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23 और 24 अगस्त को संत पापा फ्राँसिस का ट्वीट संदेश

संत पापा फ्राँसिस ने 23 और 24 अगस्त को विभिन्न मुद्दोः प्रार्थना, मध्य इटली में हुए भूकंप की चौथी वर्षगांठ और मेक्सिको में 72 प्रवासियों के नरसंहार की दसवीं वर्षगांठ, उत्तरी मोजाम्बिक में कैबो डेलगाडो की आबादी के लिए प्रार्थना, न्याय और सहारा की अपील की जो अभी भी दुर्धटनाओं का दंश झेल रहे हैं, साथ ही संत पापा ने कोरोना से संक्रमित लोगों उनके परिवार के लिए अपनी चिंता को ट्वीट कर व्यक्त किया।

माग्रेट सुनीता मिंज - वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, सोमवार 24 अगस्त 2020 (वाटिकन न्यूज) : प्रार्थना मनुष्य को ईश्वर से जोड़ती है हम ईश्वर के सामने अपनी अच्छाईयों और कमजोरियों के साथ हाजिर होते हैं। संत पापा फ्राँसिस ने सोमवार को ट्वीट कर सभी ख्रीस्तियों को सही रुप से प्रार्थना करने हेतु प्रेरित किया।

24 अगस्त- 1ला ट्वीट

संदेश में उन्होंने लिखा, ʺप्रार्थना में आप खुद को ईश्वर द्वारा भ्रम, बहाने या औचित्य के बिना देखने की अनुमति देते हैं। क्योंकि अंधकार और झूठ शैतान से आता है, ईश्वर से प्रकाश और सत्य आता है।ʺ

24 अगस्त- 2रा ट्वीट

संत पापा फ्राँसिस ने मध्य मध्य इटली में हुए भूकंप की चौथी वर्षगांठ पर भूकंप से पीड़ित लोगों और उनके परिवार के सदस्यों के लिए प्रार्थना की।

ट्वीट संदेश में उन्होंने लिखा, ʺमध्य इटली में आए भूकंप के बाद आज चार साल हो गए हैं। मैं उन परिवारों और समुदायों के लिए अपनी प्रार्थना को नवीनीकृत करता हूँ जिन्होंने सबसे अधिक क्षति का सामना किया है, ताकि वे एकजुटता और आशा के साथ आगे बढ़ सकें।ʺ

विदित हो कि मध्य इटली में भूकंप 24 अगस्त 2016 को स्थानीय समयानुसार  सुबह 3 बज कर 36 मिनट को 6.2 तीव्रता का भूकंप आया था। जिससे 300 से ज्यादा लोग मारे गए और कई इमारतें ढह गईं। यह भूकंप नोर्सिया के करीब और पेरूजिया के दक्षिण-पूर्व में 75 किलोमीटर दूर आया था।

24 अगस्त- 3रा ट्वीट

 मेक्सिको में 72 प्रवासियों के नरसंहार की 10 वीं वर्षगांठ को याद करते हुए संत पापा फ्राँसिस ने ट्वीट कर पीड़ितों के परिवार वालों के लिए न्याय की अपील की।

संदेश में संत पापा ने लिखा, ʺमेक्सिको में 72 प्रवासियों के नरसंहार की आज दसवीं वर्षगांठ है। मैं पीड़ितों के परिवारों के साथ अपनी एकजुटता व्यक्त करता हूँ जो आज भी सच्चाई और न्याय का मांग कर रहे हैं। प्रभु हमें उन सभी प्रवासियों के लिए जिम्मेदार ठहराएंगे, जो आशा की अपनी यात्रा पर मारे गये हैं।ʺ

23 अगस्त रविवार को संत पापा फ्राँसिस ने रविवारीय पुजन विधि के लिए चयनित संत मत्ती के सुसमाचार पाठ पर चिंतन करते हुए पहला ट्वीट प्रेषित किया।

23 अगस्त- 1ला ट्वीट

संदेश में उन्होंने लिखा,  आज के सुसमाचार में, हम येसु द्वारा किये गये प्रश्न को सुनते हैं, "और तुम कहते हो कि  मैं कौन हूँ?" यह प्रश्न हम में से हर एक के लिए है। यह एक सैद्धांतिक जवाब नहीं देने का सवाल है, लेकिन इसमें विश्वास शामिल है, वह है जीवन, क्योंकि विश्वास जीवन है!ʺ

23 अगस्त- 2 ट्वीट

संत पापा फ्राँसिस ने दूसरे ट्वीट में कोरोना महामारी से पीड़ित लोगों ओर उनके परिजनों के लिए प्रार्थना की।

संदेश में उन्होंने लिखा,  ʺआइये, हम कोरोना वायरस के पीड़ितों को न भूलें। उन्होंने बहुत कष्ट उठाया, इस महामारी में अनेकों की जानें चली गई और इतने सारे स्वयंसेवकों, डॉक्टरों, नर्सों, धर्मबहनों और पुरोहितों ने दूसरों की सेवा करते हुए अपनी जान गंवाई। आइए, याद करते हैं उन परिवारों को जिन्हें महामारी की वजह से इसका खामियाजा भुगतना पड़ा।ʺ

23 अगस्त- 3रा ट्वीट

संत पापा फ्राँसिस ने एक वर्ष पहले अपनी मोजाम्बिक की प्रेरितिक यात्रा की याद करते हुए देश वासियों के प्रति अपनी निकटता व्यक्त की।

संदेश में उन्होंने लिखा, ʺमैं उत्तरी मोजाम्बिक में कैबो डेलगाडो के प्रिय लोगों के लिए अपनी निकटता को दोहराना चाहता हूँ, जो अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद से पीड़ित हैं। लगभग एक साल पहले उस प्यारे देश में की गई अपनी प्रेरितिक यात्रा की याद कर रहा हूँ।ʺ

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24 August 2020, 13:08