ब्राजील के धर्मसंघी संत पेत्रुस महागिरजाघर के प्रांगण में देवदूत प्रार्थना में भाग लेते हुए ब्राजील के धर्मसंघी संत पेत्रुस महागिरजाघर के प्रांगण में देवदूत प्रार्थना में भाग लेते हुए 

धर्मसंघियों से संत पापा:येसु हमारा पहला और एकमात्र प्रेम है

संत पापा फ्राँसिस ने ब्राजील के धर्मसमाजी पुरोहितों और धर्मबहनों के पहले सप्ताह के समर्पित धार्मिक जीवन के अवसर पर एक संदेश भेजा।

माग्रेट सुनीता मिंज- वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, मंगलवार 18 अगस्त 2020 (वाटिकन न्यूज) : संत पापा फ्राँसिस ने ब्राजील के धर्मसमाजी पुरोहितों और धर्मबहनों से आग्रह किया कि वे सांसारिक प्रवृत्तियों से लड़ने के लिए "प्रार्थना को प्राथमिकता दें। क्योंकि जो धर्मसंघी येसु पर अपनी नजर बनाये रखना जानता है वह दूसरों की सेवा करने के लिए जीना सीख जाता है।"

ब्राजील के धर्मसंघी 16 से 22 अगस्त तक धार्मिक जीवन के पहला सप्ताह सम्मेलन में भाग ले रहे हैं। ब्राजील के धर्मसंघी सम्मेलन (सीआरबी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष सिस्टर मारिया इनिएस विएरा रिबेरो को संबोधित संदेश में संत पापा ने पवित्र क्रूस की भूमि में प्रत्येक समर्पित धर्मसंघी के "मिशन को बढ़ावा देने और नवीनीकृत करने का उद्देश्य" से शुरु की गई इस पहल पर अपनी खुशी व्यक्त की।

स्वयं के उपहार में खुशी

संत पापा फ्राँसिस, जो खुद एक जेसुइट हैं, उन्हें याद दिलाया कि धर्मसंघीय बुलाहट की शुरुआत इस अनुभव से शुरु होती है ईश्वर उसे बहुत प्रेम करते हैं। यह जीवन ईश्वर की प्रेम भरी पुकार का फल है, जो हमारी यात्रा में हमारा साथ देता है और वे प्रेम और आनंद के लिए हमारी उत्सुक लालसा से अवगत है, वे हमें आनंदमय जीवन जीने के लिए बुलाते हैं। यह आनंद तभी हम अनुभव करते हैं जब हम दूसरों की सेवा में स्वयं को समर्पित करते हैं।

प्रार्थना येसु पर टकटकी लगाने में मददगार

आज के समाज में, जो परिवर्तनशील दौर से गुजर रहा है, संत पापा ने धर्मसंघियों से "सांसारिक दृष्टिकोण के प्रलोभन से बचने के लिए सतर्क रहने का आग्रह किया, जो हमें जीवन के नायक के रूप में ईश्वर की कृपा को देखने से रोकता है और "एक विकल्प की खोज” में हमें धर्मसमाज से बाहर जाने के लिए प्रेरित करता है।

संत पापा कहते हैं कि इस तरह के प्रलोभन के खिलाफ सबसे अच्छा प्रतिकारक, हमारी सभी गतिविधियों के बीच प्रार्थना को प्राथमिकता देना है। एक व्यक्ति जो अपनी नजरों को येसु पर टिकाये रखता है, वह जीना और सेवा करना सीखता है। वह हमेशा यह याद करता है कि प्रभु उसे बेइंतहा प्यार करते हैं।

हमारा पहला प्यार

संत पापा फ्राँसिस खुद से पूछने के लिए ब्राजील के धर्मसमाजी पुरोहितों और धर्मबहनों को आमंत्रित करते हैं: "क्या येसु वास्तव में पहला और एकमात्र प्यार है, जैसा कि हमने प्रस्तावित किया था जब हमने अपना मन्नत लिया था?"

संत पापा कहते हैं कि केवल इस तरह से हम अपनी जीवन यात्रा में मिलने वाले प्रत्येक व्यक्ति से सच्चा प्रेम कर पाएंगे"। येसु से प्रेम का अनुभव करके ही हम, दूसरों को प्रेम दे सकेंगे।

हमेशा आगे

रोम में मौजूद धर्मसमाजी पुरोहितों और धर्मबहनों ने रविवार को समत पेत्रुस प्रांगण में संत पापा फ्राँसिस के साथ देवदूत प्रार्थना का पाठ किया। इसके बाद संत पापा ने उन्हें इंगित कर कहा,"विशेष रूप से, मैं यहाँ रोम में मौजूद ब्राजील के धर्मसमाजी पुरोहितों और धर्मबहनों को धार्मिक बधाई देता हूँ। इतने सारे झंडों के साथवे यहाँ उपस्थित हैं।  ये आध्यात्मिक रूप से ब्राज़ील में मनाए जा रहे धर्मसमाजी जीवन का पहला राष्ट्रीय सप्ताह मना रहे हैं। खुशहाल जीवन का सुखद सप्ताह। हमेशा आगे बढ़ते रहें!"

Thank you for reading our article. You can keep up-to-date by subscribing to our daily newsletter. Just click here

18 August 2020, 14:50