माता मरियम से प्रार्थना करते संत पापा फ्राँसिस माता मरियम से प्रार्थना करते संत पापा फ्राँसिस 

वेदी सेवकों से पोप ˸ अपने हाथ, सोच और समय येसु को अर्पित करें

संत पापा फ्राँसिस ने पुर्तगाल के वेदी सेवकों को एक संदेश भेजा, जो 25वीं राष्ट्रीय तीर्थयात्रा मनानेवाले हैं एवं उनका आह्वान किया कि वे येसु से मुलाकात करने के उत्साह को बनाये रखें और प्रभु प्रदत्त उपहार एवं विशेष व्यक्तिगत क्षमता को अर्पित करने में सच्चे बने रहें।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, मंगलवार, 4 मई 2021 (रेई)- संत पापा ने पुर्तगाल के वेदी सेवकों को संदेश भेजा जो शनिवार को फातिमा की माता मरियम के तीर्थालय में 25वीं राष्ट्रीय तीर्थयात्रा मनानेवाले हैं।

पुर्तगाल के काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के धर्मविधि एवं आध्यात्मिकता आयोग के अध्यक्ष धर्माध्यक्ष जोश मिग्वेल गर्चा के नाम प्रेषित संदेश में संत पापा ने कहा है कि हमारी माता मरियम अपने पास वेदी सेवकों को देखकर खुश हो जायेंगीं और काना में येसु के पहले चमत्कार के समय जिस तरह सेवकों से फुसफुसाकर कहा था उसी तरह उनसे फुसफुसाकर कहेंगी, "वे तुम लोगों से जो कुछ कहते हैं वही करना।"

पवित्र बनो

संत पापा ने संदेश में लिखा, "येसु आप सभी से पहली चीज कहते हैं ˸ पवित्र बनो।"

उन्होंने याद दिलाया कि वेदी तक पहुँचने के कारण वे सौभाग्यशाली हैं जहाँ रोटी और दाखरस बलि-परिवर्तन के समय येसु के शरीर और रक्त में परिवर्तित हो जाते हैं। यद्यपि हमारी आँखें येसु को देख नहीं पातीं, होंठ और हृदय उनकी आराधना करते हैं।

संत पापा ने उनसे आग्रह किया कि वे अपने व्यवहार को पवित्र चीजों की सेवा के अनुरूप रखें तथा अपने आंतरिक एवं बाह्य मनोभाव को अपने कार्य के साथ ताल-मेल में रखें, खासकर, उस समय जब वे वेदी के निकट हों अथवा क्रूस का चिन्ह बना रहे हों, बैठते या समुदाय के साथ प्रार्थना एवं भजन में भाग ले रहे हों।   

संत पापा ने कहा है कि "सम्मान और आंतरिक चिंतन से प्रेरित, एक वेदी सेवक के रूप में आपकी सेवा समुदाय के लिए विश्वास की अभिव्यक्ति बन जाएगी।"

अपने आपको येसु को अर्पित करें

संत पापा ने वेदी सेवकों को प्रोत्साहन दिया है, "आप अपने सारे उत्साह को यूखरिस्तीय आवरण में छिपे येसु से मुलाकात हेतु अर्पित करें। अपने हाथों, सोच और समय को येसु के लिए अर्पित करें और वे इसका पुरस्कार आपको जरूर प्रदान करेंगे, आपको सच्चा आनन्द देंगे एवं पूर्ण आनन्द की अनुभूति प्रदान करेंगे।"  

उन्होंने संतों का उदाहरण दिया, जिन्होंने अपनी यात्रा के लिए पोषण, यूखरिस्त से प्राप्त की।

सच्चे बनें

2019 में सिनॉड के बाद प्रेरितिक प्रबोधन ख्रीसतुस विवित के संदेश की याद दिलाते हुए संत पापा ने कहा कि वेदी सेवक दूसरों की नकल करने के द्वारा पवित्र नहीं बन सकते और न ही पूर्णता प्राप्त कर सकते हैं।  

उन्होंने बतलाया कि संतों से प्रेरित होकर वे पवित्रता की राह पर आगे बढ़ सकते हैं। किन्तु इसका अर्थ यह नहीं है कि पवित्र होने के लिए ऐसी चीजों का नकल करना है जो हमें प्रभु के रास्ते से भटकायें।

संत पापा ने धन्य कार्लो अकुतिस के शब्दों की याद दिलायी जो कहा करते थे, "हम सभी लोग सच्चे रूप में जन्म लेते हैं किन्तु अनेक लोग फोटोकॉपी के रूप में मर जाते हैं।"  

संत पापा ने उन्हें सलाह देते हुए कहा, "प्यारे वेदी सेवको, आप औसत के व्यक्ति न बनें...नकारात्मक व्यक्तियों का अनुसरण न करें बल्कि ज्योति एवं आशा बिखेरें, जो ईश्वर से आती हैं। आशा कभी निराश नहीं करती। ईश्वर के साथ कुछ भी नहीं खोता किन्तु उनके बिना सब कुछ खो जाता है। अतः अपने आपको पिता ईश्वर की बाहों में डालने से न डरें, उनपर भरोसा रखें जो आपकी चिंता करेंगे कि आप सच्चे बने रहें।"

संत जोसेफ का उदाहरण

संत पापा फ्राँसिस ने वेदी सेवकों के सामने संत जोसेफ का भी उदाहरण रखा। उन्होंने कहा कि यद्यपि संत जोसेफ ने मिस्सा में सेवा प्रदान नहीं की फिर भी वे मरियम के पति एवं येसु के पालक पिता के रूप में येसु के महान वेदी सेवक बन गये।

संत जोसेफ ने ईश्वर की योजना पूरी करने के लिए अपनी सभी योजनाओं को दरकिनार कर दिया और गर्भवती मरियम को अपने घर में लिया। मरियम और येसु के लिए उन्होंने इस दुनिया की सभी चीजों को त्याग दिया।  

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04 May 2021, 16:06