मातेर संघ के सदस्यों एवं बच्चों से मुलाकात करते हुए संत पापा फ्रांसिस मातेर संघ के सदस्यों एवं बच्चों से मुलाकात करते हुए संत पापा फ्रांसिस 

पोप ˸ बाल यौन दुराचार एक प्रकार से "मनोवैज्ञानिक हत्या" है

संत पापा फ्रांसिस ने शनिवार 15 मई को मातेर संघ के 50 सदस्यों से वाटिकन के क्लेमेंटीन सभागार में मुलाकात की तथा उन्हें दुराचार एवं शोषण से पीड़ित बच्चों की मदद करने के कार्य को जारी रखने का प्रोत्साहन दिया।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, शनिवार, 15 मई 2021 (रेई)- मातेर संघ की स्थापना फादर फोरतुनातो दी नोतो ने 1989 में की है। इसके द्वारा शोषण एवं दुराचार से पीड़ित बच्चों की रक्षा हेतु मदद दी जाती है।

भले समारी

संत पापा ने उनके कार्यों की सराहना करते हुए कहा, "हाल के वर्षों में, अपने उदार कार्यों से आपने कमजोर एवं निस्सहाय लोगों के लिए कलीसिया का स्नेह प्रकट किया है। कई बार सुसमाचार के भले समारी की तरह, आप सम्मान एवं करुणा से उनसे मिले एवं आध्यात्मिक रूप से घायल लोगों का स्वागत किया, उन्हें सांत्वना दी और उनकी रक्षा की। कलीसियाई समुदाय इसके लिए आपका आभारी है।"

एक घर

संत पापा ने संघ की तुलना एक "घर" से की। घर जो एक स्वागत, शरण एवं सुरक्षा का स्थान होता है जिसमें सौहार्द, स्नेह और कोमलता को महसूस किया जाता है खासकर, परेशानी एवं दुःख के समय में। "आप कई बच्चों के लिए घर हैं जो अपनी निर्दोषता में स्वार्थी लोगों के द्वारा शोषित होते।" संत पापा ने कहा, "आप आशा, मुक्ति की राह को बढ़ावा देने एवं कई पीड़ितों को बचाने वाले हैं। इसलिए मैं प्रोत्साहन देता हूँ कि आप इस सराहनीय सामाजिक कार्य, बाल संरक्षण सेवा में आपके बहुमूल्य योगदान को जारी रखें।"

बाल यौन दुराचार

संत पापा ने बच्चों पर हो रहे दुराचार की वर्तमान स्थिति पर गौर करते हुए कहा, "आपका कार्य और भी अधिक आवश्यक है क्योंकि दुर्भाग्य से, बच्चों के प्रति शोषण जारी है।"

उन्होंने आधुनिक संचार माध्यमों का बच्चों पर हो रहे बुरे असर की ओर भी ध्यान खींचते हुए कहा कि यह एक संकट है जिसके लिए परिवारों एवं विभिन्न शैक्षणिक एजेसियों में जागरूकता होने की जरूरत है।  

उन्होंने कहा, "बाल यौन दुराचार एक तरह की "मनोवैज्ञानिक हत्या" है और कई बार बचपन को ही नष्ट कर देता है। अतः बच्चों को यौन दुराचार से रक्षा किया जाना सभी लोगों का कर्तव्य है एवं तस्करों और दुराचारियों दोनों की पहचान की जानी चाहिए।" समाज के विभिन्न क्षेत्रों जैसे - स्कूल, खेल मैदान, मनोरंजन और सांस्कृतिक स्थलों, धार्मिक समुदायों एवं व्यक्तिगत रूप से उनकी रक्षा की जानी चाहिए।"  

संत पापा ने याद किया कि मातेर संघ समाज में इन सभी गतिविधियों में सहयोग करता है। उन्होंने कहा, "शिक्षा के पहलू पर विशेष ध्यान देते हुए आप बिना किसी हिचकिचाहट के अपना काम जारी रखें, लोगों में एक ठोस अंतःकरण का निर्माण करें तथा दुराचार और शोषण की संस्कृति को मिटा दें।"

संघ की आदर्श माता मरियम

संत पापा ने गौर किया कि संघ माता मरियम को अपना आदर्श मानता है। उन्होंने कहा, " वे, एक देखभाल करनेवाली माँ हैं, जो अपने बेटे येसु को पूरी तरह प्यार करना चाहती है, वे पूरे संघ के लिए भी एक आदर्श और मार्गदर्शक हैं, जो गुलामी और हिंसा के शिकार बच्चों को सुसमाचारी उदारता के साथ प्यार करने के लिए प्रेरित करती है।" संत पापा ने सदस्यों को व्यक्तिगत एवं सामुदायिक प्रार्थना द्वारा प्रतिदिन ईश्वर के साथ संबंध गहरा करने का प्रोत्साहन दिया तथा ईश वचन का पाठ करने और सबसे बढ़कर, यूखरीस्त जो एकता का संस्कार एवं उदारता का संबंध है उसे अपने जीवन का आधार बनाने की सलाह दी।  

उन्होंने संघ के सभी सदस्यों के प्रति आभार प्रकट किया तथा उन्हें गलतफहमी एवं कठिनाइयों से नहीं डरते हुए साहस और धीरज से आगे बढ़ने का प्रोत्साहन दिया।  

अंत में, उन्होंने अपनी प्रार्थना का आश्वासन देते हुए उन्हें अपना आशीर्वाद प्रदान किया।

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15 May 2021, 13:54