बुढ़ापेस्ट के धर्माध्यक्ष के साथ वहाँ के विश्वासी बुढ़ापेस्ट के धर्माध्यक्ष के साथ वहाँ के विश्वासी  

यूखरीस्तीय कॉन्ग्रेस में पोप के स्वागत हेतु हंगरी की तैयारी

हंगरी में आगामी अंतरराष्ट्रीय यूखरीस्तीय कॉन्ग्रेस की तैयार की जा रही है, जहाँ सितम्बर में समापन समारोह के अवसर पर, संत पापा फ्राँसिस ख्रीस्तयाग अर्पित करेंगे। हंगरी के कार्डिनल पीटर एरदो ने वाटिकन न्यूज को समारोह के बारे बतलाया जिसको वे मानवीय संकट स्थिति के बीच हंगरी के लिए आशा के चिन्ह के रूप में देखते हैं।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

हंगरी, मंगलवार, 18 मई 2021 (वीएनएस)- हंगरी की काथलिक कलीसिया के शीर्ष ने कहा कि बुढापेस्ट में सितम्बर में आयोजित आगामी अंतरराष्ट्रीय यूखरीस्तीय कॉन्ग्रेस, जिसमें संत पापा फ्राँसिस भाग लेंगे वह कोरोना वायरस के बाद जीवन का प्रतीक है।

कार्डिनल ने याद किया कि 10 मिलियन आबादी वाले देश में कोविड-19 के कारण करीब 29,000 लोगों की मौत हो गई। हंगरी उन देशों में से एक है जहाँ प्रति व्यक्ति के हिसाब से कोरोनवायरस के अधिक मामले दर्ज किये गये।

हंगरी में अंतरराष्ट्रीय यूखरीस्तीय कॉन्ग्रेस को कोरोना वायरस महामरी के कारण पिछले साल स्थगित कर दिया गया था। कार्डिनल ने बतलाया कि वाटिकन के एक प्रतिनिधि दल ने बुढापेस्ट में कॉन्ग्रेस आयोजित किये जाने के स्थान का अवलोकन किया।  

कोरोना वायरस महामारी के कारण लगे प्रतिबंधों को हंगरी में धीरे से खोले जाने के बीच, समापन मिस्सा को 12 सितम्बर को बुढापेस्ट के मजेस्टिक हिरोस प्रांगण में आयोजित किया गया है।  

उम्मीद है कि हंगरी की राजधानी में आयोजित समारोह में संत पापा फ्राँसिस समारोही ख्रीस्तीय का अनुष्ठान कर पायेंगे।

कार्डिनल ख्रीस्तयाग अर्पित करेंगे

कार्डिनल एरदो ने कहा कि संत पापा की यात्रा ऐतिहासिक होगी। उन्होंने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय यूखरिस्तीय कांग्रेस समापन मिस्सा 20 वर्षों में पहली बार होगा, जिसमें पोप शामिल होंगे।

उन्होंने बतलाया कि संत पापा अलग से विश्वासियों के साथ मिलेंगे। कॉन्ग्रेस के सचिव हंगरी के धर्माध्यक्ष गाबोर मोहोस की उम्मीद है कि मुलाकात का अर्थ कोरोनावायरस महामारी से पीड़ित लोगों को प्रोत्साहन देना। उन्होंने बुढापेस्ट के पत्रकारों को बतलाते हुए कहा, "हम फिर से इस कार्यक्रम के आयोजन की घोषणा करने में सफल होने के लिए रोमांचित हैं।"

धर्माध्यक्ष जो खुद कोविड-19 से संक्रमित हुए थे कहा, "महामारी के बावजूद हमने आशा नहीं खोयी और हमें फिर से व्यक्तिगत उपस्थिति में आयोजन करने में प्रसन्नता हो रही है।  

कॉन्ग्रेस का आयोजन 5- 12 सितम्बर को किया गया है जिसमें अन्य कलीसियाओं के धर्मगुरूओं एवं धार्मिक प्रतिनिधियों के भाग लेने की उम्मीद है। उनमें ग्रीक एवं पूर्वी काथलिक धर्माध्यक्ष, साथ ही साथ ऑर्थोडॉक्स एवं प्रोटेस्टंट अतिथि एवं यहूदी समुदाय एवं नागरिक समाज के प्रतिनिधि भी उपस्थित होंगे।

 

 

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18 May 2021, 15:49