दवा संग्रह फाऊँडेशन के प्रतिनिधियों को संदेश देते संत पापा फ्राँसिस दवा संग्रह फाऊँडेशन के प्रतिनिधियों को संदेश देते संत पापा फ्राँसिस 

दवा संग्रह फाऊँडेशन के प्रतिनिधियों को संत पापा का संदेश

संत पापा फ्राँसिस ने शनिवार, 19 सितम्बर को दवा काऊंटर फाऊंडेशन के 300 प्रतिनिधियों से मुलाकात की तथा उन्हें धन्यवाद देते हुए उनके कार्यों को प्रोत्साहन दिया।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, शनिवार, 19 सितम्बर 2020 (रेई)- दवा काउंटर फाऊंडेशन विश्व के विभिन्न देशों में उन लोगों के लिए दवाइयों को इकट्ठा करता और उनकी मदद करता है जो गरीब हैं। यह अकेले इटली में कम से कम 535 हजार लोगों की मदद लगभग 2 हजार उदार संस्थाओं के माध्यम से करता है। 

चिकित्सा में अन्याय

संत पापा ने कहा, "जो गरीबी में जीते हैं वे सब कुछ में गरीब होते हैं, दवाई के लिए भी, अतः उनका स्वास्थ्य अधिक कमजोर होता है। कभी-कभी पैसों के अभाव में वे चिकित्सा नहीं कर पाते या कुछ लोगों के लिए कुछ दवाईयाँ पाना आसान नहीं होता। यह राष्ट्रों एवं लोगों के बीच खाई उत्पन्न करता है। नैतिक स्तर पर, यदि किसी दवाई से चिकित्सा करना संभव है तो यह सभी के लिए उपलब्ध होना चाहिए, अन्यथा अन्याय उत्पन्न होता है। अनेक लोग और बहुत सारे बच्चे इसलिए मर जाते हैं क्योंकि उन्हें दवाई नहीं मिल पाती है जो दूसरे क्षेत्रों में उपलब्ध होती है।"

प्रयास में सभी शामिल

संत पापा ने उदासीनता के खतरे की ओर ध्यान आकृष्ट करते हुए कहा, "हम उदासीनता के वैश्विकरण के खतरे को जानते हैं मैं चिकित्सा के वैश्विकरण का प्रस्ताव रखता हूँ जिसके द्वारा उन दवाईयों को प्राप्त किया जा सकेगा जिनके द्वारा कई लोगों की जानें बचाई जा सकती हैं। ऐसा कर पाने के लिए एक आम प्रयास की जरूरत है एक समावेश की जिसमें हरेक शामिल हो सकते हैं।  

संत पापा ने उम्मीद जतायी कि वैज्ञानिक अनुसंधान द्वारा पुरानी एवं नयी समस्याओं का समाधान खोजा जा सकेगा। कई शोधकर्ताओं का काम अनमोल है और इस बात का एक शानदार उदाहरण प्रस्तुत करता है कि मानव अध्ययन और बुद्धिमत्ता चंगाई और उपचार के नए रास्ते पर किस तरह से बढ़ने में सक्षम है।

दवाई कम्पनियाँ खोज का समर्थन कर एवं उत्पादन का संचालन कर दवाओं के अधिक समान वितरण में उदारता से योगदान कर सकते हैं। दवाखाना को सबसे अधिक जरूरतमंद लोगों की निकटता में एक देखभाल सेवा के लिए बुलाया जाता है, और विज्ञान एवं विवेक में वे उन लोगों की पूरी भलाई के लिए काम करते हैं जो उनके पास आते हैं।

महामारी और दवाई की गरीबी

महामारी काल में लोगों की अधिक दयनीय स्थिति की याद करते हुए संत पापा ने कहा कि महामारी जिसमें लाखों लोग मौत के शिकार हो चुके हैं, यह गंभीर आर्थिक संकट बन रहा है, जिसके कारण अधिक परिवार और लोग गरीब हो रहे हैं, जो नहीं जानते कि किस तरह आगे बढ़ें। वैसी स्थित में जब उदार मदद की जा रही है, सवाल है कि दवाई पाने की गरीबी का सामना किस तरह किया जाए, खासकर, विश्व में नये टीके के व्यापक प्रसार के लिए।

संत पापा ने दवाई के वितरण में गरीबों पर ध्यान देने का आग्रह करते हुए कहा, "यह दुखद होगा यदि टीका प्रदान करने में धनी देशों को प्राथमिकता दी जाएगी अथवा यह सबके लिए नहीं बल्कि किसी खास देश की सम्पति बन जाएगी।"

अंत में, संत पापा ने फाऊँडेशन के सदस्यों को सबसे कमजोर लोगों की मदद करने की उनकी सेवा के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि दवाइयों का संग्रह दिवस इस बात का एक महत्वपूर्ण उदाहरण है कि किस तरह उदारता और सामानों के बंटवारे से हमारा समाज बेहतर हो सकता है और हम उस प्रेम के साक्षी बन सकते हैं जिसकी मांग सुसमाचार हमसे करता है। अंत में, संत पापा ने उन्हें अपना आशीर्वाद दिया।

संग्रह दिवस

पिछले 20 वर्षों में अपने दवा संग्रह दिवस के माध्यम से, दवा संग्रह फाउंडेशन ने करीब  34 मिलियन यूरो की 5.6 मिलियन से अधिक दवाओं का संग्रह किया है। इस साल फरवरी में दवा संग्रह दिवस में करीब 4,900 दवाखाना एवं 22,000 स्वयंसेवकों ने भाग लिया। जिससे 4,73,000 से अधिक जरूरतमंद लोग लाभांवित हुए।  

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19 September 2020, 13:14