बोलिविया के लोगों का विरोध प्रदर्शन बोलिविया के लोगों का विरोध प्रदर्शन 

बोलिविया में संकट गहराया, संत पापा ने की प्रार्थना की मांग

संत पापा ने रविवार को संत पेत्रुस महागिरजाघर के प्रांगण में एकत्रित सभी विश्वासियों और तीर्थयात्रियों से बोलिविया के लोगों के लिए प्रार्थना की मांग की।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, सोमवार,11 नवम्बर 2019 (वाटिकन न्यूज) : संत पापा फ्राँसिस ने रविवार 10 नवम्बर को संत पेत्रुस महागिरजाघर के प्रांगण में एकत्रित सभी विश्वासियों और तीर्थयात्रियों के साथ देवदूत प्रार्थना का पाठ किया, इसके पश्चात उन्होंने अपनी मातृभूमि के पड़ोसी देश बोलिविया वासियों को याद किया जो इन दिनों राजनीतिक अस्थिरता के कारण अनेक संघर्षों का सामना कर रहे हैं।

 बोलीविया में 20 अक्टूबर के चुनाव के विवादित परिणामों के बाद राजनीतिक अशांति में घिर गया है। अशांति और प्रदर्शन हो रहे हैं। हिंसा के परिणामस्वरूप कई लोग मारे गए हैं और 300 से अधिक घायल हुए हैं।

चुनावों को संशोधित करने की प्रक्रिया जो वर्तमान में चल रही है, संत पापा ने सभी बोलिवियाई लोगों, विशेष रूप से राजनीतिक और सामाजिक अभिनेताओं से, “शांति के माहौल में रचनात्मक और बिना शर्त के परिणामों का इंतजार करने को कहा।

बोलिविया में राजनीतिक संकट पुलिस विद्रोह के गुटों के रूप में गहरा रहा है, जिससे बोलीविया के राष्ट्रपति इवो मोरालेस के लिए बड़ी समस्या पैदा हो गई है, जिन्होंने चौथी बार जीत हासिल की है।

20 अक्टूबर के राष्ट्रपति चुनाव के बाद पूर्व राष्ट्रपति, कार्लोस मेसा इस प्रक्रिया के विषय में परिणाम और राज्यों के संगठन विशेष ऑडिट की प्रकृति की निंदा कर रहे हैं, उन्होंने कहा कि वे न तो परामर्श के बारे में और न ही जांच के बारे में सलाह दे रहे हैं। वे वोटों की गिनती में 24 घंटे की देरी पर सवाल उठाते हुए नए चुनाव की मांग कर रहे हैं।

मोरालेस ने नए चुनावों की घोषणा की

इस बीच, बोलीविया के राष्ट्रपति इवो मोरालेस ने 20 अक्टूबर के चुनाव में गंभीर अनियमितताएं पाए जाने वाले अमेरिकी राज्यों के संगठन (ओएएस) की रिपोर्ट के आलोक में फिर से राष्ट्रपति के लिए नए चुनाव की घोषणा की है।

ओएएस रिपोर्ट

पिछले रविवार को प्रकाशित ओएएस रिपोर्ट में कहा गया है कि अक्टूबर के चुनावों को रद्द कर दिया जाना चाहिए क्योंकि मतदान प्रणाली में "स्पष्ट हेरफेर" पाए गए थे। ओएएस ने एक अलग बयान में कहा, "20 अक्टूबर के पहले दौर को रद्द कर दिया जाना चाहिए और चुनावी प्रक्रिया फिर से शुरू होनी चाहिए।"

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11 November 2019, 15:54