ग्रीस में युवाओं को संबोधित करते हुए संत पापा फ्राँसिस ग्रीस में युवाओं को संबोधित करते हुए संत पापा फ्राँसिस 

संत पापा ने साइप्रस, ग्रीस की प्रेरितिक यात्रा को याद किया

निष्लंकक गर्भाधान के समारोह के अवसर पर देवदूत प्रार्थना का पाठ करने के बाद, संत पापा फ्राँसिस ने अपनी साइप्रस और ग्रीस में प्रेरितिक यात्रा को याद किया, जो सोमवार को संपन्न हुआ।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, बुधवार 8 दिसम्बर 2021 (वाटिकन न्यूज) : माता मरियम के निष्कलंक गर्भाधान महोत्सव के अवसर पर संत पापा फ्राँसिस ने संत पेत्रुस महागिरजाघर के के प्रांगण में विशअवासियों के साथ देवदूत प्रार्थना का पाठ किया। इसके उपरांत संत पापा ने अपनी अपनी साइप्रस और ग्रीस यात्रा में प्रार्थनाओं द्वारा उनका साथ देने के लिए सभी विश्वासियों को धन्यवाद दिया। संत पापा ने यात्रा के दौरान दोनों देशों के लोगों, नागर अधिकारियों और धर्मसंघियों के स्नेह और स्वागत के लिए धन्यवाद दिया।

भूमध्य सागर का एक मोती

संत पापा ने साइप्रस को "भूमध्यसागर का मोती, दुर्लभ सुंदरता का मोती" के रूप में वर्णित किया, फिर भी, यह "कांटेदार तार के घावों को सहन करता है, एक दीवार का दर्द जो इसे विभाजित करता है।"

उन्होंने कहा कि वे साइप्रस में एक परिवार के सदस्य की तरह महसूस करते हैं, विशेष रूप से साइप्रस ऑर्थोडॉक्स महाधर्माध्यक्ष क्राइसोस्टोमोस द्वितीय के साथ उनकी मुलाकात को देखते हुए। संत पापा फ्राँसिस ने कहा कि सभी ख्रीस्तीय, मसीह की कलीसिया के बच्चे हैं, "जो हमारा साथ देते हैं, हमारी रक्षा करते हैंऔर हम सभी को आगे बढ़ाते हैं!"

संत पापा ने एक बार फिर आशा व्यक्त की कि साइप्रस एक "भाईचारे की प्रयोगशाला" होगा, जहां हर कोई का, लेकिन विशेष रूप से गरीब, परित्यक्त और प्रवासियों का स्वागत किया जा सकता है। उन्होंने यह भी दोहराया, कि "हम चुप नहीं रह सकते, प्रवासियों की दुर्दशा से हम दूर नहीं हो सकते" इसके बजाय, हमें अपनी उदासीनता को दूर करने के लिए, पीड़ित लोगों की आँखों और चेहरों को “देखना” चाहिए।

यूरोप की स्मृति

संत पापा फ्राँसिस ने ग्रीस में प्राप्त स्वागत को आभार के साथ याद किया। उन्होंने कहा,  "एथेंस में, मैं यूरोप की स्मृति में इतिहास की महानता - मानवतावाद, लोकतंत्र, ज्ञान, विश्वास में समाया हुआ महसूस करता हूँ। "

संत पापा ने भी, "संपूर्ण के रहस्य" के अपने अनुभव की ओर इशारा किया, जब उन्होंने खासकर रविवार को पवित्र मिस्सा के दौरान काथलिक धर्माध्यक्षों और काथलिक समुदाय के सदस्यों के साथ मुलाकात की।

उन्होंने यात्रा के दौरान ऑर्थोडोक्स महाधर्माध्यक्ष इरोनिमोस की मुलाकात को याद किया। उन्होंने कहा, "मैं अपने दिल में इस बंधुत्व को संजोता हूँ।" प्रेरितिक यात्रा के दौरान बोये गये आशा के बीजों को बढ़ने में माता मरिया हमारी सहायता करे। संत पापा फ्राँसिस ने  विश्वासियों को निरंतर प्रार्थना करने के लिए कहा "ताकि वे अंकुरित होते रहें और विश्वास में फलते-फूलते रहें।"

पवित्रता के मार्ग के मार्गदर्शक

संत पापा ने कहा कि आज विश्वव्यापी कलीसिया के संरक्षक संत संत जोसेफ को समर्पित वर्ष का अंत हो रहा है और परसों 10 दिसंबर को लोरेटो में जुबली समाप्त होगी। इन आयोजनों की कृपा हमारे जीवन और हमारे समुदायों में बनी रहे। कुवांरी मरिया और संत जोसेफ हमें पवित्रता के मार्ग पर ले जाएं!”

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08 December 2021, 16:36