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श्रीलंका में कचड़े से कुछ ढूँढ़ता हुआ एक व्यक्ति श्रीलंका में कचड़े से कुछ ढूँढ़ता हुआ एक व्यक्ति 

अस्वस्थ दुनिया में स्वस्थ होने का दिखावा नहीं कर सकते, संत पापा

विश्व पर्यावरण दिवस पर,संत पापा फ्राँसिस ने दृष्टिकोण में बदलाव का आह्वान किया, ताकि हम बाद की पीढ़ियों के लिए एक बेहतर और स्वस्थ ग्रह छोड़ सकें।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, शनिवार 6 जून (वाटिकन न्यूज) : प्रतिवर्ष  की तरह इस वर्ष भी विश्व पर्यावरण दिवस 5 जून को मनाया गया। इस वर्ष के दिवस का समारोह, कोरोना वायरस महामारी के कारण कोलम्बिया में ऑनलाइन आयोजित किया गया।

शुक्रवार को कोलंबिया के राष्ट्रपति इवान डुके को संबोधित एक पत्र में,संत पापा फ्राँसिस ने जोर देकर कहा कि "पर्यावरण की सुरक्षा और ग्रह की जैव विविधता का सम्मान ऐसे मुद्दे हैं जो हम सभी को प्रभावित करते हैं।"

एक बीमार दुनिया में स्वस्थ

संत पापा ने लिखा, ''हम बीमार होने वाली दुनिया में स्वस्थ होने का दिखावा नहीं कर सकते।''

"हमारी धरती के ज़ख्म हमारे अंदर भी मौजूद हैं।" पारिस्थितिक तंत्र की देखभाल "भविष्य के लिए एक दृष्टिकोण" की मांग करती है जो वास्तव में "जल्द और आसान लाभ" के बजाय जीवन के लिए चिंतित है।

संत पापा फ्राँसिस ने चेतावनी दी कि हमारे ग्रह की वर्तमान स्थिति के बारे में हमें चिंता करने और ठोस कदम उठाने की जरुरत है।

उन्होंने कहा, "हम पारिस्थितिकी तंत्र के विनाश और बहुत अधिक दोहन को होते हुए देख चुप नहीं रह सकते। यह दूसरे तरीके की तलाश जारी रखने और संकेतों के प्रति उदासीनता का समय नहीं है, हमारे ग्रह को लाभ के लालच में लूटा जा रहा है और बहुत बार प्रगति के नाम पर नियमों का उल्लंघन किया जा रहा है। "

एक बेहतर दुनिया का निर्माण

संत पापा ने कहा कि सब कुछ हम पर निर्भर करता है, हमारी भावी पीढ़ी के लिए बेहतर, स्वस्थ दुनिया बनाने हेतु प्रतिबद्ध होने के लिए अभी हमारे पास मौका है।

इसके बाद उन्होंने अपने विश्वपत्र 'लौदातो सी' की पांचवीं वर्षगांठ के हालिया समारोह को याद करते हुए कहा, "यह समारोह हमारी धरती माँ के क्रंदन की ओर हमारा ध्यान आकर्षित कराती है।"

अंत में, संत पापा ने अपने विश्वास को व्यक्त करते हुए कहा, "हमारे विचार-विमर्श और प्रयास द्वारा स्वस्थ्य दुनिया और एक अधिक मानवीय समाज के निर्माण को बढ़ावा मिलेगा, जहां हम सभी को रहने के लिए जगह मिलेगी और कोई भी कभी पीछे नहीं रहेगा।"

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06 June 2020, 11:12