सन्त पापा ने किया शांति निर्माता बनने का आह्वान
जूलयट जेनेवीव क्रिस्टफर -वाटिकन सिटी
रोम, शुक्रवार, 1 नवम्बर 2019 (रेई, वाटिकन रेडियो): रोम स्थित परमधर्मपीठीय विश्वविद्यालय सन्त जॉन लातेरान में गुरुवार सन्ध्या सन्त पापा फ्राँसिस ने "संवाद के लिए सुलेखन: संस्कृति और कला के माध्यम से शांति की संस्कृति को प्रेत्साहन" शीर्षक के अन्तर्गत आयोजित प्रदर्शनी का उदघाटन किया और कहा कि हम शांति के आह्वान तक ही स्वतः को सीमित नहीं रख सकते।
उन्होंने कहा कि शांति-शांति कहने की अपेक्षा "शांति की शिक्षा के लिये हमें उन अनेक दुर्भाग्यपूर्ण लोगों को राहत देने की आवश्यकता है जो प्रियजनों, अपने घरों और अपने मूल देशों को छोड़ने के लिए मजबूर होते हैं"।
सुलेखन कला की सुन्दरता के माध्यम से संवाद और शांति पर चिन्तन हेतु उक्त प्रदर्शनी का आयोजन किया गया है जिसमें साऊदी कलाकार ऑथमन आलखुज़ैन की 24 कलाकृतियों को प्रदर्शित किया जा रहा है।
शांति निर्माण एवं शांति की सुरक्षा का आह्वान
सन्त पापा ने इस तथ्य पर बल दिया कि हममें से प्रत्येक व्यक्ति का आह्वान किया जाता है कि वह "ईश्वर से शांति निर्माता एवं शांति का रक्षक बनने के लिये प्रतिदिन प्रार्थना करे।" उन्होंने कहा, "उन लोगों के लिए जिन्हें उनके धर्म या विश्वास के प्रकाश में शांति की शिक्षा देने हेतु कहा जाता है, यह प्रतिबद्धता साक्ष्य देने और दूसरों को एक वैकल्पिक मॉडल खोजने में मदद करने का एक तरीका बन जाती है"।
संवाद की आवश्यकता
सन्त पापा ने कहा कि शांति की शिक्षा देना केवल विश्वासियों का ही दायित्व नहीं है बल्कि यह सभी शुभचिन्तकों का कार्य है। उन्होंने कहा, "सम्वाद केवल संघर्षों को रोकने अथवा समस्याओं के समाधान के लिये ही नहीं है अपितु उन मानवीय मूल्यों को प्रकाश में लाने के लिये ज़रूरी है जिन्हें प्रभु ईश्वर ने प्रत्येक मानव के अन्तरमन में अंकित किये हैं।"
प्रदर्शनी, वाटिकन, रोम स्थित साऊदी अरब के राजदूतावास तथा शांति हेतु संयुक्त राष्ट्र संघीय विश्वविद्यालय द्वारा, संयुक्त रूप से आयोजित की गई है। यह प्रदर्शनी 04 नवम्बर से 22 नवम्बर तक जारी रहेगी।
Thank you for reading our article. You can keep up-to-date by subscribing to our daily newsletter. Just click here