खोज

शरण की खोज में आप्रवासी शरण की खोज में आप्रवासी 

संत पापा ने कोलम्बिया को धन्यवाद दिया

देवदूत प्रार्थना के उपरांत संत पापा ने विश्वासियों का अभिवादन करते हुए विभिन्न लोगों को सम्बोधित किया। उन्होंने कोलंबिया को धन्यवाद दिया, संत सिरिल एवं संत मेथोडियुस की याद की, संत वेलेंटाइन्स डे पर प्रेमी जोड़ियों को आशीष दी एवं राखबुध की याद दिलायी।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, सोमवार, 15 फरवरी 2021 (रेई)- संत पापा ने आप्रवासियों की मदद करनेवालों को धन्यवाद देते हुए कहा, "मैं हमेशा उन लोगों को कृतज्ञता की नजर से देखता हूँ जो आप्रवासियों के हित में अपने को समर्पित करते हैं। मैं आप सभी को आपके कार्यों के लिए धन्यवाद देता हूँ। आज खासकर, मैं कोलंबिया के धर्माध्यक्षों के साथ शामिल होता हूँ जो देश में बेनेजुएला के आप्रवासियों की अस्थायी सुरक्षा लागू कर रहे कोलंम्बिया के अधिकारियों के प्रति अपना आभार व्यक्त कर रहे हैं। इस तरह वे स्वागत, सुरक्षा एवं एकीकरण को बढ़ावा दे रहे हैं। उन्होंने कहा, "यह कई धनी, विकसित देश नहीं है जो ऐसा कर रहा है... जी नहीं, एक ऐसा देश यह काम कर रहा है जिसके लिए गोरिल्ला युद्ध के 70 सालों बाद विकास, गरीबी और शांति की कई समस्याएँ हैं। इन सारी समस्याओं के बावजूद उन्होंने आप्रवासियों पर ध्यान देने एवं इस व्यवस्था को अपनाने का साहस किया है। कोलम्बिया को धन्यवाद।"  

संत सिरिल एवं संत मेथोडियुस

तत्पश्चात् संत पापा ने संत सिरिल एवं संत मेथोडियुस की याद की जिन्हें संत पापा जॉन पौल द्वितीय ने यूरोप के सह संरक्षक घोषित किया है। उन्होंने उन सभी विश्वासियों का अभिवादन किया जो इन संतों द्वारा सुसमाचार प्रचार किये गये क्षेत्रों में रहते हैं। उनकी मध्यस्थता द्वारा हम भी सुसमाचार प्रचार के नये रास्ते पा सकें और उनकी मध्यस्थता द्वारा ख्रीस्तीय कलीसियाएँ पूर्ण एकता के रास्ते पर आगे बढ़ सकें, साथ ही विविधताओं का सम्मान कर सकें।

संत वेलेंटाइन्स डे

तब संत पापा ने संत वेलेंटाइन्स डे की याद करते हुए कहा, "और आज हम संत वेलेनटाईन्स डे को नहीं भूल सकते, प्रेमी जोड़ियों की याद करने एवं उनको शुभकामनाएँ देने के लिए, जो प्रेम संबंध में हैं। मैं अपनी प्रार्थनाओं द्वारा आपके साथ हूँ एवं आपको आशीष प्रदान करता हूँ।

इसके बाद संत पापा ने रोम के विश्वासियों एवं तीर्थयात्रियों का अभिवादन किया। संत पापा ने प्रांगण में उपस्थित फ्रेंच, मैक्सिकन, स्पैनिश और पोलिश लोगों का भी अभिवादन एवं स्वागत किया।

राखबुध

तत्पश्चात् राखबुध की याद दिलाते हुए कहा, "आनेवाले बुधवार को हम चालीसा काल मना रहे हैं। यह विश्वास को अर्थ एवं संकट को आशा प्रदान करने का उपयुक्त अवसर है जिसको हम जी रहे हैं। अतः हम तीन शब्दों को न भूलें जो हमें ईश्वर की शैली को समझने में मदद देगा ˸ सामीप्य, सहानुभूति और कोमलता।"

अंत में उन्होंने प्रार्थना का आग्रह करते हुए सभी को शुभ रविवार की मंगल कामनाएँ अर्पित की।  

Thank you for reading our article. You can keep up-to-date by subscribing to our daily newsletter. Just click here

15 February 2021, 14:56