देवदूत प्रार्थना, युद्ध पीड़ित लोगों के लिए पोप द्वारा एकात्मता की अपील
उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी
संत पापा फ्राँसिस ने विश्वासियों का आह्वान किया है कि वे “विश्वास में एक बने रहें एवं युद्ध से पीड़ित लोगों के लिए एकात्मता व्यक्त करें, विशेषकर, संतप्त यूक्रेन के लोगों के लिए”
संत पापा ने यह आह्वान उस समय की जब उन्होंने इस साल के लिए “प्रभु के लिए 24 घंटे” प्रार्थना पहल की घोषणा की। इस पहल को हर साल चालीसा काल में किया जाता है जिसमें आराधना की प्रार्थना एवं पाप स्वीकार संस्कार के लिए विशेष अवसर दिया जाता है। प्रार्थना पहल की शुरूआत, शुक्रवार 17 मार्च की शाम को होगी और यह शनिवार 18 मार्च तक चलेगी।
संत पापा फ्राँसिस ने प्रभु के लिए 24 घंटे, प्रार्थना की शुरूआत अपने परमाध्यक्षीय काल के पहले वर्ष में किया है। इस अवसर पर दुनियाभर के गिरजाघर पूरे दिन के लिए खुले रखे जाते हैं, ताकि विश्वासियों एवं तीर्थयात्रियों को आराधना में ठहरने एवं पाप स्वीकार संस्कार में भाग लेने का अवसर दे सकें।
रविवार को देवदूत प्रार्थना के दौरान संत पापा ने यूक्रेन एवं रूप को निष्कलंक माता मरियम के हृदय को समर्पण किया याद की, जिसको पिछले साल प्रायश्चित धर्मविधि के दौरान शांति के लिए एक विशेष प्रार्थना के साथ सम्पन्न किया गया था।
संत पापा ने कहा, “हमारा भरोसा कमजोर न हो, हमारी आशा न डगमगाये।” उन्होंने जोर दिया कि “प्रभु हमेशा अपने लोगों की याचना सुनते हैं जिसको वे उनकी माता मरियम की मध्यस्थता द्वारा उनसे करते हैं।”
संत पापा फ्राँसिस ने यह भी घोषणा की कि वे प्रायश्चित की धर्मविधि के लिए अगले शुक्रवार की शाम संत मारिया देले ग्रात्सिये अल ट्रियोनफाले के रोमन पल्ली में जाकर प्रभु के लिए 24 घंटे की प्रार्थना करेंगे जिसमें पापस्वीकार संस्कार भी शामिल होगा।