सन्त पापा फ्राँसिस वाटिकन की लाईब्रेरी से, तस्वीरः 19.08.2020 सन्त पापा फ्राँसिस वाटिकन की लाईब्रेरी से, तस्वीरः 19.08.2020 

बोईनस आयरस के संरक्षक सन्त रेमण्ड के पर्व पर सन्त पापा का सन्देश

सन्त पापा फ्राँसिस ने आर्जेनटीना की राजधानी बोईनस आयरस के संरक्षक सन्त रेमण्ड नोनातुस के पर्व दिवस पर बोईनस आयरस स्थित सन्त रेमण्ड को समर्पित पल्ली को बधाइयाँ अर्पित कर, उस पल्ली में अपनी भेंट का स्मरण किया जब वे ख़ुद बोईनस आयरस के महाधर्माध्यक्ष थे।

जूलयट जेनेवीव क्रिस्टफर-वाटिकन सिटी

बोईनस आयरस, शुक्रवार, 21 अगस्त 2020 (रेई, वाटिकन रेडियो): सन्त पापा फ्राँसिस ने आर्जेनटीना की राजधानी बोईनस आयरस के संरक्षक सन्त रेमण्ड नोनातुस के पर्व दिवस पर बोईनस आयरस स्थित सन्त रेमण्ड को समर्पित पल्ली को बधाइयाँ अर्पित कर, उस पल्ली में अपनी भेंट का स्मरण किया जब वे ख़ुद बोईनस आयरस के महाधर्माध्यक्ष थे।

सन्त पापा का सन्देश

सन्त रेमण्ड नोनातुस पल्ली के प्रधान पुरोहित फादर रूबेन चेरासी को प्रेषित सन्देश में सन्त पापा ने लिखा, "मुझे उत्सव के वे सब दिन याद हैं जब मैं माताओं, बच्चों और दंपतियों से मुलाकातें किया करता था जो, जीवन और सन्तान के लिये, ईश्वर की मंगलयाचना किया करते थे तथा उनके आदर में भजन गाया करते थे।"

28 फरवरी, 1998 से लेकर 13 मार्च, 2013 को काथलिक कलीसिया के परमाध्यक्ष नियुक्त होने के क्षण तक सन्त पापा फ्राँसिस बोईनस आयरस के महाधर्माध्यक्ष थे तथा प्रतिवर्ष 31 अगस्त को सन्त रेमण्ड नोनातुस के पर्व दिवस पर उक्त पल्ली की भेंट किया करते थे।

प्रतिवर्ष 22 अगस्त से सन्त रेमण्ड के आदर में बोईनस आयरस की उक्त पल्ली में नौरोज़ी प्रार्थना शुरु हो जाती है। इसी के उपलक्ष्य में सन्त पापा ने, कोविद-19 महामारी के कारण लगे प्रतिबन्धों के बावजूद, धर्मविधिक समारोहों हेतु लोगों के प्रति हार्दिक शुभकामनाएं अर्पित कीं। उन्होंने लिखा, "मुझे यकीन है कि अनुग्रह, शांति, स्वास्थ्य और प्रजनन क्षमता प्रचुर होगी।"   

सन्त रेमण्ड का आशीर्वाद

सन्त पापा ने लिखा, "आज भी जब साप्ताहिक आम दर्शन समारोहों के दौरान जब कोई दम्पत्ति मुझसे सन्तान हेतु आशीर्वाद का आग्रह करते हैं तब मैं उनसे कहता हूँ के वे सन्त रेमण्ड नोनातुस से प्रार्थना करें, और यदि वे आरजेन्टीना के हैं तो मैं उनसे कहता हूं कि वे बोईनस आयरस स्थित विया चेरवान्तेस में सन्त रेमण्ड नोनातुस को समर्पित पुण्यस्थल की तीर्थयात्रा करें।"

स्पेन स्थित काटोलोनिया प्रान्त के, रेमंड नोनातुस, 13 वीं शताब्दी के एक काथलिक पुरोहित थे जिन्हें, मां की मृत्यु के बाद उनके मृत गर्भ से निकाला गया था इसीलिए उनका नाम नोनातुस पड़ा (लैटिन भाषा में  "नॉन नातुस" का अर्थ होता है, "नहीं जन्मा")। इस प्रकार,  सन्त रेमण्ड नोनातुस  सन्तान, दाइयों, बच्चों और गर्भवती महिलाओं के संरक्षक संत माने जाते हैं, साथ ही वे पुनर्मिलन संस्कार की गोपनीयता को सुरक्षित रखने के लिये पुरोहितों के भी संरक्षक सन्त हैं।

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21 August 2020, 11:43