संत पापा फ्राँसिस संत पापा फ्राँसिस 

संत पापा का 9 एवं 10 मई का ट्वीट संदेश

संत पापा फ्राँसिस ने सोमवार 10 मई और रविवार 9 मई को शहीद रोसारियो अंजेलो लिवाटिनो की धन्य घोषणा, माताओं के दिवस तथा कोलंबिया और काबुल में हुए हंसक झड़पों को ध्यान में रखते हुए चार ट्वीट किया।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, सोमवार 10 मई 2021 (रेई) : संत पापा फ्राँसिस ने रविवार को स्वर्ग की रानी प्रार्थना का पाठ करने के पश्चात विभिन्न लोगों और धटनाओं को याद दिया और उनके लिए प्रार्थना करने की अपील की

1ला ट्वीट

संत पापा फ्राँसिस ने रविवार को इटली के सिसिली द्वीप स्थित एग्रीजेंतों में न्याय और विश्वास के शहीद न्यायधीश रोसारियो एंजेलो लिवाटिनो को याद करते हुए संदेश में लिखा, "आज, एग्रीजेंतो में, न्याय और विश्वास के शहीद रोसारियो एंजेलो लिवाटिनो को धन्य घोषित किया गया। उनके कार्य ने उन्हें हमेशा ईश्वर के संरक्षण में मजबूती से रखा। यही कारण था कि वे अपनी साहसिक मृत्यु तक सुसमाचार के साक्षी बने।"

2रा ट्वीट

संत पापा फ्राँसिस ने कोलंबिया वासियों के लिए प्रार्थना की अपील करते हुए लिखा, "मैं कोलंबिया में तनावों और हिंसक झड़पों पर अपनी चिंता व्यक्त करना चाहता हूँ, जिसके परिणामस्वरूप मौतें हुई हैं और अनेक घायल हुए हैं। प्रिय कोलंबिया वासियो, हम आपकी मातृभूमि के लिए प्रार्थना करते हैं।"

3रा ट्वीट

संत पापा ने येरुसालेम के लोगों के लिए अपनी चिंता व्यक्त करते हुए संदेश में लिखा, "मैं बड़ी चिंता के साथ येरूसालेम में हो रही घटनाओं को सुन रहा हूँ। मैं प्रार्थना करता हूँ कि यह मुलाकात का स्थान हो, हिंसक तनाव का स्थान नहीं। यह एक प्रार्थना एवं शांति का स्थान हो। हिंसा केवल हिंसा को जन्म देता है। बस, अब हिंसक तनाव बहुत हो चुका।" 

4था ट्वीट

संत पापा ने काबुल में हुए हिसांत्मक हमले की शिकार 50 से अधिक युवा लड़कियों और उनके परिवारों के लिए ईश्वर से प्रार्थना की तथा शांति की कामना करते हुए संदेश में लिखा, "आइए, हम कल काबुल में हुए आतंकवादी हमले के पीड़ितों के लिए प्रार्थना करें। एक अमानवीय कृत्य जिसने पचास युवा लड़कियों की जान ले ली, जब वे स्कूल से निकलीं। आइए, हम उनमें से हर एक के लिए और उनके परिवारों के लिए प्रार्थना करें। ईश्वर अफगानिस्तान को शांति दे।"

10 मई का ट्वीट

संत पापा ने स्वर्ण नियम की ओर सभी लोगों का ध्यान आकर्षित कराते हुए ट्वीट में लिखा, "दूसरों से अपने साथ जैसा व्यवहार हम चाहते हैं, हम उनके साथ भी वैसा ही करें।(सीएफ, मत्ती 7:12) क्या आप चाहते हैं कि दूसरे आपकी सुनें, तो सबसे पहले आप उनकी सुनें। क्या हमें प्रोत्साहन की जरूरत है? आइये, पहले हम प्रोत्साहन दें। क्या हम चाहते हैं कि दूसरे हमारी देखभाल करे? तो आइए, हम उन लोगों की देखभाल करें जो अकेले हैं और छोड़ दिए गए हैं।"

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10 May 2021, 15:28