डॉ. मार्टिन लूथर किंग डॉ. मार्टिन लूथर किंग  

संत पापा एवं मार्टिन लूथर किंग का सपना

अमरीका में अफ्रीकी-अमरीकियों के पूर्ण अधिकार के "सपने" को पोप पॉल VI से लेकर संत पापा फ्रांसिस तक का उत्साही समर्थन मिला है। उन्होंने डॉ. मार्टिन लूथर किंग जूनियर को समानता के लिए अहिंसक लड़ाई में एक आदर्श के रूप में रखा है।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, बृहस्पतिवार, 4 जून 20 (रेई) - जॉर्ज फ्लोयड के दुखद मौत ने दिखलाया है कि मार्टिन लूथर किंग का सपना पूरी तरह साकार होने से अब भी काफी दूर है।

फिर भी, ऐतिहासिक भाषण, मेरे पास एक सपना है, उसकी गूँज 57 साल बाद अब भी जारी है जिसको नागरिक अधिकार आंदोलन के नेता ने 28 अगस्त 1963 को अफ्रीकी-अमेरिकी समुदाय के लिए न्याय और गरिमा की मांग करनेवालों  एवं उसके साथ, सभी समय के अल्पसंख्यकों के लिए दिया था।

यह सपना जिसका मूल सुसमाचार में है और जो ईश्वर के प्रेम की मुक्तिदायी शक्ति में निहित है, संत पापाओं का भी गहरा समर्थन प्राप्त किया है।

संत पापा पौल छटवें

संत पापा पौल छटवें, प्रथम संत पापा थे जिन्होंने 18 सितम्बर 1964 को वाटिकन में बपटिस्ट मिनिस्टर का स्वागत किया था और उन्हें प्रोत्साहन दिया था कि वह जातिवादी भेदभाव के खिलाफ शांतिपूर्ण प्रतिबद्धता को जारी रखे।

चार साल बाद 4 अप्रैल 1968 में संत पापा पौल छटवें ने ही, बड़े दुःख के साथ टेन्नेस्से के मेमफिस में मार्टिन लूथर किंग जूनियर की हत्या की खबर पायी थी। तीन दिन बाद खजूर रविवार को संत पापा पौल छटवें ने नोवेल शांति पुरस्कार विजेता को असाधारण सच्चाई के शब्दों से याद किया था। संत पापा ने प्रार्थना की थी कि इस हत्या को उनके बलिदान के मूल्य के रूप में लिया जाए, न कि घृणा एवं बदले की भावना से।

उन्होंने चेतावनी दी थी कि उस महान एवं शानदार भूमि के नागरिकों के बीच, नई खाई को गहरी नहीं होनी चाहिए। बल्कि वर्तमान के अन्याय, भेदभाव और तनाव का स्थान, आपसी क्षमा, शांति, मेल-मिलाप, समानता और स्वतंत्र एवं उचित अधिकार को लेना चाहिए।" हमारा दर्द हिंसा एवं अव्यवस्थित प्रतिक्रियाओं के कारण अधिक बड़ा और भयंकर प्रतीत होता है जिसने दुखद मौत के लिए उकसाया है। लेकिन हमारी आशा भी बढ़ती है क्योंकि हम देखते हैं कि जिम्मेदार कोने और स्वस्थ दिल, मार्टिन लूथर किंग की अन्यायपूर्ण हत्या से प्रेरणा एवं प्रतिबद्धता द्वारा कानूनों और सह-अस्तित्व के तरीकों की स्थापना की उम्मीद में अधिक आधुनिक सभ्यता और ख्रीस्तीय भाईचारा के अनुरूप नस्लीय संघर्षों से ऊपर उठते हैं।"

मार्टिन लूथर किंग और संत पापा पौल छटवें
मार्टिन लूथर किंग और संत पापा पौल छटवें

संत पापा जॉन पौल द्वितीय

20 साल बाद संत पापा जॉन पौल द्वितीय ने 12 सितम्बर 1987 को उस अफ्रीकी अमरीकी नेता के सपने की याद की थी। संत पापा जॉन पौल द्वितीय न्यू ऑरलियन्स में थे जब उन्होंने शहर के काले काथलिक समुदाय से मुलाकात की थी। तब संत पापा ने अफ्रीकी अमरीकी समुदाय के अन्याय और शोषण के भार से आजादी की लम्बी एवं कठिन यात्रा की भी याद की थी।

उन्होंने कहा था, " भेदभाव एवं शोषण के बीच नागरिक अधिकार के लिए आपके संघर्ष के सबसे कठिन समय में स्वयं ईश्वर ने आपके कदमों को शांति के पथ पर आगे बढ़ाया है। इतिहास के साक्ष्य के सामने, अहिंसा का प्रत्युत्तर, इस देश की यादगारी में, अमरीका के अश्वेत समुदाय के सम्मान स्मारक के रूप में खड़ा है।   

संत पापा बेनेडिक्ट सोलहवें

इस दर्शन का हवाला संत पापा बेनेडिक्ट सोलहवें ने भी दिया है जब उन्होंने वॉशिंगटन में 16 अप्रैल 2008 को स्वागत समारोह के दौरान लोगों को सम्बोधित किया था। उन्होंने कहा था कि दासता के खिलाफ एवं नागरिक अधिकार आंदोलन में मार्डिन लूथर किंग के संघर्ष ने ईश्वर पर विश्व द्वारा लगातार प्रेरणा एवं शक्ति प्राप्त की।  

संत पापा बेनेडिक्ट 16वें ने उन शब्दों को फिर दुहराया था जब उन्होंने मार्डिन लूथर किंग की बेटी बेरनिस अर्बेर्टीन से न्यूयॉर्क में ख्रीस्तीय एकता समारोह में भाग लेते समय मुलाकात की थी।  

संत पापा फ्राँसिस

सात साल बाद संत पापा फ्राँसिस ने इतिहास में पहली बार संयुक्त राष्ट्र के कॉन्ग्रेस के संयुक्त सत्र को एक पोप के रूप में सम्बोधित किया था।

संयुक्त राज्य अमरीका की भावना पर भाषण देते हुए संत पापा ने याद दिलाया था कि "एक राष्ट्र को महान तभी कहा जा सकता है...जब यह एक ऐसी संस्कृति को बढ़ावा देता है जहाँ सभी लोग अपने भाई-बहनों के पूर्ण अधिकार का स्वप्न देख सकते हैं जैसा कि मार्टिन लूथर किंग ने करने की कोशिश की।" संत पापा के अनुसार वह स्वप्न अब भी हमें प्रेरित करता है क्योंकि यह लोगों के जीवन की सबसे गहराई एवं सच्चाई को जगाता है और इस तरह के स्वप्न अपने आप में समाप्त नहीं होते बल्कि कार्य करने, भाग लेने और समर्पित होने के लिए प्रेरित करते हैं।

मार्टिन लूथर किंग की बेटी से मुलाकात करते संत पापा फ्राँसिस
मार्टिन लूथर किंग की बेटी से मुलाकात करते संत पापा फ्राँसिस

संत पापा फ्राँसिस ने भी अपने उत्ताधिकारी के समान मार्टिन लूथर किंग की बेटी से मुलाकात की थी जो खुद एक नागरिक अधिकार कार्यकर्ता हैं। उन्होंने बेरनीस अलबेर्टीन से वाटिकन में 12 मार्च 2018 को मुलाकात की थी। यद्यपि मुलाकात व्यक्तिगत थी किन्तु यह बहुत महत्वपूर्ण थी क्योंकि यह मुलाकात मार्टिन लूथर किंग की हत्या की 50वीं पुण्य तिथि के तीन सप्ताह पहले हुई थी। जैसा कि संत पापा फ्राँसिस ने 2017 के विश्व शांति दिवस के संदेश में लिखा था, मार्टिन लूथर किंग की जातिवादी भेदभाव के खिलाफ संघर्ष में हासिल सफलता को कभी नहीं भूलाया जाएगा।  

मार्टिन लूथर किंग एवं महत्मा गाँधी
मार्टिन लूथर किंग एवं महत्मा गाँधी

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04 June 2020, 16:06