संत पापा फ्राँसिस संत पापा फ्राँसिस 

कोविद -19: उत्तरी इटली के लोगों के लिए संत पापा का पत्र

संत पापा फ्राँसिस ने उत्तरी इटली के लोगों के लिए संत पापा ने एक खुला पत्र लिखा है, जिसमें पादुआ के दैनिक समाचार पत्र में प्रकाशित किया गया है, जिसमें कोविद -19 कोरोना वायरस से पीड़ित सभी लोगों के लिए उनकी प्रार्थना और निकटता व्यक्त की गई है।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, बुधवार 11 मार्च 2020 (वाटिकन न्यूज) : संत पापा फ्राँसिस ने अपने पत्र की शुरुआत "अनौपचारिकता" के लिए माफी मांगते हुए की। उनका कहना है कि, पादुआ के दैनिक समाचार पत्र के माध्यम से, उनकी इच्छा पूरे शहर में "सभी ख्रीस्तीय समुदायों के साथ उनके पुरोहितों और धर्माध्यक्ष" तक पहुंचने का है। वे प्रतीकात्मक रूप से "हर किसी के लिए" लिख रहे हैं।

दुःख में ईश्वर हमसे बातें करते हैं

संत पापा लिखते हैं कि इटली के अन्य भागों में आप कोरोना वायरस की वजह से दुःख सह रहे हैं और मौत के गम में हैं, ऐसे समय में मैं विशेष रुप से अपना सामीप्य प्रकट करता हूँ और आप सभी के लिए प्रार्थना करता हूँ। ऐसे समय में हमें आशा बनाये रखना है क्योंकि दुःख के समय ईश्वर हमसे बातें करते हैं।

भली इच्छा, जिम्मेदारी और सहयोग

संत पापा लिखते हैं कि इस संकट के समय में भली इच्छा रखने वाले पुरुषों और महिलाओं की क्षमताएँ देखने को मिलती हैं। संत पापा विशेष रुप से इन दिनों डॉक्टरों, नर्सों और सभी स्वास्थ्य कर्मियों के अथक परिश्रम और सेवाओं की सराहना करते हैं। अधिकारियों की जिम्मेदारी और सहयोग की मजबूत भावना के साथ, भली इच्छा एक संकलित मूल्य बन जाता है आज दुनिया को इसकी जरूरत है।।

यूरोपीय स्वयंसेवी राजधानी पादुआ 2020

इस वर्ष, उत्तरी इतालवी शहर पादुआ को "यूरोपीय स्वयंसेवी राजधानी" नाम दिया गया। अपने पत्र में, संत पापा ने इसे "आपके शहर को आपके डीएनए के बारे में दुनिया को बताने का एक शानदार अवसर" कहा है, जिसमें समय का उपयोग और प्रतिभाओं को साझा करना शामिल है।

संत पापा फ्राँसिस ने इटली के वेनेतो क्षेत्र के लोगों को अपने इतिहास पर गर्व करने और "उन सभी अच्छे लोगों की जिम्मेदारी को लेने के लिए आमंत्रित किया है जो उनके लिए विरासत छोड़ गए हैं।"

"इटली को एक साथ पिरोना"

पादुआ स्वयंसेवा का आदर्श वाक्य है "इटली को एक साथ पिरोना"। संत पापा ने कहा कि पिरोना दो तरह से किया जाता है सिलाई करके और रफू करके। एक घाव को चीरने के बाद उसे सिलाई करना सबसे जरुरी है।

संत पापा फ्राँसिस लिखते हैं, आज हम सिलाई करने के बजाय उसे फेंकना पसंद करते हैं। यह न सिर्फ वस्तुओं के लिए लेकिन मनुष्यों के लिए भी लागू होती है विशेषकर कमजोर और असहाय लोग को। संत पापा ने कहा कि किसी भी व्यक्ति को प्यार और स्वीकृति से वंचित नहीं किया जाना चाहिए।

एक प्रतीकात्मक आलिंगन

संत पापा फ्राँसिस ने यह समझाते हुए कहा कि उन्होंने पादुआ के "इल मत्तीनो" अखबार के पृष्ठों में विज्ञापन का पृष्ठ को चुना, क्योंकि वे चाहते हैं कि जो लोग इस समय पीड़ित हैं, उनके लिए यह "आलिंगन" हो। वे इस प्रतीकात्मक आलिंगन को, इस पल को अन्य सभी शहरों तक पहुंचाना चाहते हैं।

अंत में संत पापा ने उन सभी को आशीर्वाद दिया जिन्होंने कोविद -19 कोरोना वायरस के कारण अपने प्रियजनों को खो दिया है, बुजुर्गों, बीमारों और उन लोगों को जिन्हें अलग रखा गया है। 

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11 March 2020, 16:39