देवदूत प्रार्थना के लिए संत पेत्रुस महागिरजाघर के प्राँगण में उपस्थित विश्वासी देवदूत प्रार्थना के लिए संत पेत्रुस महागिरजाघर के प्राँगण में उपस्थित विश्वासी 

पोप ने शांति निर्माण की राह पर बढ़ते रहने का प्रोत्साहन दिया

संत पापा फ्राँसिस ने देवदूत प्रर्थना के उपरांत संत पेत्रुस महागिरजाघर के प्राँगण में उपस्थित विश्वासियों तथा विभिन्न संचार माध्यमों द्वारा जुड़ने वाले सभी लोगों को, शांति की आशीष देते हुए नये साल की शुभकामनाएँ अर्पित की।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, बुधवार, 1 जनवरी 2020 (रेई)˸ संत पापा फ्राँसिस ने इटली के राष्ट्रपति मत्तारेल्ला को उनकी शुभकामनाओं के लिए धन्यवाद देते हुए उनके मिशन पर ईश्वर के आशीष की कामना की। संत पापा ने "सारी पृथ्वी पर शांति" के प्रदर्शन में भाग लेने वालों का अभिवादन किया, जिसका आयोजन रोम के संत इजिदियो समुदाय द्वारा किया गया था। इसमें विश्व के कई शहरों से लोगों ने भाग लिया। संत पापा ने प्रतिभागियों से कहा, "आगे बढ़ते रहें।"

उसके बाद उन्होंने अमरीका, न्यूजीलैंड एवं स्पेन के तीर्थयात्रियों, इटली, अल्बानिया एवं माल्टा के युवाओं, मिशनरीस ऑफ चैरिटी की धर्मबहनों और फ्रातेरना दोमुस के स्वयंसेवकों का अभिवादन किया।

उन्होंने शांति के लिए हर प्रकार के प्रयासों को प्रोत्साहन दिया, खासकर, कलीसियाई संगठन जिन्होंने विश्व शांति दिवस के अवसर पर प्रार्थना सभा, गरीबों के साथ भाईचारापूर्ण सहयोग का आयोजन किया है। संत पापा ने रावेन्ना में हुई रैली की याद की।

संत पापा ने उन स्वयंसेवकों की भी याद की जिन्हें शांति और न्याय के लिए भय का सामना करना पड़ता है फिर भी वे अहिंसा में डटे रहते हैं, साथ ही साथ, सैन्य बल के जवान जो कई संघर्षपूर्ण क्षेत्रों में शांति मिशन पर कार्य करते हैं। संत पापा ने उन्हें धन्यवाद दिया।

तत्पश्चात् उन्होंने सभी विश्वासियों को और गैर-विश्वासियों को भाई बहन के रूप में रहने की सलाह देते हुए कहा, "शांतिमय विश्व की उम्मीद करना न छोड़ें, हरेक दिन एकता के सूत्र में बंधते जाएँ।"

देवदूत प्रार्थना के दौरान संत पापा फ्राँसिस ने एक महिला के प्रति अधीरता पूर्ण बर्ताव के लिए माफी मांगी। उन्होंने ऐसा व्यवहार 31 दिसम्बर को संध्या वंदना के उपरांत चरनी का दर्शन करने के समय किया था, जब वे विश्वासियों का अभिवादन कर रहे थ। मुलाकात करने के क्रम में एक महिला ने उन्हें खींचने का प्रयास किया, जिसके कारण संत पापा के हाथ में काफी दर्द हुआ था और इस दर्द के कारण संत पापा ने अपने आपको अलग करने के लिए अधीरता का व्यवहार किया।     

अंत में, संत पापा ने अपने लिए प्रार्थना का आग्रह करते हुए सभी को शुभ रविवार की मंगलकामनाएँ अर्पित की।

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01 January 2020, 16:03