मोजाम्बिक की  विस्थापित महिलाएँ ओर बच्चे मोजाम्बिक की विस्थापित महिलाएँ ओर बच्चे 

संत पापा ने मोजाम्बिकों के साथ निकटता व्यक्त की

संत पापा फ्राँसिस ने मोजाम्बिक के काबो डेलगाडो के लोगों के लिए अपनी निकटता का खुलासा किया, जहां लगभग 600,000 लोग सशस्त्र संघर्ष के कारण अपने घरों से विस्थापित हो गए हैं।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, सोमवार 21 दिसम्बर 2020 ( वाटिकन न्यूज) : मोजाम्बिक में पेम्बा धर्मप्रांत के धर्माध्यक्ष लुईस फर्नांडो लिस्बोआ ने वाटिकन न्यूज़ को संत पापा की "निकटता और प्रेम" की अभिव्यक्ति के बारे में बताया, जिन्होंने शुक्रवार को संत पापा के साथ व्यक्तिगत मुलाकात की।

धर्माध्यक्ष ने कहा कि संत पापा ने काबो डेलगाडो के पीड़ित लोगों के साथ-साथ सभी मोजाम्बिकों के लिए अपनी चिंता को व्यक्त किया। 40 मिनट की मुलाकात के दौरान, धर्माध्यक्ष लिस्बोआ ने संत पापा फ्राँसिस को मोजाम्बिक के उत्तरी क्षेत्र में गंभीर मानवीय स्थिति के बारे में सूचित किया।

सशस्त्र विद्रोह

कई वर्षों तक हिंसक सशस्त्र झड़पों ने इस क्षेत्र को दहला दिया है। विद्रोही इस्लामी आतंकवादी प्राकृतिक संसाधनों के विशाल भंडार पर नियंत्रण करने के लिए सरकारी बलों से जूझ रहे हैं। अफ्रीका का तीसरा सबसे बड़ा प्राकृतिक गैस रिजर्व 2010 में काबो डेलगाडो में खोजा गया था।

मानवीय संकट

इस संघर्ष में स्थानीय मोजाम्बिक लोग सबसे भारी कीमत चुका रहे हैं। पिछले 3 वर्षों में कम से कम 2,000 नागरिकों ने अपनी जानें गंवाई है।

धर्माध्यक्ष लिस्बोआ ने कहा कि आंतरिक रूप से विस्थापित लोगों की संख्या लगभग 600,000 है, उनमें से 150,000  लोग पोर्ट पेम्बा शहर में हैं।

उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि संत पापा फ्राँसिस ने हाल ही में पेम्बा धर्मप्रांत के उन लोगों के लिए वित्तीय सहायता भेजी थी, जिन्होंने अपने घरों को छोड़ दिया है।

देखभाल और चिंता

वाटिकन न्यूज से बात करते हुए, धर्माध्यक्ष लिस्बोआ ने भी काबो डेलगाडो के लोगों के लिए संत पापा की चिंता के अन्य उदाहरणों को याद किया। पास्का रविवार को अपने उरबी एत ओरबी संदेश में, संत पापा फ्राँसिस ने दुनिया को मोजाम्बिक में हो रहे मानवीय संकट को अनदेखा न करने की अपील की।

एक और मार्मिक क्षण आया जब संत पापा ने अपनी देखभाल और निकटता व्यक्त करने के लिए अगस्त में धर्माध्यक्ष लिस्बोआ को फोन किया। उस अवसर पर, धर्माध्यक्ष ने संत पापा से कहा, "संत पापा, आपने काबो डेलगाडो को दुनिया के नक्शे पर रखा है!"

संत पापा फ्राँसिस ने सितंबर 2019 में अपनी मोज़ाम्बिक प्रेरितिक यात्रा के दौरान क्षेत्र के संघर्ष के बारे में भी बताया था। धर्माध्यक्ष लिस्बोआ ने कहा कि काबो डेलगाडो के बारे में कहे गये उनके शब्दों ने दुनिया का ध्यान खींचा और उन्होंने अन्य देशों से संकट को समाप्त करने में सहायता करने का आग्रह किया। अब दुनिया के विभिन्न हिस्सों से मदद मिल रही है।

संत पापा की प्रार्थना

अपनी बैठक के अंत में, संत पापा फ्राँसिस ने धर्माध्यक्ष लिस्बोआ से कहा कि वे काबो डेलगाडो में होने वाली घटनाओं की जानकारी रखते हैं और वे पीड़ित लोगों के लिए लगातार प्रार्थना करते हैं।

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21 December 2020, 15:39