संत पापा फ्राँसिस संत पापा फ्राँसिस 

संत पापा ने दी संत घोषणा हेतु नई आज्ञप्तियों को अनुमोदन

संत पापा फ्रांसिस ने परमधर्मपीठीय संत प्रकरण परिषद के अध्यक्ष से मुलाकात कर नौ उम्मीद्वारों के सन्त घोषणा प्रक्रिया को आगे बढ़ाने की अनुमति प्रदान की। उन आज्ञप्तियों में तीन चमत्कार पर, चार शहादत पर और दो विरोचित सद्गुणों पर ईशसेवक शामिल किये गये हैं।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, बुधवार 28 अक्टूबर 2020 (वाटिकन न्यूज) : संत पापा फ्रांसिस ने 27 अक्टूबर को परमधर्मपीठीय संत प्रकरण परिषद के अध्यक्ष धर्माध्यक्ष मार्चेलो सेमेरारो से मुलाकात कर नौ उम्मीद्वारों के सन्त घोषणा प्रक्रिया को आगे बढ़ाने की अनुमति प्रदान की। उन आज्ञप्तियों में तीन चमत्कार, तीन शहादत और दो विरोचित सद्गुणों पर ईशसेवक शामिल किये गये हैं।

चमत्कार पर तीन उम्मीद्वार

द सोसाइटी ऑफ डिवाइन वोकेशन और द सिस्टर्स ऑफ द डिवाइन वोकेशन के संस्थापक धन्य पुरोहित जुसतीनो मारिया रसोलिलो की आज्ञप्ति को स्वीकार किया गया है। इनका जन्म18 जनवरी 1891 को पियानुरा डि नेपल्स (इटली) में हुआ था और 2 अगस्त 1955 को उनकी मृत्यु हो गई।

 नेपल्स में लाइलाजों के अस्पताल और कपुचिन धर्मबहनों का संस्थापिका प्रभु सेविका मारिया लोरंजा रिक्वेंसेस की आज्ञप्ति को स्वीकार किया गया है। इनका जन्म 1463 में लेइदा स्पेन में हुआ और 21 दिसम्बर 1539 को इटली के नेपल्स में इनकी मृत्यु हुई।

 फ्रांसिस्कन सिस्टर्स हैंडमेड्स ऑफ द क्रॉस’ धर्मसमाज की संस्थापिका प्रभु सेविका एलिसबेता जेका (अका रोजा) की आज्ञप्ति को स्वीकार किया गया है। इनका जन्म 22 अक्टूबर 1876 को बिआला सेर्केव (पोलैंड) में हुआ था और 15 मई 1961 को लास्की (पोलैंड) में निधन हुआ।

शहादत पर चार उम्मीद्वार

शहादत पर प्रभुसेवक कपुचिन पुरोहित लेओनार्दो मेल्की और थोमस सालेह की आज्ञप्ति को स्वीकार किया गया है। दोनों ही कपुचिन फ्रायर माइनर धर्मसंघ के सदस्य थे। वे विश्वास के कारण घृणा के शिकार हुए और तुर्की में 1915 और 1917 में मार डाले गये।

शहादत पर धर्मप्रांतीय पुरोहित प्रभुसेवक लुईजी लेनजीनी की आज्ञप्ति को स्वीकार किया गया है। वे विश्वास के कारण घृणा के शिकार हुए और इटली के क्रोचेत्ते दी पाभेल्लो में 20 और 21 जुलाई 1945 की रात में मार डाले गये।

शहादत पर लोकधर्मी प्रभुसेविका इसाबेला ख्रीस्तीना म्राड कामपोस की आज्ञप्ति को स्वीकार किया गया है। वे विश्वास के कारण घृणा का शिकार हुई और 1 सितम्बर 1982 को हुइज डे फोरा (ब्राजील) में उनकी हत्या की गई।

वीरोचित सदगुणों पर दो उम्मीद्वार

ईशसेवक रोबेरतो जोवान्नी की आज्ञप्ति को अनुमोदन मिला है। वे प्रभु यीशु मसीह के पवित्र घाव धर्मसंध के व्रतधारी धर्मबंधु थे। इनका जन्म 18 मार्च 1903 को रियो क्लारो (ब्राजील) में हुआ और 11 जनवरी 1994 को कैंपिनास (ब्राजील) में निधन हुआ।

ईशसेविका सिस्टर येसु के हृदय की मरिया तेरेसा की आज्ञप्ति को अनुमोदन मिला है। वे येसु के पवित्र हृदय की सहायिका धर्मसमाज की सह-संस्थापिका थीं। इनका जन्म 11 फरवरी 1844 को फुनतेस दे अन्डालकुचा (स्पेन) में हुआ और 2 जून 1908 को स्पेन के सेविल्ले में निधन हुआ।

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28 October 2020, 14:33