आमदर्शन समारोह : दूसरों की बात सुनने से झगड़ों से बचा जा सकता है
वाटिकन सिटी, रविवार, 2 जुलाई 2023 (रेई) : रविवार को देवदूत प्रार्थना के दौरान संत पापा फ्राँसिस ने अपने संदेश में संत मती. रचित सुसमाचार पाठ पर चिंतन किया जहाँ येसु कहते हैं, “जो एक नबी का स्वागत इसलिए करता है कि वह नबी है वह नबी का पुरस्कार पायेगा”(मती.10:41)
संत पापा ने संत पेत्रुस महागिरजाघर के प्राँगण में उपस्थित विश्वासियों को सम्बोधित कर कहा कि येसु नबी के बारे बोल रहे हैं; लेकिन नबी कौन है? कुछ लोग हैं जो उन्हें जादूगर समझते हैं जो भविष्यवाणी करता है; यह एक अंधविश्वासी विचारधारा है और खीस्तीय जादू, ताश, राशिफल या इस तरह की दूसरी अंधविश्वास की चीजों को नहीं मानते।”
कुछ लोग नबी को सिर्फ अतीत के व्यक्ति के रूप में चित्रित करते हैं, जो ख्रीस्त के आगमन को बतलाने से लिए उनसे पहले आये थे। फिर भी, आज येसु खुद कहते हैं कि नबियों का स्वागत किया जाना चाहिए, इससे पता चलता है कि नबी अब भी हैं लेकिन वे कौन हैं?
हम प्रत्येक जन एक नबी हैं
संत पापा ने कहा, भाइयो एवं बहनो, हम प्रत्येक जन एक नबी हैं, हम सभी ने बपतिस्मा के द्वारा भविष्यवाणी के वरदान एवं मिशन को ग्रहण किया है। एक नबी वह है जो बपतिस्मा के द्वारा दूसरों को वर्तमान में पवित्र आत्मा के कार्य को समझने में मदद करता है, ईश्वर की योजना को समझने और उनके साथ संबंध स्थापित करने में मदद देता है। दूसरे शब्दों में, वह दूसरों के लिए येसु को दिखलाता, उनका साक्ष्य प्रस्तुत करता, जो वर्तमान को जीने में मदद करता और भविष्य का निर्माण उनकी योजना के अनुसार करता है। इस प्रकार हम सभी नबी हैं, येसु के साक्षी, ताकि सुसमाचार की शक्ति सामाजिक और पारिवारिक जीवन में प्रतिदिन चमके।
नबी एक जीवित चिन्ह है जो दूसरों के लिए ईश्वर को प्रस्तुत करता है, वह अपने भाइयो एवं बहनों के रास्ते पर ख्रीस्त की ज्योति को प्रतिबिम्बित करता है। अत: हम अपने आप से पूछें, क्या मैं, जो बपतिस्मा में नबी चुना गया हूँ येसु का साक्ष्य अपने वचन से और सबसे बढ़कर अपने जीवन से देता हूँ? क्या मैं दूसरों के जीवन में उनका थोड़ा प्रकाश लाता हूँ? क्या मैं इसके लिए आत्म जाँच करता हूँ? क्या मैं अपने आप से पूछता हूँ कि मेरा साक्ष्य कैसा है, मेरी भविष्यवाणी कैसी है?
प्रत्येकजन को सुनें
सुसमाचार में, प्रभु हमें नबी का स्वागत करने को कहते हैं, अतः यह महत्वपूर्ण है कि हम एक-दूसरे को स्वीकार करें, हरेक व्यक्ति को अपनी स्थिति या बुलाहट के अनुसार, ईश्वर के संदेशवाहक के रूप में स्वागत करें और इसे उसी स्थान पर सम्पन्न करें जहाँ हम रहते हैं : अपने परिवार, पल्ली, धर्मसमाजी समुदाय, कलीसिया और समाज में। पवित्र आत्मा ने ईश्वर की पवित्र प्रजा को भविष्यवाणी का वरदान प्रदान किया है। यही कारण है कि सभी को सुनना अच्छा है। उदाहरण के लिए, खासकर, जब महत्वपूर्ण निर्णय लिये जाते हैं, तो सबसे पहले प्रार्थना करना, पवित्र आत्मा का आह्वान करना अच्छा है लेकिन उसके बाद सुनना एवं वार्ता में सम्मिलित होना, हरेक को स्थान देना चाहे वह सबसे छोटा ही क्यों न हो, उसके पास भी कुछ महत्वपूर्ण बात हो सकती है, इस तरह हम सच्चाई की खोज करते और ईश्वर तथा भाई-बहनों को सुनने हेतु वातावरण तैयार करते हैं, जिसमें लोग केवल तभी स्वागत महसूस नहीं करते जब वे वही कहते हैं जो हमें पसंद है, बल्कि वे जो हैं उसके लिए उपहार के रूप में स्वीकृति और मूल्यवान महसूस करते हैं।
संत पापा ने कहा, “एक-दूसरे को समझने की सच्ची इच्छा के साथ दूसरों की बात सुनने से कितने झगड़ों को टाला और हल किया जा सकता है!”
उन्होंने विश्वासियों को चिंतन हेतु प्रेरित करते हुए कहा, “हम अपने आप से पूछें, क्या मैं जानता हूँ कि भाइयों एवं बहनों को नबी के उपहार के रूप में कैसे स्वागत किया जाता है? क्या मैं मानता हूँ कि उन्हें मेरी जरूरत है? क्या मैं उन्हें सम्मान से सुनता हूँ, सीखने की इच्छा के साथ? क्योंकि हम सभी एक-दूसरे से कुछ न कुछ जरूर सीख सकते हैं।
तब संत पापा ने माता मरियम से प्रार्थना करते हुए कहा, “नबियों की रानी, माता मरियम, हमें उस अच्छाई को देखने और उसका स्वागत करने में मदद करें जिसको पवित्र आत्मा ने दूसरों में बोया है।
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