मोसुल शहर के खण्डहरों में एक श्वेत कबूतर को मुक्त करते सन्त पापा फ्राँसिस - 07.03.2021 मोसुल शहर के खण्डहरों में एक श्वेत कबूतर को मुक्त करते सन्त पापा फ्राँसिस - 07.03.2021 

ईराक के उत्तरी शहर मोसुल में प्रार्थना

रविवार को सन्त पापा ने एब्रिल से, इस्लामिक स्टेट के खिलाफ युद्ध से क्षतिग्रस्त हुए, मोसुल शहर के लिये प्रस्थान किया, जहाँ उन्होंने ईराकी युद्ध में हिंसा के शिकार बने लोगों को श्रद्धान्जलि अर्पित की।

जूलयट जेनेवीव क्रिस्टफर-वाटिकन सिटी

मोसुल, रविवार, 07 मार्च 2021 (रेई,एपी): एब्रिल के कुर्दी स्वायत्त क्षेत्र के अधिकारियों से मुलाकात के उपरान्त रविवार को सन्त पापा ने एब्रिल से, इस्लामिक स्टेट के खिलाफ युद्ध से क्षतिग्रस्त हुए,  मोसुल शहर के लिये प्रस्थान किया, जहाँ उन्होंने ईराकी युद्ध में हिंसा के शिकार बने लोगों को श्रद्धान्जलि अर्पित की।  

होश-अल-बेया चौक में प्रार्थना

मोसुल शहर पहुँचने पर अपने हेलीकॉप्टर से ही सन्त पापा फ्राँसिस ने नीनीवे मैदानों के पार काराकोश के लघु ख्रीस्तीय समुदाय को दर्शन दिये। यहाँ 2014 में आईएस आतंकवादियों के क्रूर शासन के उपरान्त केवल कुछ ख्रीस्तीय परिवार ही अपने घरों को लौट पायें हैं। रविवार को सन्त पापा ने मोसुल शहर में, ईराकी ख्रीस्तीयों के चार महागिरजाघरों के खण्डहरों एवं अवशेषों से घिरे होश-अल-बेया चौक में युद्ध के शिकार लोगों के लिये प्रार्थना की।

शिलाखण्ड का उदघाटन

होश-अल-बेया चौक में ही सन्त पापा फ्राँसिस ने युद्ध के शिकार हुए लोगों की स्मृति में एक शिलाखण्ड का उदघाटन किया, जिसपर रोमियों को लिखे सन्त पौल के ये शब्द अंकित थेः शांति के सन्देशवाहकों के पैर कितने सुन्दर हैं।

शिला पर लिखे अन्य शब्द हैं, मोसुल तथा निनिवे के मैदान में शांति और भ्रातृप्रेम के सन्देशवाहक सन्त पापा फ्राँसिस की यात्रा की स्मृति में। यहाँ, जहाँ हम ख्रीस्तीयों ने 2003 से 2017 तक बलात विस्थापन की पीड़ा सही, वहीं सन्त पापा ने शांति एवं न्याय, सह-अस्तित्व एवं मानवीय भाईचारे के लिये प्रार्थना की। रविवार, 07 मार्च 2021।  

पुनर्निर्माण प्रयास      

2017 में भले ही ईराक ने इस्लामिक स्टेट के आतंकवादियों पर विजय घोषित कर दी थी तथा अब चरमपंथी दलों का एब्रिल एवं आस-पड़ोस के क्षेत्रों पर कोई नियंत्रण नहीं है तथापि, ईराक के उत्तरी हिस्से में छिट-पुट बम विस्फोटों एवं हमलों की कमी नहीं रही है। उत्तरी और पश्चिमी ईराक में आईएस आतंकवादी समूह के क्रूर शासन तथा इसके विरुद्ध भीषण लड़ाई ने सर्वत्र विनाश छोड़ रखा है। वित्तीय संकट एवं कोविद-महामारी के चलते पुनर्निर्माण प्रयासों को धक्का लगा है तथा एब्रिल, काराकोश एवं मोसुल शहरों के कई हिस्से खण्डहर रह गये हैं। कई ईराकियों को अपने खर्च पर अपने घरों का पुनर्निर्माण करना पड़ा है।कई इराकियों को अपने घरों को अपने खर्च पर पुनर्निर्माण करना पड़ा है।

 

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07 March 2021, 11:17