ईराक में कड़ी सुरक्षा के बीच सन्त पापा फ्राँसिस की प्रेरितिक यात्रा य तस्वीरः 04.03.2021 ईराक में कड़ी सुरक्षा के बीच सन्त पापा फ्राँसिस की प्रेरितिक यात्रा य तस्वीरः 04.03.2021 

हिंसा, महामारी के बीच सन्त पापा की यात्रा, ईराक में कड़ी सुरक्षा

ईराक में बढ़ती हिंसा एवं कोविद-19 महामारी की चुनौतियों के समक्ष, सन्त पापा फ्राँसिस की पांच से आठ मार्च तक जारी प्रेरितिक यात्रा के दौरान, ईराकी अधिकारियों ने देश में सुरक्षा व्यवस्था को कड़ा कर दिया है।

जूलयट जेनेवीव क्रिस्टफर-वाटिकन सिटी

बगदाद, शुक्रवार, 5 मार्च 2021 (रॉयटर, एपी): ईराक में बढ़ती हिंसा एवं कोविद-19 महामारी की चुनौतियों के समक्ष, सन्त पापा फ्राँसिस की पांच से आठ मार्च तक जारी प्रेरितिक यात्रा के दौरान, ईराकी अधिकारियों ने देश में सुरक्षा व्यवस्था को कड़ा कर दिया है।

ईराक में काथलिक परमाध्यक्ष पहली बार

सन्त पापा फ्राँसिस की यह यात्रा काथलिक कलीसिया के परमाध्यक्ष द्वारा ईराक में पहली ऐतिहासिक यात्रा है। सन् 2000 में सन्त पापा जॉन पौल द्वितीय ईराक जानेवाले थे किन्तु तत्कालीन नेता सद्दाम हुसैन की सरकार के साथ बातचीत के नाकाम हो जाने के बाद उन्हें अपनी योजनाबद्ध ईराकी यात्रा को रद्द करना पड़ा था।  

रॉकेट और आत्मघाती बम हमलों के बाद, मुसलमान बहुल देश ईराक में विश्वव्यापी काथलिक कलीसिया के परमधर्मगुरु सन्त पापा फ्राँसिस की सुरक्षा पर आशंका जताते हुए, ईराकी अधिकारियों ने सम्पूर्ण देश में सुरक्षा व्यवस्था को कड़ा कर दिया है तथा बगदाद, उर, मोसुल, काराकोश एवं एबरिल में हज़ारों अतिरिक्त सुरक्षाकर्मियों को तैनात कर दिया है।

कड़ी सुरक्षा

सुरक्षा योजना की जानकारी देते हुए बगदाद के एक वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारी ने रॉयटर समाचार एजेन्सी को बताया कि पाँच से आठ मार्च तक जारी सन्त पापा फ्राँसिस की यात्रा के दौरान तैनात बलों को सड़क की लड़ाई से लेकर बमबारी और रॉकेट हमलों तक के सबसे बदत्तर  मामलों से निपटने के लिए प्रशिक्षित किया गया है। उन्होंने बताया कि जहाँ भी सन्त पापा फ्राँसिस जायेंगे वहाँ पर गृह मंत्रालय के विशेष बलों एवं सैनिकों को तैनात किया जा रहा है तथा साथ ही एयरफोर्स सभी मार्गों पर निगरानी रखने के लिये 24 घण्टों ड्रोन का संचालन करेगा। इसके अतिरिक्त, विस्फोटक टीम एवं आतंकवाद निरोधी बलों की भी व्यवस्था है। सूत्रों के अनुसार, सन्त पापा के नेतृत्व में आयोजित समारोहों में साधारण पोशाकों में खुफिया इंटेलिजेंस एजेन्टों और राष्ट्रीय सुरक्षा अधिकारियों को भी तैनात किया जा रहा है।  

हमलों में इज़ाफा

विगत दो माहों के अन्तराल में, नागरिकों एवं सैन्य अड्डों पर हमलों में इज़ाफा हुआ है। जनवरी माह में बगदाद के एक जनसंकुल मार्कोट में दो आत्मघाती बम विस्फोट हुए जिनमें कम से कम 32 लोगों की हत्या हो गई। बुधवार सुबह ही, बगदाद में, अमरीकी एवं ईराकी सैन्य बलों की मेज़बानी करनेवाले एक एयरबेस पर 10 रॉकेट उतारे गये। हमले के कुछ ही घण्टों बाद सन्त पापा फ्राँसिस ने पुष्टि की कि उनकी ईराकी यात्रा में कोई बदलाव नहीं होगा, वे ईराक निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार जायेंगे।       

सन्त पापा फ्राँसिस ने कहा है कि उनकी यात्रा का लक्ष्य वर्षों से युद्ध एवं उससे संलग्न हिंसा से जूझते ईराक के लगभग तीन लाख ख्रीस्तीय धर्मानुयायियों के प्रति एकात्मता दर्शाना तथा, संकटों के बावजूद, उनके ख्रीस्तीय विश्वास को मज़बूत करना है। ग़ौरतलब है कि सन् 2003 में ईराक पर अमरीका की चढ़ाई तथा इस्लामिक लड़ाकाओं की बर्बर हिंसा से पूर्व ईराकी ख्रीस्तीयों की संख्या पांच गुना अधिक थी।    

शुक्रवार सन्ध्या सन्त पापा फ्राँसिस राजधानी बगदाद स्थित "आर लेडी ऑफ सालवेशन" नामक मरियम महागिरजाघर में ईराक के धर्माध्यक्षों, पुरोहितों, धर्मसमाजियों एवं धर्मसंघियों को सम्बोधित करेंगे।  

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05 March 2021, 11:30