येरूसालेम के लातीनी प्राधिधर्माध्यक्ष को पालियुम प्रदान करते संत पापा फ्राँसिस येरूसालेम के लातीनी प्राधिधर्माध्यक्ष को पालियुम प्रदान करते संत पापा फ्राँसिस 

संत पापा ने येरूसालेम के प्राधिधर्माध्यक्ष को पालियुम प्रदान किया

संत पापा फ्राँसिस ने वाटिकन के संत मार्था प्रार्थनालय में येरूसालेम के लातीनी प्राधिधर्माध्यक्ष पियरबत्तीस्ता पित्साबल्ला को पालियुम प्रदान किया।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, बृहस्पतिवार, 29 अक्टूबर 2020 (ओस्सेरवातोरे रोमानो)- संत पापा फ्रांसिस ने 28 अक्टूबर को वाटिकन के प्रेरितिक आवास संत मर्था के प्रार्थनालय में, सुबह 8.30 बजे येरूसालेम के प्राधिधर्माध्यक्ष पियरबत्तीस्ता पित्साबल्ला को पालियुम प्रदान किया।

वाटिकन प्रेस कार्यालय द्वारा जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि पालियुम प्रदान करने की एक साधारण किन्तु अत्यंन्त प्रतीकात्मक धर्मविधि में संत पापा ने नये प्राधिधर्माध्यक्ष के साथ "हे हमारे पिता" एवं ईश्वर की माता मरियम के पास "प्रणाम मरियम" की प्रार्थना की तथा उन्हें मिशन सौंप दिया।

पालियुम की प्राप्ति

इस समारोह में ऑरियंटल कलीसिया के लिए गठित परमधर्मपीठीय धर्मसंघ के उप सचिव फादर फ्लावियो पाचे तथा येरूसालेम में लातीनी प्राधिधर्माध्यक्षीय आवास एवं ऑर्डर ऑफ फ्रायर माईनर के प्रतिनिधि भी उपस्थित थे।

कलीसियाई कानून (सीआईसी 437) के अनुसार, धर्माध्यक्षीय पावन अभिषेक प्राप्त करने के तीन माह के भीतर या कानूनी प्रावधान के अनुसार यदि पहले ही अभिषेक प्राप्त कर लिये हों, तो एक महाधर्माध्यक्ष को रोम के परमाध्यक्ष से व्यक्तिगत अथवा किसी के माध्यम से, पालियुम के लिए आवेदन करना है।   

पालियुम शक्ति का प्रतीक है जिसको महाधर्माध्यक्ष अपने प्रेरितिक क्षेत्र में रोमी कलीसिया की एकता में प्राप्त करते हैं।

क्रूस का भार एवं महिमा

प्राधिधर्माध्यक्ष पित्साबल्ला ने धर्मप्रांत के लोगों का अभिवादन करते हुए लिखा, "पालियुम जो मुझे एक समारोही अवसर के द्वारा अलग करेगा, आप लोगों के बीच मेरा नया मिशन, हमें स्मरण दिलाता है कि हमने बपतिस्मा में ख्रीस्त के जुवे को अपने ऊपर लेने का चुनाव किया है, क्रूस के भार एवं महिमा को, जो हमारे लिए प्रेम से मृत्यु एवं उसके परे तक दिया गया है।"

उन्होंने याद करते हुए कहा, "चार साल पहले, पवित्र भूमि के संरक्षक के रूप में मेरी जिम्मेदारी के समापन पर, संत पापा ने मुझे येरूसालेम के लातीनी प्राधिधर्माध्यक्षीय पद का प्रेरितिक प्रशासक नियुक्त करना चाहा। मैंने उसे स्वीकारा जो मुझे "लौटना" शब्द के समान अब भी विस्मित एवं परेशान कर रहा है।

एम्माउस के शिष्यों की तरह, समुदाय को पाने एवं अपने समर्पण को अधिक सुदृढ़ करने के लिए, यात्रा पुनः शुरू करने हेतु येरूसालेम लौटने के लिए मैं निमंत्रित किया जा रहा हूँ। मैंने सोचा कि अब येरूसालेम में मेरी जिम्मेदारी समाप्त हो गयी, तब संत पापा फ्राँसिस से मैंने नया निमंत्रण प्राप्त किया, जो चाहते हैं कि मैं प्राधिधर्माध्यक्ष बनूँ। अतः इस समय मुझे "रूकने" के लिए कहा गया है। यह चौकस प्रतीक्षा का परिपक्व धैर्य है, दैनिक एवं गंभीर निष्ठा का, भावुकता और टूटने का नहीं। यह सबसे बढ़कर प्रभु का अपने स्वर्गारोहन के पूर्व प्रेरितों को दिया गया निमंत्रण है जो अब भी हतप्रभ और हैरान थे, अपने रास्ते पर चलने के प्रलोभन में थे अथवा सब कुछ का तुरन्त समाधान करना चाहते थे। येसु उनसे कहते हैं, "तुम लोग शहर में तब तक बने रहो जब तक ऊपर की शक्ति से सम्पन्न न हो जाओ।" (लूक.24,49) इसलिए मैं भी आप लोगों के बीच विश्वास और आशा के साथ रहने के लिए रूक जाता हूँ।

दुनिया की चुनौतियों से सीख

प्राधिधर्माध्यक्ष ने कहा, "हम पुरानी और नयी समस्याओं से प्रभावित हैं : सांस लेने, देखने और साहस करने में असमर्थ राजनीति, खंडित और विभाजित सामाजिक जीवन, हमें दिन प्रति दिन गरीब बनाती अर्थव्यवस्था और अंततः इस समय की महामारी ने धीमी गति से चलने के लिए मजबूर करने के साथ हमारे सामान्य जीवन को प्रभावित किया है किन्तु मैं सोचता हूँ कि हमारे स्कूलों में अधिक कठिनाईयाँ हैं और हमारा कलीसियाई समुदाय अंदर और बाहर की समस्याओं के कारण कभी-कभी बहुत कमजोर हो जाता है जिसको हम सभी जानते हैं। ये हमें दुःख के साथ सिखला रहे हैं।"

प्राधिधर्माध्यक्ष की उम्मीद है कि मानव के कदम और चाल बदलेंगे यदि वह अपने आपको एवं विश्व को बचाना चाहता है।

लातीनी कलीसिया के प्राधिधर्माध्यक्ष

पालियुम एक लातीनी शब्द है जिसका अर्थ है आवरण या लाबादा। यह ऊन से बना कंधपठ है जिसको संत पापा, महाधर्माध्यक्षों को प्रदान करते हैं। यह रोम के धर्माध्यक्ष एवं उनके मिशन के साथ उनकी एकता का चिन्ह है जो भले चरवाहे का अनुकरण करते हैं जो अपनी भेड़ों (विश्वासी) को अपने कंधे पर उठाता है।  

24 अक्टूबर 2020 को संत पापा फ्राँसिस ने महाधर्माध्यक्ष पित्साबल्ला को येरूसालेम के लातीनी कलीसिया का प्राधिधर्माध्यक्ष नियुक्त किया। इस तरह वे लातीनी प्राधिधर्माध्यक्ष की 1847 में पुनः स्थापना के बाद 10वें प्राधिधर्माध्यक्ष नियुक्त हुए हैं।  

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29 October 2020, 16:02