थाईलैण्ड के सम्राट से मुलाकात, युवाओं को सन्देश
जूलयट जेनेवीव क्रिस्टफर-वाटिकन सिटी
बैंकॉक, गुरुवार, 21 नवम्बर, 2019 (रेई, वाटिकन रेडियो): बैंकॉक में गुरुवार अपरान्ह सन्त पापा फ्राँसिस ने बैंकॉक के आमफॉर्म शाही प्रासाद में थाईलैण्ड के सम्राट महाराजाधिराज वजीरालॉन्गकॉर्न रामा एक्स तथा महारानी सहिबा सुथिता तिदजई से मुलाकात की। वैयक्तिक बातचीत, उपहारों के आदान प्रदान तथा तस्वीरें खिंचवाने के साथ ही शाही प्रासाद का समारोह सम्पन्न हुआ।
इसी बीच, गुरुवार को युवाओं को सम्बोधित सन्त पापा फ्राँसिस के एक विडियो सन्देश की भी प्रकाशना की गई जिसमें सन्त पापा ने युवाओं का आह्वान किया है कि अपनी जीवन व्यर्थ कामों में न लगायें बल्कि उठें तथा अपने कठिन परिश्रम द्वारा विश्व को सबके लिये एक शांतिपूर्ण एवं मनोरम स्थल बनायें।
बैंकॉक के प्रेरितिक राजदूतावास से सन्त पापा फ्राँसिस ने बुधवार को रात्रि जागरण प्रार्थना में लगे थाईलैण्ड के युवाओं के नाम अपना सन्देश प्रेषित किया था।
युवाओं से चलते रहने का आग्रह
स्पानी भाषा में प्रेषित अपने विडियो सन्देश में सन्त पापा ने कहा, "चलते रहना एवं प्रार्थना करना दोनों ही बड़े सुन्दर काम हैं। युवाओं को हमेशा चलते रहना चाहिये, उन्हें ईश्वर के समक्ष अपने हृदय के द्वारों को खोल देना चाहिये जो चलते रहने की शक्ति प्रदान करते हैं।"
उन्होंने कहा, "हमें जीवन में कभी भी स्थिर नहीं होना चाहिए। कोई भी युवा व्यक्ति 20 वर्ष की उम्र में सेवानिवृत्त नहीं हो सकता, उसे चलते चले जाना चाहिये। हर पल और हर दम आगे बढ़ते रहना चाहिये, ऊपर की ओर बढ़ते रहना चाहिये।" उन्होंने कहा, "युवाओं को हिम्मत नहीं हारनी चाहिये, यदि गिर भी जायें तो भी फिर उठने का उनमें साहस होना चाहिये। युवा लोग खुशहाली तक पहुँचना चाहते हैं किन्तु वे यह स्मरण रखें कि खुशहाली कठिनाइयों को पार करने के बिना नहीं आती, अपितु यह साहस एवं प्रतिबद्धता के मार्ग पर नित्य अग्रसर होने से प्रस्फुटित होती है।"
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