उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी
वाटिकन सिटी, सोमवार, 10 फरवरी 2020 (रेई) ˸देवदूत प्रार्थना के उपरांत विभिन्न सूचनाएँ जारी करते हुए संत पापा फ्राँसिस ने कहा, "कल संत जुसेप्पिना बकिता के पर्व के उपलक्ष्य में मानव तस्करी के खिलाफ विश्व प्रार्थना एवं चेतना दिवस मनाया गया। हमें इस महामारी से चंगाई पाना है क्योंकि यह सचमुच एक बड़ी महामारी है जो दुर्बलों का शोषण करती है। इसको दूर करने के लिए हरेक की, खासकर, संस्थाओं, संगठनों एवं शिक्षण एजेंसियों को प्रतिबद्ध होने की जरूरत है। संत पापा ने गौर किया कि अपराधी संगठन, आधुनिक संचार साधनों का उपयोग कर धोखे से लोगों को फंसाने हेतु किस तरह बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा, "अतः यह आवश्यक है कि एक ओर तकनीकी माध्यमों के स्वस्थ प्रयोग के बारे शिक्षा दी जाए, वहीं दूसरी ओर इन टेलेमाटिक सेवाओं की आपूर्तिकर्त्ताओं की जिम्मेदारियों का पर्यवेक्षण एवं आह्वान किया जाए।
सीरिया के लिए प्रार्थना
सीरिया में चल रहे संघर्ष की याद करते हुए संत पापा ने कहा, "सीरिया के उत्तर पश्चिम से दुखद समाचार आना जारी है, खासकर, कई महिलाओं एवं बच्चों की स्थिति, जिन्हें सैन्य वृद्धि के कारण घर छोड़कर भागना पड़ रहा है।" उन्होंने कहा, "मैं अंतरराष्ट्रीय समुदाय एवं नेताओं से हार्दिक अपील दोहराता हूँ कि जीवन की रक्षा एवं नागरिकों की कुशलता हेतु अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून के अनुरूप वार्ता एवं समझौता का रास्ता अपनाया जाए। उन्होंने सीरिया के सभी लोगों के लिए माता मरियम से प्रार्थना की।
तत्पश्चात् उन्होंने इटली एवं अन्य देशों के तीर्थयात्रियों एवं पर्यटकों का अभिवादन किया, विशेषकर, सिविलिया, कारमोना एवं काडिज के तीर्थयात्रियों का।
उन्होंने मिलान, नेपल्स, पोरतिची और क्रिसपानो के विश्वासियों, रोसलिना एवं प्रातो के दृढ़ीकरण प्राप्त युवाओं, "पवित्रता के शिक्षा सिद्धांत" विषय पर काथलिक एक्शन दल की अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी के प्रतिभागियों का अभिवादन किया।
अंत में, उन्होंने प्रार्थना का आग्रह करते हुए सभी को शुभ रविवार की मंगलकामनाएं अर्पित कीं।