संत पापा फ्राँसिस संत पापा फ्राँसिस  

संगीतकारों से पोप˸ संगीत एक भाषा है जो भाईचारा उत्पन्न करता

संगीत एक ऐसी भाषा है जो वैश्विक भाईचारा को पुनः उत्पन्न करता एवं सहयोग देता है। संत पापा ने 4-5 फरवरी को आयोजित संगीत सम्मेलन के प्रतिभागियों को वीडियो संदेश भेजा है तथा संगीतकारों से अपील की है कि वे बाईबिल से प्रेरणा लें।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, बृहस्पतिवार, 4 फरवरी 21 (रेई)- संत पापा फ्रांसिस ने संस्कृति के लिए परमधर्मपीठीय समिति के तत्वधान में, धार्मिक संगीत के परमधर्मपीठीय संस्थान और परमधर्मपीठीय धर्मविधिक संस्थान संत अंसेलमो यूनिवसिटी के सहयोग से आयोजित, 4थे अंतरराष्ट्रीय संगीत सम्मेलन के प्रतिभागियों को वीडियो संदेश भेजा।

बाईबिल में संगीत

संत पापा ने संदेश में कहा कि उन्होंने जो विषयवस्तु चुना है वह कलीसयाई समुदाय एवं संगीत विभाग में काम करनेवालों को समृद्ध करेगा जो कि धर्मविधि और सुसमाचार प्रचार के क्षेत्र में बहुत महत्वपूर्ण है।

नबी इसायस ने लोगों को प्रभु की स्तुति गाने का आह्वान करते हुए कहा था, "प्रभु के आदर में नया गीत गाओ, पृथ्वी के सीमांतों तक उनकी स्तुति करो।" (इसा. 42,10).

संत पापा ने कहा कि बाईबल में हम संगीत की असंख्य प्रेरणा पाते हैं। कलीसिया का संगीत वास्तव में, बहुत विविध है और यह धर्मविधि के अलावा संगीत कार्यक्रम में प्रदर्शन, स्कूल, धर्मशिक्षा तथा थिएटर में भी सहयोग देता है।

कोविड -19 महामारी का संगीत पर प्रभाव

संगीत भी कोविड -19 महामारी के प्रभाव से अछूता नहीं है। संत पापा ने इस पर गौर करते हुए कहा, "हम जानते हैं कि कोविड महामारी के शुरू से ही संगीत क्षेत्र के क्रिया-कलाप पूरी तरह प्रभावित हुए हैं।" उन्होंने उन लोगों की याद की जो इससे बहुत अधिक प्रभावित हैं, खासकर, संगीतकार, जिन्होंने सामाजिक दूरी बनाकर रखने की मांग के कारण अपने जीवन एवं पेशे को तबाह होते देखा, जिन्होंने अपनी नौकरी एवं सामाजिक सम्पर्क खो दी। जबकि कई लोगों ने नई रचनात्मकता के साथ संगीत सेवा प्रदान करते रहने के महत्वपूर्ण प्रयास को जारी रखा।

संगीतकारों का योगदान

संत पापा ने उनके प्रयासों की सराहना करते हुए कहा, "यह एक बहुमूल्य समर्पण है न केवल कलीसिया के लिए बल्कि सभी लोगों के लिए, जो संगीत प्रदर्शन हॉल और अन्य स्थानों पर काम करते हैं, जहां संगीत द्वारा समुदाय के लिए सेवा उपलब्ध की जाती है।"

उन्होंने आशा व्यक्त की कि सामाजिक जीवन का यह आयाम पुनः जन्म लेगा, कि हम फिर एक बार गाने, बजाने और संगीत का आनन्द लेने एवं एक साथ गाने के लिए जमा हो पायेंगे। मिग्वेल चेरवेंट्स कहते हैं, "जहाँ संगीत है, वहाँ कुछ भी बुरा नहीं होता।" क्योंकि संत पापा ने कहा कि संगीत की शक्ति के माध्यम से कई ग्रंथ और रचनाएँ हैं, जो  हर एक के व्यक्तिगत विवेक को उत्तेजित करते और एक सार्वभौमिक भ्रातृत्व उत्पन्न करते हैं।

संगीत में मौन

नबी इसायस आगे कहते हैं, "मैं बहुत समय तक निष्क्रिय रहा, मैं मौन रहा और अपने को रोकता रहा।"(42,14).

संत पापा ने कहा, "एक कुशल संगीतकार मौन के मूल्य को जानता है।" आवाज एवं मौन के बीच प्रत्यावर्तन लाभदायक है और सुनने के लिए प्रेरित करता है जो वार्ता हेतु आधारभूत भूमिका अदा करता है। उन्होंने संगीतकारों को सम्बोधित करते हुए कहा कि एक दूसरे को सुनना, आम चुनौती है। धर्मविधि में हम ईश वचन को सुनने के लिए निमंत्रित किये जाते हैं। ईश वचन हमारी मुख्य रचना है और समुदाय, पृष्टभूमि। ईश वचन अर्थ का स्रोत है यह समुदाय की यात्रा को आलोकित करता एवं पथप्रदर्शन करता है।

संगीत द्वारा सुसमाचार प्रचार

मुक्ति इतिहास को बतलाने के लिए, यह कितना आवश्यक है कि उन मुहावरों और भाषाओं का प्रयोग किया जाए, जिनको लोग अच्छी तरह समझते हैं, उसी तरह संगीत भी बाईबल के वचनों को नये एवं विभिन्न सांस्कृतिक पृष्टभूमि पर प्रस्तुत करने में मदद देता है, ताकि दिव्य वचन लोगों के मन और दिलों तक प्रभावशाली ढंग से पहुँच सके।  

उन्होंने कहा, "आपने अपनी सभा में सबसे विविध संगीत रूपों पर ध्यान देने का चुनाव किया है। मैं आपको धन्यवाद देता हूँ, खासकर, आदिवासी सभ्यताओं के लिए जिसमें नृत्य और उत्सव के अन्य धर्मविधिक तत्वों के साथ संगीत के दृष्टिकोण को एकीकृत किया गया है इस संदर्भ में, सुसमाचार प्रचार की सेवा में आकर्षक कथाएँ उभर सकती हैं।"

पाठ और संदर्भ, अब एक नए रूप में मौजूद है, जो हमें हमारी यात्रा को एक साथ फिर से शुरू करने के लिए प्रेरित करते हैं, क्योंकि "दिलों की एकता को आवाज़ों की एकता से गहरा किया जाता है।"

संत पापा ने अंत में उन्हें ईश्वर को समर्पित किया और कामना की कि वे उनके प्रयासों को फलप्रद बनायें।

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04 February 2021, 15:18