पुर्तगाली राजनयिक अरिस्टीडेस डी सूसा मेंडेस पुर्तगाली राजनयिक अरिस्टीडेस डी सूसा मेंडेस  

अंतरात्मा की स्वतंत्रता को हमेशा और हर जगह सम्मान मिले, संत पापा

संत पापा फ्राँसिस ने बुधवारीय दर्शन समारोह में सभी ख्रीस्तियों से ‘अंतरात्मा दिवस’ पर अपने अंतरात्मा की आवाज सुनने और ईश्वर के वचन का साक्ष्य देने हेतु अपील की।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, बुधवार 17 जून 2020 (वाटिकन न्यूज) : बुधवार 17 जून को संत पापा फ्राँसिस ने वाटिकन के प्रेरितिक भवन के पुस्तकालय में आम दर्शन समारोह को जारी रखते हुए सभी श्रोताओं को अपना संदेश दिया। इसके उपरांत संत पापा ने श्रोताओं का अभिवादन कर अंतरात्मा की स्वतंत्रता का सम्मान करने और उसी के अनुसार चलने हेतु प्रेरित किया।

संत पापा ने कहा, ʺआज "अंतरात्मा का दिनʺ है, जो पुर्तगाली राजनयिक अरिस्टीडेस डी सूसा मेंडेस की गवाही से प्रेरित है, जिन्होंने अस्सी साल पहले अंतरात्मा की आवाज का अनुसरण करने का फैसला किया और हजारों यहूदियों और अन्य लोगों की जान बचाई। अंतरात्मा की स्वतंत्रता को हमेशा और हर जगह सम्मान मिले और हर ख्रीस्तीय ईश्वर के वचन द्वारा प्रकाशित एक सही विवेक का साक्ष्य दे सके।ʺ

विवेक का कार्य

अरिस्टीडेस डी सूसा मेंडेस के विवेक के कार्य उनके काथलिक विश्वास में गहराई से अंतर्निहित थे। जो उन्हें जरूरतमंद लोगों की मदद करने के लिए अपनी सरकार के सीधे आदेशों की अवहेलना करने के लिए प्रेरित किया।

दूसरे विश्व युद्ध के दौरान, डी सौसा मेंडेस ने अपने कार्यों के लिए परिणाम जानने के बावजूद, राष्ट्रीयता, जाति, धर्म या राजनीतिक राय की परवाह किए बिना सभी शरणार्थियों को वीजा जारी किए।

मैं अन्यथा अभिनय नहीं कर सकता था

मानवता और साहस की इस भावना के कारण वो उस दुनिया से दूर हो गया, जिसमें वह रहता था। वह एक राजनयिक के रूप में अपनी नौकरी जारी रखने में असमर्थ था और अपने परिवार को पालने हेतु जीविकोपार्जन करने से मना किया गया था। उनके बच्चों को भी रोजगार पाने से रोका गया था। पुर्तगाली राजनीतिक शासन द्वारा उन्हें नजरअंदाज कर दिया गया था।

लिस्बन के फ्रांसिस्कन अस्पताल में 3 अप्रैल, 1954 को डी सूसा मेंडेस की गरीबी हालत में मृत्यु हो गई। लेकिन अपने जीवन के अंत में भी उन्हें पता था कि हजारों निर्दोष लोगों की जान बचाने में उनके कार्यों को सही ठहराया गया था। जैसा कि उन्होंने खुद कहा था, "मैं अन्यथा अभिनय नहीं कर सकता था और इसलिए मैंने उस सब को स्वीकार कर लिया है, जिसने मुझे प्यार किया है।"

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17 June 2020, 14:23