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संत पापा फ्रांसिस देवदूत प्रार्थना में संत पापा फ्रांसिस देवदूत प्रार्थना में  (ANSA)

संत पापाः यूक्रेन और विश्व प्रेरितिक दिवस हेतु आहृवान

संत पापा ने प्रेरिताई और यूक्रेन तथा विश्व में शांति स्थापना हेतु प्रार्थना करने का आहृवान किया।

दिलीप संजय एक्का-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, रोमवार, 24 अक्टूबर 2022 (रेई) संत पापा फ्रांसिस ने 23 अक्टूबर को देवदूत प्रार्थना के उपरांत विश्व प्रेरितिक दिवस की याद करते हुए प्रेरितिक कार्य में संलग्न प्रेरितों के साथ-साथ यूक्रेन और पूरे विश्व में शांति हेतु प्रार्थना की अपील की।

संत पापा ने देवदूत प्रार्थना के बाद सभों को किये गये अपने संबोधन में कहा कि वे 25 अक्टूबर को रोम के कोलोस्सियुम में यूक्रेन और विश्व में शांति हेतु अंतरधार्मिक प्रार्थना में सहभागी होंगे। इस त्रिदिवसीय मिलन प्रार्थना “शांति की पुकार” में काथलिक समुदायों के प्रतिनिधियों के अलावे कई विश्व धर्मों के प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं। “मैं आपको आध्यात्मिक रुप से इस महान मिलन शांति की प्रार्थना में सहभागी होने के लिए आमंत्रित करता हूँ- प्रार्थना शांति की ताकत है। आइए हम शहीद यूक्रेन के लिए प्रार्थना करना जारी रखें।”

तुम मेरे साक्षी होगे

वहीं इस साल 23 अक्टूबर को मनाये जाने वाले विश्व प्रेरितिक दिवस की विषयवस्तु को संत पापा फ्रांसिस ने “तुम मेरे साक्षी होगे” की संज्ञा दी। यह एक महत्वपूर्ण दिन है जहाँ “हम सभी बपतिस्मा प्राप्त कलीसिया की प्रेरिताई में सहभागी होते और अपने जीवन द्वारा साक्ष्य देते हुए सुसमाचार की घोषणा करने हेतु बुलाये जाते हैं।” उन्होंने कहा कि मैं सभों को प्रोत्साहित करता हूँ कि आप अपनी प्रार्थना के ठोस माध्यम से प्रेरितों की सहायता करें, जिससे वे सुसमाचार के अपने कार्यों और विश्व में मानवता के विकास को निरंतर आगे बढ़ा सकें।”

विश्व प्रेरिताई दिवस 2022 के अपने संदेश में संत पापा ने कहा, “मैं पूरी तरह से प्रेरितिक कलीसिया और ख्रीस्तीय समुदायों के बीच प्रेरिताई गतिविधि के एक नए युग का सपना देखना जारी रखता हूं।”

ख्रीस्त के साहसी साक्षी बनें

संत पापा ने सन् 1936 में स्पेन में विश्वास के कारण घृणा में मारे गए, विसेंट निकासियो रेनुसियो टोरिबियो और परम पवित्र मुक्तिदाता (रिडेम्प्टोरिस्ट्स) धर्मसमाज के ग्यारह शहीदों की भी याद की जिन्हें मैड्रिड में धन्य घोषित किया गया। “मसीह के इन लोहू गवाहों का साक्ष्य हमें अपने विश्वास सुदृढ़ और साहसी बने रहने को प्रेरित करे, उसकी प्रार्थना हम लोगों में निरंतर बनी रहे जो दुनिया में सुसमचार के बीज बोने की चाह रखते हैं।”

24 October 2022, 17:22