कलीसिया की धर्माचर्या अविला की संत तेरेसा कलीसिया की धर्माचर्या अविला की संत तेरेसा 

कलीसिया व समाज में महिलाओं के महत्व को दर्शाती हैं संत तेरेसा

संत पापा फ्राँसिस कलीसिया की धर्माचर्या अविला की संत तेरेसा की उद्घोषणा की 50 वीं वर्षगांठ को चिह्नित करते हुए कहा कि आज भी संत तेरेसा कलीसिया और समाज में महिलाओं की भूमिका को उजागर करने में समर्थ हैं।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, बुधवार 14 अप्रैल 2021 (वाटिकन न्यूज) : स्पेन स्थित अविला महाधर्मप्रांत के महाधर्माध्यक्ष गिल तामायो को प्रेषित अपने संदेश में संत पापा फ्राँसिस ने कहा कि संत तेरेसा कलीसिया की धर्माचर्या बनने वाली पहली महिला थीं।

उन्होंने कहा कि सम्मान "उस अनमोल शिक्षण की मान्यता थी जिसे ईश्वर ने उनके लेखन और जीवन की गवाही के माध्यम से हमें प्रेषित किया है।"

पचास साल पहले, 27 सितंबर 1970 को, संत पापा पॉल छठे ने अविला की संत तेरेसा को कलीसिया की धर्माचर्या का खिताब दिया था।

स्पेन में अविला काथलिक यूनिवर्सिटी इस ऐतिहासिक वर्षगांठ को "असाधारण महिला" नामक एक अंतरराष्ट्रीय कांग्रेस के रुप में मना रही है, जैसा कि संत पापा पॉल छठे ने संत तेरेसा को इस नाम से वर्णित किया था। यह समारोह 15 अप्रैल तक चलेगा।

साहसी गवाह, दीवारों को तोड़ने में सक्षम

संत तेरेसा का जन्म 1515 में हुआ और 1582 में उनकी मृत्यु हो गई। संत पापा फ्राँसिस ने अपने संदेश में लिखा, "संत तेरेसा में येसु ने जो ज्योति जलाई है उनकी मृत्यु के लगभग आधा सहस्राब्दी के बाद अब भी, वह इस दुनिया में हमेशा चमकती रहती है, साहसी गवाह, जो किसी भी दीवार को तोड़ने में सक्षम है, चाहे वह भौतिक या सांस्कृतिक हो।”

उन्होंने अपनी बुद्धिमत्ता और तप का भी हवाला दिया, "सुंदरता के प्रति संवेदनशीलता और उन सभी के प्रति आध्यात्मिक मातृत्व प्रदान किया, जिन्होंने उनसे आग्रह किया।"

संत पापा ने कहा, "पूरे इतिहास में जिन महिलाओं ने कलीसिया और समाज में असाधारण भूमिका निभाई है, वे उसका एक उदाहरण थी।"

शुद्धि चाहने वालों के लिए एक संदेश

अविला की संत तेरेसा के लेखन के लिए धन्यवाद, जो आज भी हमारे लिए एक संदेश है।

संत पापा फ्राँसिस ने उल्लेख किया कि उनका संदेश और उदाहरण सभी के लिए है, "उन लोगों के लिए जो धार्मिक जीवन की पुकार महसूस करते हैं," और "उन सभी के लिए भी जो सांसारिकता से शुद्धि के मार्ग पर प्रगति करना चाहते हैं, जो ईश्वर के साथ मिलकर अपने आध्यात्मिक जीवन को मजबूत करना चाहते हैं।"

उन्होंने कहा, " संत तेरेसा का एक दोस्त के रूप में हमारे सांसारिक तीर्थयात्रा में मार्गदर्शक होना, हमें सुरक्षा और शांति प्रदान करता है।"

संत पापा ने संत जोसेफ के प्रति संत तेरेसा की महान भक्ति को याद करते हुए और उनके संदेश एवं शिक्षाओं को गहराई से लेने हेतु सभी विश्वासियों को प्रोत्साहित करते हुए अपने संदेश को समाप्त किया।

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14 April 2021, 13:45