इटली में घटती जन्मदर पर विचार गोष्ठी को सम्बोधित करते सन्त पापा फ्राँसिस, 14.05.2021 इटली में घटती जन्मदर पर विचार गोष्ठी को सम्बोधित करते सन्त पापा फ्राँसिस, 14.05.2021 

इटली में जन्म दर पर विचार गोष्ठी, सन्त पापा का सम्बोधन

इटली में जन्म दर पर विचार गोष्ठी हेतु एकत्र इताली परिवार संगठन के सदस्यों ने शुक्रवार को सन्त पापा फ्राँसिस का साक्षात्कार कर उनका सन्देश सुना।

जूलयट जेनेवीव क्रिस्टफर-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, शुक्रवार, 14 मई 2021 (रेई,वाटिकन रेडियो):  इटली में जन्म दर पर विचार गोष्ठी हेतु एकत्र इताली परिवार संगठन के सदस्यों ने शुक्रवार को सन्त पापा फ्राँसिस का साक्षात्कार कर उनका सन्देश सुना। इस अवसर पर सन्त पापा फ्राँसिस ने कहा कि जो समाज जीवन का स्वागत नहीं करता है वह जीना बन्द कर देता है।

इटली के परिवार संगठन के तत्वाधान में रोम के कॉनचिलियात्सोने भवन में शुक्रवार, 14 मई को आयोजित विचारगोष्ठी का उदघाटन सन्त पापा फ्राँसिस एवं इटली के प्रधान मंत्री मारियो ड्रागी ने किया जिसमें इताली बैंकों, खेल जगत, सांस्कृतिक संघों एवं मीडिया जगत के विशेषज्ञों ने भाग लिया।   

जन्मदर पर चिन्ता

जन्मदर के संवेदनशील एवं अत्यावश्यक विषय पर चिन्तन हेतु सन्त पापा ने विचार गोष्ठी में शामिल प्रतिभागियों के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया और कहा कि इटली में जीवन और मानव अस्तित्व के स्थायित्व के लिये यह अति आवश्यक है।

सन्त पापा ने कहा, आँकड़ों से पता चलता है कि अधिकांश युवाओं में बच्चों को जनने की अभिलाषा है किन्तु उनके सपने देश की उदासीनता से टकराकर चकनाचूर हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि इटली के केवल आधे युवा यह मानते हैं कि वे अपने जीवन में बच्चों को जन्म दे पायेंगे।

सन्त पापा ने कहा कि कई वर्षों से इटली की जन्म दर यूरोप में सबसे कम रही है, जो अब अपने गौरवशाली इतिहास के लिये नहीं अपितु बूढी होती जनता का एक वृद्ध महाद्वीप बनता जा रहा है। 2020 में इटली की जन्म दर 30 प्रतिशत कम हुई है।

रोज़गार और घर के बीच माता-पिता

इटली के राष्ट्रपति सेरजियो मात्तारेल्ला के शब्दों को उद्धृत कर सन्त पापा फ्राँसिस ने कहा,  "परिवार इटली के संयोजी ऊतक नहीं हैं, अपितु परिवार ही इटली हैं।" उन परिवारों को सन्त पापा ने याद किया जिन्हें इस वर्ष कोविद महामारी के कारण रोज़गार और घर के बीच समझौता करना पड़ा। घर के वयोवृद्धों के प्रति उन्होंने आभार व्यक्त किया जो परिवार को आगे बढ़ाने में मदद प्रदान करते हैं। उन्होंने कहा कि घर के नाना–नानी और दादा-दादी "असली पारिवारिक जीवनरक्षक नौकाएं" हैं, जिनका सदैव आदर किया जाये तथा जिनके अनुभव से पारिवारिक जीवन को समृद्ध बनाया जाये।

सामाजिक सुधारों का स्वागत

सन्त पापा फ्राँसिस ने इटली की सरकार की ओर से प्रत्येक बच्चे के लिये परिवारों को भत्ता दिये जाने की भी सराहना की तथा यह उम्मीद जताई कि "यह भत्ता परिवारों की ठोस जरूरतों को पूरा करेगा, जिन्होंने इतने सारे बलिदान किए हैं और अभी भी कर रहे हैं।"

उन्होंने यह आशा भी व्यक्त की कि हर सरकारी योजना में बच्चों और परिवारों पर विशेष ध्यान केन्द्रित किया जायेगा। उन्होंने कहा कि यदि परिवारों को वर्तमान का केन्द्र नहीं माना जाता है तो  किसी प्रकार के भविष्य की आशा नहीं की जा सकती, किन्तु यदि परिवार सफल होते हैं तो सब कुछ को सफलता मिल सकती है।  

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14 May 2021, 11:35