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संत पापा फ्राँसिस की बारी यात्रा संत पापा फ्राँसिस की बारी यात्रा 

पोप की बारी यात्रा के केंद्र में विस्थापन व मध्यपूर्वी ख्रीस्तीय

संत पापा फ्राँसिस रविवार को दक्षिण इटली के बारी शहर जायेंगे जहाँ वे एक सम्मेलन को सम्बोधित करेंगे। सम्मेलन की विषयवस्तु है, "भूमध्यसागर ˸ शांति की सरहद।" भूमध्यसागर की सीमा क्षेत्र के 19 देशों के कुल 60 काथलिक धर्माध्यक्ष इस सम्मेलन में भाग लेंगे।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, बृहस्पतिवार, 20 फरवरी 20 (वीएन)˸ समुद्रतटीय शहर बारी की यात्रा में संत पापा फ्राँसिस, भूमध्यसागर के निकटवर्ती देशों के धर्माध्यक्षों के साथ एक सम्मेलन में भाग लेंगे तथा संत निकोलास महागिरजाघर के सामने ख्रीस्तयाग अर्पित करेंगे। बारी में यह संत पापा फ्राँसिस की दूसरी यात्रा होगी। पहली बार उन्होंने जुलाई 2018 में यात्रा की थी, जब प्राधिधर्माध्यक्ष बर्थोलोमियो प्रथम के साथ मध्यपूर्व में शांति हेतु विशेष प्रार्थना की थी।

इताली काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन द्वारा आयोजित इस अवसर में, उस क्षेत्र के मुद्दों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।  

इताली काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के अध्यक्ष कार्डिनल ग्वालटियेरो बस्सेत्ती ने बतलाया कि सम्मेलन को सिनॉड के तरीके से किया जाएगा, जिसके अनुसार अंतिम दस्तावेज के लिए साझा प्रस्तावों का नियमन किया जाएगा।  

उन्होंने कहा कि इसका उद्देश्य है भूमध्यसागर को सभ्यताओं के मिलन स्थल के रूप में व्यक्त किया जाएगा, एक ऐसा स्थान जहाँ ख्रीस्तीय धर्म का प्रदूर्भाव हुआ और "इसलिए यह शांति की सरहद है।"

सम्मेलन में उत्तरी अफ्रीका, यूरोप और मध्यपूर्व के प्रतिभागी शामिल होंगे तथा विस्थापन, युवाओं के सुसमाचार प्रचार, बेरोजगारी, सांस्कृतिक आदान-प्रदान और शांति निर्माण पर चर्चा करेंगे।

5 दिवसीय सम्मेलन

सम्मेलन बुधवार को दूसरी बेला उद्घाटन के साथ शुरू होगा। बृहस्पतिवार के लिए इसकी विषयवस्तु है, "भावी पीढ़ी के लिए विश्वास का हस्तांतरण"। शुक्रवार की विषयवस्तु होगी, कलीसिया एवं समाज के बीच संबंधः गतिशीलता, नागरिकता, धार्मिक स्वतंत्रता, असमानता।" दोनों ही दिन, गोल मेज चर्चा के साथ-साथ, पूरी सभा में चर्चा होगी और दोपहर को उसका निष्कर्ष निकाला जाएगा।

शनिवार को सभा में आम निष्कर्ष निकाला जाएगा, जिसको अंतिम दस्तावेज के लिए संक्षिप्त किया जाएगा। उसी दिन बारी के पेत्रुत्सेल्ली थियेटर में "एक ही नाव पर" शीर्षक पर सार्वजनिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया जाएगा।

रविवार को संत पापा फ्राँसिस सम्मेलन को सम्बोधित करेंगे एवं अंतिम दस्तावेज प्राप्त करेंगे।

आप्रवास एवं ख्रीस्तियों पर अत्याचार

सम्मेलन में आप्रवास मुख्य मुद्दा होगा क्योंकि जो लोग तुर्की या उत्तरी अफ्रीका से यूरोप में प्रवेश करने की कोशिश करते हैं, जिनमें से कई मानव तस्करी, शोषण और पंजीकरण, स्वागत तथा एकीकरण के अपर्याप्त नीतियों के शिकार बनते हैं।  

दूसरा मुद्दा होगा, मध्यपूर्वी देशों में रहने वाले ख्रीस्तियों का, कथित इस्लामिक स्टेट एवं अन्य जिहादी चरमपंथी समूहों के विकास से प्रभावित होना।  

 

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20 February 2020, 16:01