संत पापा फ्राँसिस संत पापा फ्राँसिस  

55वें विश्व संचार दिवस की विषयवस्तु, "आओ और देखो"

2021 को मनाये जाने वाले 55वें विश्व संचार दिवस की विषयवस्तु है "आओ और देखो।" (यो.1:46) लोगों से मुलाकात कर संवाद करें, वे जहाँ और जैसे हैं।"

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, मंगलवार, 29 सितम्बर 2020 (रेई)- 55वें विश्व संचार दिवस की विषयवस्तु मंगलवार को प्रकाशित हुए। प्रेरित फिलीप द्वारा कहे गये "आओ और देखो" शब्द सुसमाचार का केंद्रविन्दु है। ख्रीस्तीय उदघोषणा शब्दों से पहले, देखने, साक्ष्य देने, अनुभव करने, मुलाकात करने और सामीप्य प्रकट करने में है। एक शब्द में यह उद्घोषणा जीवन द्वारा प्रकट किया जाता है। संत योहन रचित सुसमाचार से लिये गये, ये शब्द 55वें विश्व सामाजिक संचार दिवस पर संत पापा के संदेश की विषयवस्तु है। 55वाँ विश्व सामाजिक संचार दिवस मई 2021 को मनाया जाएगा। "लोगों से मुलाकात कर संवाद करें, वे जहाँ और जैसे हैं" यह उपशीर्षक है।   

यह विषयवस्तु सुसमाचार से लिया गया है : "दूसरे दिन येसु ने गलीलिया जाने का निश्चय किया। उनकी भेंट फिलीप से हुई और उन्होंने उनसे कहा, "मेरे पीछे चले आओ।" फिलीप बेथसाईदा का अंद्रेयस और पेत्रुस के नगर का रहनेवाला था। फिलीप नथानाएल से मिला और बोला, मूसा ने संहिता में और नबियों ने जिनके विषय में लिखा है वही हमें मिल गये हैं। वे नाजरेथ निवासी योसेफ के पुत्र ईसा हैं। नथानाएल ने उत्तर दिया, क्या नाजरेत से भी कोई अच्छी चीज आ सकती है? फिलीप ने कहा, "आओ और देख लो।"  

विषयवस्तु के साथ दिये गये संदेश में कहा गया है कि जब हम एक बड़े परिवर्तन के दौर से गुजर रहे हैं, जब हमें महामारी के कारण सामाजिक दूरी रखना पड़ रहा है, तब संचार आवश्यक चीजों को पहचानने के लिए निकटता को संभव बना सकता है और सही मायने में चीजों के अर्थ को समझा सकता है।

"हम सच्चाई को नहीं जान सकते यदि हम उसका अनुभव नहीं करते, यदि हम लोगों से मुलाकात नहीं करते, यदि हम उनके आनन्द एवं दुःख में सहभागी नहीं होते। एक पुरानी कहावत है, "ईश्वर उसी जगह मुलाकात करते हैं जहाँ आप हैं। यह उन लोगों के लिए मार्गदर्शक बन सकता है जो कलीसिया में संचार या मीडिया के कार्य में संलग्न हैं। प्रथम शिष्यों को बुलाने में येसु उनसे मुलाकात करने गये, उन्हें बुलाया और अनुसरण करने को कहा, हम सभी लोग भी निमंत्रित किये जाते हैं कि हम सभी प्रकार के संचार माध्यमों का प्रयोग करते हुए, लोग जैसे हैं और जहाँ जीते हैं उनके पास पहुँचने हेतु हर प्रकार से करें।"    

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29 September 2020, 15:51