जर्मनी के सभागृह का द्वार जहाँ आक्रमण किया गया था जर्मनी के सभागृह का द्वार जहाँ आक्रमण किया गया था 

जर्मनी के सभागृह में हमला के शिकार लोगों के लिए पोप की प्रार्थना

बुधवार की दूसरी सभा के अंत में संत पापा फ्राँसिस ने सिनॉड हॉल में जर्मनी में हाल्ले सभागृह में हुए आक्रमण के शिकार लोगों के लिए प्रार्थना की।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, बृहस्पतिवार, 10 अक्टूबर 2019 (रेई)˸ यहूदियों के पवित्र पर्व योम किप्पुर के दिन सभागृह में हुए आक्रमण में दो व्यक्तियों की मौत हो गयी और कई लोग घायल हो गये हैं।

गोली चलाने वाले की पहचान 27 वर्षीय "नेयो नाजी" स्तेफन बाल्लिएट के रूप में की गयी है जो सभागृह में घुसने का प्रयास कर रहा था जहाँ 70 लोग उपस्थित थे।

जर्मनी के आंतरिक मंत्री ने हमले के लिए "यहूदी विरोधी" प्रेरणाओं की पुष्टि की है। जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल ने बर्लिन में पीड़ितों की याद में जागरण में भाग लिया।

ब्रसेल्स में यूरोपीय संसद ने एक मिनट का मौन रखा, जबकि राजनीतिक और धार्मिक नेताओं ने यूरोप में यहूदी-विरोधीवाद के उदय का विरोध करने के लिए नए सिरे से प्रयास करने का आह्वान किया।

वाटिकन में, अमाजोन पर धर्मसभा की छटवीं बैठक के अंत में संत पापा ने पीड़ितों और उनके परिवारों के लिए प्रार्थना की।

इस हफ्ते की शुरुआत में, संत पापा ने रूश हसनह और योम किप्पुर के लिए रोम के यहूदी समुदाय को शुभकामनाएँ दी थीं।

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10 October 2019, 16:52