महाताजाना कार्य स्थल पर मजदूरों के लिए प्रार्थना करते संत पापा महाताजाना कार्य स्थल पर मजदूरों के लिए प्रार्थना करते संत पापा 

महाताज़ाना निर्माण स्थल पर श्रमिकों के लिए संत पापा की प्रार्थना

अकामासोवा समुदाय को सम्बोधित करने के पश्चात् संत पापा फ्राँसिस ने महाताज़ाना निर्माणस्थल पर श्रमिकों के लिए प्रार्थना की, जो पत्थरों को काटने और निर्माण का काम करते हैं।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

उन्होंने इस प्रकार प्रार्थना की-

हे पिता ईश्वर, स्वर्ग और पृथ्वी के सृष्टिकर्ता,

हमें इस स्थान पर भाई और बहन के रूप में एकत्र करने के लिए धन्यवाद।

मानव श्रम से इस चट्टान के टूटने से पहले,

हम सभी ओर के श्रमिकों के लिए प्रार्थना करते हैं।

हम उन लोगों के लिए प्रार्थना करते हैं जो अपने हाथों से काम करते

तथा कठोर शारीरिक श्रम करते हैं।

उनकी चिंता को शांत कर,

ताकि वे अपने बच्चों की देखभाल स्नेह से कर सकें,

उनके साथ खेल सकें।

उन्हें आध्यात्मिक शक्ति एवं शारीरित स्वास्थ्य प्रदान कर,

जिससे कि वे अपने कामों के भार से न दब जाएँ।

कृपा दे कि उनके कार्यों का परिणाम,

उनके परिवारों के लिए प्रतिष्ठित जीवन सुनिश्चित करे।

शाम को वे खुशी, सुख और उत्साह के साथ घर लौट सकें,

और एक साथ एक-दूसरे की नजरों में सच्ची खुशी पा सकें।

हमारा परिवार दैनिक रोजी-रोटी कमाने के आनन्द को महसूस कर सके।

यह आनन्द दूसरों के साथ रोटी बांटने के द्वारा पूर्ण हो जाए

हमारे बच्चे काम करने के लिए मजबूर न हों,

किन्तु स्कूल जाएं और पढ़ाई कर सकें,

उनके शिक्षक अपने कार्यों में पूर्ण रूप से समर्पित हों,

इसके अलावा दूसरे कामों को किये बिना बेहतर जीवन जी सकें।

न्याय के ईश्वर, मालिकों एवं व्यवस्थापकों के हृदयों को स्पर्श कर।

वे हर संभव प्रयास करें

कि मजदूरों को उचित वेतन मिल सके

तथा अपने मानव प्रतिष्ठा के सम्मान पूर्ण स्थिति का आनन्द ले सकें।

पिता, तेरी करूणा से उन लोगों पर दया कर जो बेरोजगार हैं।

बेरोजगारी जो सबसे अधिक दुर्दशा का कारण है,

हमारे समाज से समाप्त हो जाए,

सभी लोग अपने दैनिक रोजी-रोटी कमाने की प्रतिष्ठा को प्राप्त कर सकें,

तथा उसे अपने परिवार का भरण-पोषण करने के लिए घर ला सकें।

काम करने वालों के बीच सच्ची एकात्मता उत्पन्न कर।

एक-दूसरे का ध्यान रखना सीख सकें।

एक-दूसरे को प्रोत्साहन देना, कठिनाई में पड़े लोगों को सहायता देना

और गिरे हुए लोगों को उठाना।

उनके हृदय में घृणा, बदले की भावना न हो

या अन्याय के सामने कड़वाहट न हो।

वे एक बेहतर विश्व की आशा बनाये रख सकें

तथा अंत तक काम कर सकें।

एक साथ वे निर्माणात्मक रूप से अपने अधिकारों की रक्षा कर सकें।

ईश्वर हमारे पिता आपने संत जोसेफ को बनाया,

येसु के पालक पिता और कुँवारी मरियम के साहसी दुल्हे

विश्वभर के श्रमिकों के संरक्षक

मैं उन्हें यहाँ अकामासोवा में काम करने वाले सभी लोगों को समर्पित करता हूँ,

और उन सभी को जो मडागास्कर में काम करते हैं,

विशेषकर, उन लोगों को जो अनिश्चितता एवं कठिनाई महसूस करते हैं।

उन्हें आपके पुत्र के प्रेम में बनाये रख,

उनकी जीविका एवं आशा को पुष्ट कर। आमेन।

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08 September 2019, 16:12