के निमंत्रण के प्रत्युत्तर में 22 और 23 सितंबर, 2023 मार्सिले में व्यतीत कर रहे हैं।

यात्रा के प्रकाश स्तम्भ

शुक्रवार सन्ध्या सन्त पापा फ्राँसिस मार्सिले स्थित भव्य नोत्र दाम दे ला गार्दे महागिरजाघर में मरियम को समर्पित प्रार्थना का नेतृत्व करेंगे, जबकि शनिवार को उनकी यात्रा का मुख्य आकर्षण, वेलोड्रोम नामक स्टेडियम मैदान में ख्रीस्तयाग अर्पण समारोह है। वेलोड्रोम स्टेडियम एक गौरवपूर्ण बहुसांस्कृतिक इतिहास वाले फुटबॉल क्लब ओलंपिक दी मार्सिले का प्रमुख स्थल है।  

नोत्र दाम दे ला गार्दे महागिरजाघर, सन्त पापा फ्रांसिस की दो दिवसीय यात्रा के कार्यक्रम में पहला है, जो हवाई, समुद्र, सड़क या रेल मार्ग से मार्सिले पहुंचने वाले किसी भी व्यक्ति के लिए एक आश्चर्यजनक दृश्य प्रदान करता है। महागिरजाघर में पवित्र कुँवारी मरियम की प्रतिमा जल और थल सभी ओर निवास करनेवाले लोगों के लिये सुरक्षा के प्रतीक के रूप में खड़ी है। महागिरजाघर के निकट ही समुद्री यात्राओं के दौरान मारे गये नाविकों और आप्रवासियों की स्मृति में एक स्मारक है।

फ्राँस के अख़बारों की मानें तो शुक्रवार एवं शनिवार के दिनों में सन्त पापा फ्राँसिस के दर्शन हेतु फ्राँस के विभिन्न शहरों से लगभग तीन लाख लोग मार्सिले में एकत्र हो रहे हैं। वेलोड्रोम स्टेडियम में 67,हज़ार लोगों के बैठने की व्यवस्था है जबकि बाहरी अँचलों में विशाल टेलेविज़न के विशाल पर्दों के जरिये सन्त पापा के कार्यक्रमों में शामिल होने की व्यवस्था की गई है।

फ्राँसिसी अधिकारियों के अनुसार सन्त पापा फ्राँसिस की मार्सिले में उपस्थिति के दौरान कड़ी सुरक्षा की व्यवस्था की गई है। लगभग 5000 पुलिस कर्मियों एवं 1,000 सुरक्षा अधिकारियों को ड्यूटी पर अलग से लगाया गया है। इसके अतिरिक्त, अन्तरिम मंत्री जेराल्ड दारमानिन ने सहमंत्रियों से निवेदन किया है कि वे इन दिनों में ग़ैर-ज़रूरी यात्राएं  न करें।

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22 September 2023, 11:18