संत पापा फ्राँसिस संत पापा फ्राँसिस 

इटली के फ्लामिनियो गुरुकुल छात्रों को संत पापा का संदेश

संत पापा ने पोंटिफिकल रीजनल फ्लामिनियो सेमिनरी की स्थापना के शताब्दी वर्ष के अवसर पर बोलोन्या धर्मप्रांत से आये धर्माध्यक्षों, पुरोहितों और सेमिनरियों से मुलाकात की।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, सोमवार 9 दिसम्बर 2019 (रेई) : संत पापा फ्राँसिस ने सोमवार 09 दिसम्बर को वाटिकन के केलेमेंटीन सभागार में बोलोन्या धर्मप्रात से आये धर्माध्यक्षों, पुरोहितों और सेमिनरियों से मुलाकात की जो पोंटिफिकल रीजनल फ्लामिनियो सेमिनरी की स्थापना के शताब्दी वर्ष के अवसर पर वाटिकन आये हुए हैं।

संत पापा फ्राँसिस ने कार्डिनल मत्तेओ ज़ुप्पी को उनके परिचय भाषण के लिए धन्यवाद दिया साथ ही मोन्सिन्योर लुइगी बेत्ताजी का विशेष रुप से स्नेह अभिवादन किया जो सेमिनार के लगभग एक ही उम्र के हैं! संत पापा ने कहा कि यह महत्वपूर्ण वर्षगांठ, पुरोहितिक बुलाहट की सुंदरता पर चिंतन करने का सुनहरा अवसर प्रदान करता है साथ ही  भले चरवाहे के रुप में अपने लोगों का प्रतिनिधित्व करने की प्रतिबद्धता देता है।

संत पापा ने कहा कि कलीसिया के मिशन की तैयारी के लिए माता कलीसिया सेमिनरियों के प्रशिक्षण को गंभीरता से लेने का आह्वान करती है। इस परिप्रेक्ष्य में, संत पापा ने तीन पहलुओं को इंगित किया। सेमिनरी भावी पुरोहितों के प्रशिक्षण का स्थान है, यह प्रार्थना का घर है, अध्ययन का घर है और यह समुदाय का घर है।

सेमिनरी-प्रार्थना का घर

संत पापा ने कहा कि वे अपने क्षेत्र में सुसमाचार के प्रचार हेतु बुलाये गये हैं। अनिश्चितता या धार्मिक उदासीनता की ठंडी हवा के संपर्क में आने वाले लोगों को उस पुरोहित की जरूरत है जिसका विश्वास मजबूत हो जो रात में एक मशाल की तरह हो और एक चट्टान की तरह मजबूत हो। यह विश्वास येसु मसीह के साथ व्यक्तिगत संबंध स्थापित करके प्रप्त की जा सकती है। सेमिनरी प्रार्थना का घर है, जहां प्रभु "एकांत जगह" में "अपने" पास बैठने, सुनने और एक मजबूत अनुभव को जीने के लिए बुलाते हैं। वे उन्हें "विश्वास में ईश्वर के लोगों के शिक्षक" बनने के लिए तैयार करना चाहते है और उन्हें "अधिकार के साथ ईश्वर के वचन का प्रचार करने" के लिए, "लोगों को इकट्ठा करने" के लिए और उन्हें "उद्धार के मार्ग पर ले जाने" के लिए संस्कारों को प्रदान करने हेतु सक्षम बनाते हैं।

सेमिनरी-अध्ययन का घर

संत पापा ने कहा कि अध्ययन एक जीवित और सचेत विश्वास की शिक्षा के उद्देश्य से इस यात्रा का अभिन्न अंग है। भावी पुरोहितों के प्रशिक्षण में अध्ययन, एक ठोस और वैज्ञानिक ज्ञान हासिल करना बहुत जरुरी है। यह पुरोहितों के भावी जीवन के लिए एक ठोस आधार सुनिश्चित करता है। यह ज्ञान को साझा करने का एक साधन भी है। अध्ययन की प्रतिबद्धता, सेमिनरी में भी, स्पष्ट रूप से व्यक्तिगत है, लेकिन यह व्यक्तिगत नहीं है। सेमिनरी साथियों के साथ पाठ साझा करना और अध्ययन करना भी समुदाय का हिस्सा बनने का एक तरीका है। व्यक्तिगत झुकाव और प्रतिभाओं की उपेक्षा किए बिना, वास्तव में, सेमिनरी में वे एक सामान्य मिशन के लिए एक साथ अध्ययन करते हैं, और यह पवित्र शास्त्र, धर्मशास्त्र, इतिहास, कानून  और अन्य विषयों को सीखने के लिए एक बहुत ही विशेष "स्वाद" देता है।

 सेमिनरी-समुदाय का घर

 सेमीनरी एक समुदाय है, जहाँ छात्र एक-दूसरों के साथ खुलकर बातें करते और संवाद करते हैं। धर्माध्यक्ष के मार्गदर्शन में उन्हें पल्ली समुदायिक जीवन के लिए तैयार किया जाता है। सेमिनरी में अपने भाइयों के बीच बंधुत्व और उदारता की भावना को विकसित करते हैं। सेमिनरी का सामुदायिक जीवन पुरोहित के रुप में अपने पल्ली समुदाय में पल्ली वासियों को समभने और भाइचारे का अभ्यास करने में मददगार होता है।

अंत में संत ने कहा,“कल याने 8 दिसम्बर को कलीसिया के साथ मिलकर हमने माता मरियम के निष्कलंक गर्भाधान को त्योहार मनाया। माता मरियम ने ईश्वर की प्रेम योजना को विनम्रता के साथ स्वीकार किया और अपने बेटे के पालन-पोषण  किया। येसु को हर समय यहाँ तक कि क्रूस पर मृत्यु  के समय भी उनके साथ थीं। माता मरियटम हमारे जीवन की मोती याने अपने बेटे येसु को खोजने में आपकी मदद करें और आपका साथ दे।

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09 December 2019, 15:57