2019 में गरीबों के लिए विश्व दिवस के अवसर पर लोगों से मुलाकात करते संत पापा फ्राँसिस 2019 में गरीबों के लिए विश्व दिवस के अवसर पर लोगों से मुलाकात करते संत पापा फ्राँसिस 

गरीबों के लिए विश्व दिवस : जरूरतमंद लोगों के प्रति सहानुभूति

गरीबों के लिए चौथे विश्व दिवस के अवसर पर महाधर्माध्यक्ष रिनो फिसिकेल्ला ने संत पापा फ्राँसिस के संदेश पर प्रकाश डाला है।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, बृह्पतिवार, 12 नवम्बर 2020 (रेई)- एक साक्षात्कार में महाधर्माध्यक्ष ने संत पापा के संदेश पर प्रकाश डालते हुए कहा कि संत पापा फ्राँसिस ने अपने संदेश में दूरदर्शिता के साथ इस बात पर ध्यान देने की आवश्यकता पर जोर दिया है कि कोविड-19 महामारी ने पूरे विश्व को अपनी चपेट में ले लिया है किन्तु परेशानी में पड़े परिवारों को मदद देने हेतु ठोस प्रयास जारी है।

गरीबों के लिए चौथे विश्व दिवस की विषयवस्तु है, "गरीबों के लिए अपना हाथ बढ़ाओ।" (प्रवक्ता 7:32) संत पापा के संदेश को 13 जून को प्रकाशित किया गया था।

जरूरतमंदों के प्रति सामीप्य

महाधर्माध्यक्ष ने कहा, "हाथ बढ़ाना एक चिन्ह है, जो तत्काल सामीप्य, एकात्मता और प्रेम प्रकट करता है। इन महीनों में जब पूरा विश्व एक वायरस का शिकार हो गया जिसने दुःख और मृत्यु लाया, निराशा और घबराहट बढ़ाया, तब कितने बढ़े हुए हाथ देखे गये। डॉक्टरों, नर्सों, प्रशासकों, दवाखाना में काम करने वालों, पुरोहितों और स्वयं सेवको के हाथ देखे गये। सड़कों के किनारे रहनेवाले लोगों एवं घरों में किन्तु भोजन के बिना रहनेवाले लोगों की मदद करनेवालों के हाथ देखे गये। उन लोगों के हाथ जिन्होंने मौलिक आवश्यकताएँ मुहैया कराने एवं सुरक्षा प्रदान करने के लिए अपनी सेवाएँ दीं। हम इसी तरह कई लोगों के हाथों की गिनती कर सकते हैं। इन सभी ने मिलकर बहुत बड़ा भला काम किया है। संक्रमित होने के भय के बावजूद कई हाथों ने सहयोग और सांत्वना दी। यह उपयुक्त समय है कि हम इस बात को दृढ़ता के साथ नवीकृत करें कि हमें एक-दूसरे की जरूरत है और हमें एक-दूसरे एवं विश्व के लिए साझा जिम्मेदारी है।

गरीबों के लिए विश्व दिवस पर संत पापा का ख्रीस्तयाग

महाधर्माध्यक्ष ने कहा कि संत पापा फ्राँसिस ने कई प्रयासों के साथ फिर एक बार अपना हाथ बढाया है ताकि इस दिन को अधिक ठोस बनाया जा सके। रविवार 15 नवम्बर को पूर्वाहन 10 बजे संत पेत्रुस महागिरजाघर में, चौथा विश्व गरीब दिवस मनाने के लिए संत पापा पवित्र मिस्सा अर्पित करेंगे। जिसको राई टीवी 1, टीवी 2000 टेलेस्कोप और वाटिकन संचार विभाग एवं वाटिकन न्यूज वेबसाईट पर प्रसारित किया जाएगा। संत पापा के इस ख्रीस्तयाग में भाग लेने के इच्छुक विश्वासी अपने घरों से ही इसमें भाग ले सकते हैं। जबकि गरीबों के प्रतिनिधि के रूप में स्वयंसेवकों और उपकारकों के 100 सदस्य संत पेत्रुस महागिरजाघर में पवित्र मिस्सा में भाग लेंगे। प्रतिनिधि इस बात को प्रकट करेंगे कि आज ख्रीस्तीय समुदाय में गरीबों पर विशेष ध्यान दिये जाने की जरूरत है। मिस्सा के दौरान पाठ उन लोगों के द्वारा पढ़ा जाएगा जो उदारता संगठनों द्वारा रोज सहायता प्राप्त करते हैं। प्रतिबंधों के कारण परम्परा के अनुसार संत पेत्रुस महागिरजाघर के प्राँगण में फिल्ड अस्पताल की सुविधा तथा 1500 गरीबों के साथ संत पापा के भोजन करने को स्थगित कर दिया गया है। फिर भी महामारी ने सबकुछ को बंद नहीं किया है। वाटिकन उदार दान विभाग द्वारा संत पेत्रुस प्राँगण के पास एक क्लीनिक स्थापित है वो लोग कोरोना टेस्ट करा सकते हैं जो अपना घर लौटना चाहते हैं, साथ ही गरीबों के लिए शयन कक्ष की भी सुविधा है। क्लिनिक सुबह 8 बजे से दोपहर 2 बजे तक खुला रहता है जहाँ दो सप्ताह तक हर रोज 50 कोरोना टेस्ट किये जो रहे हैं।

अपने "अंत" को ध्यान में रखना  

महाधर्माध्यक्ष फिसिकेल्ला ने प्रवक्ता ग्रंथ से प्रेरित संत पापा के शब्दों की याद की। उन्होंने कहा, "आप जो कुछ करें अपने अंत की याद करते हुए करें।" इसे दो तरह से समझा जा सकता है, पहला- कि हमारा जीवन एक न एक दिन समाप्त हो जाएगा। इस बात को ध्यान में रखते हुए हम गरीबों के प्रति सहानुभूति रखते हुए जीवन व्यतीत कर सकते हैं।  

दूसरा, "हमारे सभी कार्यों के अंत में सिर्फ प्रेम रह जायेगा...जो बांटने, समर्पित होने और सेवा में प्रकट होता है। यह पहले प्रेम किये जाने और प्रेम करने की प्रेरणा से साकार होता है।"

महाधर्माध्यक्ष ने कहा कि इसी भावना के साथ बढ़ाया गया हाथ उन लोगों की मुस्कान से धनी बनता है जो चुपचाप मदद करते हैं, सिर्फ ख्रीस्त के शिष्य होने की खुशी से प्रेरित होते हैं। यही भावना है जिसको हम चौथे विश्व गरीब दिवस पर अपनाने के लिए बुलाये गये हैं।  

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12 November 2020, 17:46