चेक रिपब्लिक में आवासहीन लोगों की सेवा करते स्वयंसेवी चेक रिपब्लिक में आवासहीन लोगों की सेवा करते स्वयंसेवी 

लाजरुस संगठन से संत पापा:सब कोई मूल्वान, स्वागत योग्य व सुंदर है

संत पापा फ्राँसिस ने फ्रेंच "लाजारे" संघ के सदस्यों के साथ मुलाकात की और प्रत्येक व्यक्ति को मूल्यवान, योग्य, स्वागत योग्य और सुंदर महसूस कराने के उद्देश्य से उनके साहस शक्ति और सेवा के लिए धन्यवाद दिया।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, शुनिवार 22 मई 2021 (वाटिकन न्यूज) : फ्रांसीसी "लाज़ार" (लाजरुस) संघ का दसवीं वर्षगांठ के अवसर पर सदस्यों को बधाई देते हुए, संत पापा फ्राँसिस ने उनकी बैठक के लिए ईश्वर को धन्यवाद दिया, "जो पिछले साल स्वास्थ्य संकट के कारण रद्द कर दिया गया था।"

उन्होंने कहा, "यह देखकर हमेशा खुशी होती है कि आज भी विश्वास, सद्भावना और साहस से भरे कई लोग सेवा और बंधुत्व के अनुभव को जीने के लिए प्रतिबद्ध हैं।"

सरल सिद्धांतों पर बना संघ

संत पापा ने इल बात पर गौर करते हुए कहा कि उनका संघ "सरल सिद्धांतों पर बना है, जैसे: 'दूसरों के साथ रहना, खुशी पाना, प्यार महसूस करना, एक परिवार की तरह परोपकार करना, बहुत ही सरलता से एक साथ रहना'।" उन्होंने कहा कि इन सिद्धांतो को कोई तभी  समझ पाता है और एक स्थिर समूह को आकार देता है जब वे मसीह के साथ मजबूत दोस्ती में रहते हैं, मसीह आपके अच्छे कामों के स्रोत हैं।" संत पापा ने कहा कि लाज़ार संघ ऐसा करता है: " आप बाहर लोगों का अपनी परिस्थितियों में मिलने जाते हैं और एक परिवार बनाकर सद्भाव और एक साथ रहने का आनंद लेते हैं, आप हमारे समाज की परिधि तक पहुंचने के कलीसिया के मिशन में भाग लेते हैं।"

उनकी वेबसाइट के अनुसार, "लाजर युवा कामकाजी वयस्कों और बेघर व्यक्तियों को एक घर साझा करने, समुदाय में रहने के लिए एक साथ लाता है। यह उनके आवास और सामाजिक जरूरतों को पूरा करता है। वे साझा आवास में रहते हैं, आमतौर पर एक फ्लैट में एकल लिंग वाले (पुरुष या स्त्री) छह से दस लोगों को समायोजित करते हैं। यह परियोजना 2011 से फ्रांस में मौजूद है।"

युवाओं से संत पापा

संत पापा ने जारी रखा "प्रिय युवाओ, आपने खुद को मानवीय गरिमा की सेवा में रखने के लिए चुना है, अपने आप को उन लोगों के करीब रखने के लिए जो बहिष्कृत, बेघर, खारिज कर दिए गए हैं, अक्सर उनके अधिकारों का हनन किया जाता है। उनकी सेवा करके आप स्वयं यहोवा की सेवा करते हैं।"

संत पापा ने कहा कि इन युवाओं ने उन लोगों के लिए "हाथ, आंख, कान, ईश्वर की मुस्कान"बनने का चुनाव किया है जिनकी वे सेवा करते हैं।

उन्होंने उनसे आशा और प्रेम की मशाल को ले जाने से नहीं डरने और स्वार्थ, व्यक्तिवाद, उदासीनता, त्याग की संस्कृति और तिरस्कृत गरीब एवं कमजोर लोगों​​ के बीच ईश्वर की कोमलता के गवाह बनने की ताकत खोजने का आग्रह किया।

लाभार्थियों से संत पापा

 संत पापा ने लाभार्थियों से कहा, "प्यारे दोस्तों, आप प्यार की इस पहल से लाभान्वित हो रहे हैं, आप जो अपने इतिहास के साथ इस खूबसूरत साहसिक कार्य को जीते हैं, कभी-कभी उदासी, अकेलेपन, आँसू, परीक्षण, बहिष्कार और अस्वीकृति का अनुभव किया हैं, आप एक अनमोल उपहार हैं, हमें आपमें प्रभु का प्रेम दिखाई देता है।" उन्होंने आगे कहा, "आप तिरस्कृत नहीं हैं, कमजोर पुरुष और महिलाएं, असफल लोग, जैसा कि समाज कभी-कभी हमें विश्वास कराना चाहता है। ईश्वर की नजर में, आप एक खजाना, एक उपहार, एक जीवन, एक गरिमा हैं। आपके चेहरे पर, हम मसीह का पीड़ित चेहरा देखते हैं जो हमें तत्काल दिल खोलने और प्यार के लिए आमंत्रित करता है"।

संत पापा ने उल्लेख किया कि "दूसरों से इतना अच्छा और ध्यान प्राप्त करने के बाद, आप बदले में ऐसे पुरुष और महिला बन जाते हैं जो उत्थान, सांत्वना, घावों को शांत करने और ईश्वर की उपस्थित अपने जीवन में अनुभव करने में सक्षम हैं।"। फिर उन्होंने उन्हें "अस्तित्व के हर पल में, एक अनुग्रह के रूप में, गुमनामी से बाहर आने और अपने जीवन को सुंदर, अच्छाई के लिए" खुद को देने हेतु प्रोत्साहित किया।

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22 May 2021, 15:49