डब्ल्यूएफपी प्रमुख डेविड बीज़ली के साथ मुलाकात, 28.01.2021 डब्ल्यूएफपी प्रमुख डेविड बीज़ली के साथ मुलाकात, 28.01.2021 

डब्ल्यू एफ पी प्रमुख ने किया सन्त पापा का साक्षात्कार

वर्ल्ड फूड प्रोग्राम अर्थात् विश्व खाद्य कार्यक्रम के प्रमुख श्री डेविड बीज़ली ने गुरुवार को वाटिकन में सन्त पापा फ्राँसिस का साक्षात्कार किया। 40 मिनटों तक जारी रही बातचीत के दौरान श्री बीज़ली ने स्कूलों के बन्द होने से बच्चों के पोषण पर पड़े दुष्प्रभावों पर प्रकाश डाला।

जूलयट जेनेवीव क्रिस्टफर-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, शुक्रवार, 29 जनवरी 2021 (रेई,वाटिकन रेडियो): वर्ल्ड फूड प्रोग्राम अर्थात् विश्व खाद्य कार्यक्रम के प्रमुख श्री डेविड बीज़ली ने गुरुवार को वाटिकन में सन्त पापा फ्राँसिस का साक्षात्कार किया। 40 मिनटों तक जारी रही बातचीत के दौरान श्री बीज़ली ने स्कूलों के बन्द होने से बच्चों के पोषण पर पड़े दुष्प्रभावों पर प्रकाश डाला।

महामारी से अरबपति बने लोगों से अपील

वाटिकन स्थित परमाध्यक्षीय प्रेरितिक प्रासाद की लाईब्रेरी में सन्त पापा फ्राँसिस ने गुरुवार को विश्व खाद्य कार्यक्रम के अध्यक्ष डेविड बीज़ली से मुलाकात की। वाटिकन ने इस मुलाकात का कोई विवरण नहीं दिया किन्तु विश्व खाद्य कार्यक्रम द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया कि बीज़ली ने सन्त पापा को खाद्य कार्यक्रम द्वारा निर्धनों एवं क्षुधा पड़ितों के पक्ष में की गई अपील के बारे में बताया। विश्व खाद्य कार्यक्रम ने कोविद-19 महामारी के दौरान अरबपति बन गये अमीरों से अपील की है कि वे भुखमरी से जूझ रहे ग़रीबों की सहायता हेतु अनुदान दें।

सन्त पापा फ्राँसिस के समक्ष बीज़ली ने विश्व के कई देशों में अकाल पड़ने की भी आशंका व्यक्त की। विश्व खाद्य कार्यक्रम ने चेतावनी दी है कि "इस वर्ष लगभग 27 करोड़ लोग कोविद-19 महामारी, युद्ध और संघर्ष, जलवायु परिवर्तन और अन्य कारकों के दुष्प्रभावों के कारण गंभीर भुखमरी का सामना करेंगे।"

विश्व में क्षुधा पीड़ित बच्चों पर रिपोर्ट

संयुक्त राष्ट्र संघीय एजेन्सी विश्व ख्राद्य कार्यक्रम तथा संयुक्त राष्ट्र संघीय बाल निधि ने हाल ही में एक संयुक्त रिपोर्ट में सचेत किया है कि कोरोना वाईरस महामारी के बीच विश्व के लगभग 30 करोड़ बच्चे भुखमरी के शिकार बने हैं।

रिपोर्ट में कहा गया है कि तमाम विश्व में महामारी शुरू होने के बाद से स्कूल बंद होने के कारण  39 अरब से अधिक स्कूली भोजन मुहैया नहीं कराये जा सके, जबकि कई बच्चे अपने दिन के आहार के लिये स्कूल में दिये जानेवाले भोजन पर निर्भर रहते हैं।

बीज़ली ने विश्व खाद्य कार्यक्रम की वेब साईट पर प्रकाशित एक लेख में कहा, "स्कूल के पौष्टिक भोजन न मिलने से विश्व के सर्वाधिक ग़रीब बच्चों के भविष्य पर ख़तरा है।"

उन्होंने कहा "पौष्टिक स्कूल के भोजन पर छूटने से दुनिया के सबसे गरीब बच्चों के लाखों लोगों के भविष्य को खतरा है। हम पूरी पीढ़ी को खोने का जोखिम उठा रहे हैं। हमें स्कूलों को सुरक्षित रूप से फिर से खोलने और इन बच्चों को फिर से भोजन मुहैया कराने के लिये सरकारों का समर्थन करना होगा, क्योंकि कई लोगों के लिए, स्कूल में मिलने वाला पौष्टिक भोजन एकमात्र ऐसा भोजन है जो उन्हें पूरे दिनभर में मिलता है।"

 

 

 

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29 January 2021, 11:57