पोप ने वाटिकन के पत्रकारों को सच्चाई की खोज में निकलने का प्रोत्साहन दिया
उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी
वाटिकन सिटी, सोमवार, 24 मई 2021 (वीएन हिन्दी)- संत पापा फ्रांसिस ने सोमवार को पलात्सो पियो का दौरा किया। वाटिकन रेडियो में संत पापा फ्राँसिस का यह पहला दौरा था। कार्यालय में प्रवेश करने के बाद सबसे पहले उन्होंने ओस्सेरवातोरे रोमानो के कर्मचारियों से मुलाकात की उसके बाद वे प्रार्थनालय गये और प्रार्थना की, "हे प्रभु, हमें अपने आप से बाहर आना एवं सत्य की खोज करना सिखा।
वाटिकन रेडियो के 9वें स्टूडियो में वाटिकन रेडियो के पत्रकारों को एक साक्षात्कार दिया। संत पापा ने कहा, "आपके कार्यों के लिए धन्यवाद।...हमारा काम है हम यहाँ जो कुछ करते हैं उसे लोगों तक पहुँचाना, जो सुन्दर है, भारी है, थकानदेह है, अनुवाद एवं शॉर्टवेब दोनों के द्वारा लोगों तक पहुँचना है जैसा कि आप कर रहे हैं। आपको अपने आप से सवाल करना है ˸ कितने लोग, कितने लोगों तक यह पहुँच पाता है? क्योंकि एक खतरा है कि यह एक अच्छा काम है किन्तु जहां पहुँचना चाहिए वहाँ नहीं पहुँच पाना।"
हमें प्रतिदिन अपने आपसे सवाल पूछना है, "हम कितने लोगों तक पहुँच पाते हैं? लोस्सेरवातोरे रोमानो के द्वारा येसु का संदेश कितने लोगों तक पहुँच पाता है?" संत पापा ने कहा कि यह बहुत महत्वपूर्ण सवाल है।
वाटिकन न्यूज के सम्पादकीय विभाग के प्रमुख मस्सिमिलियानो मनिकेत्ती ने संत पापा को बतलाते हुए कहा, "आप जैसे आग्रह कर रहे हैं हम वैसा ही करने की कोशिश करते हैं सबको जोड़ने एवं अधिक अभिव्यक्तिशील होने के लिए। उन लोगों को आवाज नहीं देते जो चिल्लाते हैं। यह एक ऐसा आयाम है जिसके लिए आप हमेशा जोर देते हैं। जितना संभव हो हम अधिक से अधिक लोगों तक पहुँचने की कोशिश कर रहे हैं।
मस्सिमिलियानो ने बतलाया कि विश्व के हजारों रेडियो इसे अपना आधार बनाते हैं, इसकी सामग्री को लेते और अपनी प्रणाली से लोगों तक पहुँचते हैं। यह एक सेवा है जिसको हम करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने संत पापा को उनकी सलाह के लिए धन्यवाद दिया।
वाटिकन रेडियो इताली विभाग के प्रमुख लुका कोल्लोदी ने कहा, "रेडियो आज एक जीवित माध्यम है, एक ऐसा माध्यम जो नई तकनीकी के बावजूद लोगों तक पहुँचता है और स्वस्थ तरीके से।"
साक्षात्कार के बाद संत पापा मारकोनी सभागार गये जहाँ सभी विभागों के 30 प्रतिनिधि उपस्थित थे।
संत पापा ने उन्हें सम्बोधित कर कहा, "आपके कामों के लिए धन्यवाद। मैं आप सभी को यहां देखकर खुश हूँ। मैंने सब कुछ व्यवस्थित पाया और मुझे अच्छा लगा। उन्होंने कहा, "महत्वपूर्ण बात है कि ये सभी सुन्दर एवं व्यवस्थित चीजें काम करें। काम करने का अर्थ है चलना, आगे बढ़ना...अच्छी तरह काम करने का बड़ा शत्रु है कार्यात्मकता। संत पापा ने कहा कि कार्यात्मकता घातक है। यह संस्था को सुलाता और मार डालता है। आप इसमें पड़ने से सावधान रहें। यह मायने नहीं रहता कि कितने स्थान हैं, स्टूडियो अच्छा है अथवा नहीं। महत्वपूर्ण बात है कि काम होना है, कार्यात्मक होना है, न कि कार्यात्मकता के शिकार। संत पापा ने कहा, "आप इससे सावधान रहें" और जब यह कार्यात्मक होता है तो यह रचनात्मक होने में मदद देता है। "आपके कार्य को हमेशा रचनात्मक होना चाहिए तथा आगे ही बढ़ते जाना चाहिए। इसी को सुचारू रूप से कार्य करना कहा जाता है।"
संत पापा ने सावधान रहने की चेतावनी दी। उन्होंने कहा के सुचारू रूप से कार्य संचालित होने के लिए काम में पर्याप्त स्वतंत्रता की आवश्यकता है। "जो जोखिम उठा सकता और आगे जा सकता एवं सब से अनुमति नहीं मांगता रहता ...क्योंकि इस तरह अनुमति मांगते रहना विकलांग बना देता है। कार्य करें कार्यवादी नहीं बनें।" अंत में उन्हें साहस के साथ आगे बढ़ने का प्रोत्साहन दिया।
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