बेघर व्यक्ति बेघर व्यक्ति 

गरीबों एवं हाशिये पर जीवनयापन करनेवालों में ख्रीस्त की सेवा करना

संत पापा फ्रांसिस ने अर्जेंटीना में मार देल प्लाता धर्मप्रांत के दो उदार संघों के स्वयंसेवकों को एक वीडियो संदेश भेजा, जो सड़कों के गरीब एवं जरूरतमंद लोगों की खोज करते हैं ताकि उन्हें आराम दे सकें एवं उनकी देखभाल कर सकें।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, बृहस्पतिवार, 24 जून 2021 (रेई)- संत पापा फ्रांसिस ने अर्जेंटीना के दो उदार संघों के स्वंयसेवकों को प्रेषित संदेश में, उन्हें धन्यवाद दिया जो गरीबों एवं पीड़ित लोगों की खोज हेतु सड़कों पर जाते तथा उन्हें आराम एवं राहत प्रदान करते हैं।

संत पापा ने स्पानी भाषा में प्रेषित संदेश में कहा, "मैं विशेष रूप से नोचे दी कारिदाद (चैरिटी के नाईट) तथा होगर दी नाजरेथ (नाजरेथ के घर) के सेवकों का अभिवादन करता हूँ, जो बेघर लोगों पर ध्यान देते हैं। धन्यवाद, आप जो कर रहे हैं उसके लिए।"

अर्जेंटीना में जून से अगस्त तक सर्दी का समय होता है जो दक्षिणी गोलार्द्ध में पड़ता है। मार डेल प्लाता, अर्जेंटीना की राजधानी बोयनोस आयरेस से लगभग 415 किमी दक्षिण में है, जो पोप का पैतृक शहर है। इन दिनों वहाँ का तापमान हल्का है लेकिन रातें ठंडी हैं।

नोचे दी कारिदाद

नोचे दी कारिदाद या चैरिटी का नाईट एक उदार सेवा की संस्था है जिसमें मार देल प्लाता धर्मप्रांत की विभिन्न पल्लियों के स्वयंसेवक अपनी सेवा देते हैं। वे सड़कों पर रहनेवाले लोगों के लिए गरम खाना तथा प्रेम एवं आशा के संदेश लाते हैं ताकि वे अपनी कठिन परिस्थिति के बौवजूद प्रेम किये गये महसूस कर सकें। स्वयंसेवक अपने वाहनों से भोजन और गरम कपड़े, कम्बल एवं मोजा आदि जैसे आवश्यक सामानों के साथ उनकी मदद करते हैं।  

होगर दी नाजरेथ

होगर दी नाजरेथ या नाजरेथ का घर, मार देल प्लाता कारितास के संचालन में कार्य करता है। यह बेघर लोगों को रात में ठहरने के लिए आश्रय प्रदान करता है। स्वयंसेवक साल के हरेक दिन उनकी मदद करने आते हैं। वे उन्हें भोजन और सराय प्रदान करते हैं। वे उन्हें व्यक्तिगत दस्तावेज बनाने, अधिकार पाने, काम की खोज करने, नौकरी की सुविधा, प्रशिक्षण कोर्स, एकीकरण एवं स्वास्थ्य देखभाल में भी मदद देते हैं। एक पेशेवर सामाजिक कार्यकर्ता, एक मनोवैज्ञानिक और एक मनोचिकित्सक भी केंद्र को मुफ्त सेवा प्रदान करते हैं।

गरीब, सुसमाचार के केंद्र

संत पापा ने धर्मप्रांत के काथलिकों को उनके उदार प्रयास के लिए प्रोत्साहन दिया है। उन्होंने कहा है, "आप सभी को धन्यवाद, लोकधर्मी, चरवाहे, कलीसिया के उपकारक और सभी विभाग, जो सबसे गरीब एवं हाशिये पर जीवनयापन करनेवाले भाई-बहनों में ख्रीस्त की खोज करते हैं। ख्रीस्त उन्हीं में हैं। सुसमाचार का केंद्र है गरीब। संत पापा ने उनके कार्यों के लिए पुनः अपनी कृतज्ञता प्रकट की।"  

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24 June 2021, 16:41