एसोसिएशन ऑफ मेडिकल ऑन्कोलॉजी के सदस्यों के साथ संत पापा एसोसिएशन ऑफ मेडिकल ऑन्कोलॉजी के सदस्यों के साथ संत पापा 

एसोसिएशन ऑफ मेडिकल ऑन्कोलॉजी के सदस्यों को संत पापा का संदेश

संत पापा ने इटालियन एसोसिएशन ऑफ़ मेडिकल ऑन्कोलॉजी के सदस्यों कार्यों की प्रशंसा करते हुए येसु को अपनी जीवन यात्रा का साथी बनाने हेतु प्रेरित किया।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, सोमवार 2 सितम्बर 2019 (रेई) : संत पापा फ्राँसिस ने सोमवार 2 सितम्बर को वाटिकन के क्लेमेंटीन सभागार में इटालियन एसोसिएशन ऑफ मेडिकल ऑन्कोलॉजी (एआईओएम) के करीब 150 सदस्यों से मुलाकात की। संत पापा ने वहाँ उपस्थित सभी सदस्यों और कुछ मरीजों का अभिवादन करते हुए एसोसिएशन के अध्यक्ष को परिचय भाषण के लिए धन्यवाद दिया।  

रिश्तों को बनाए रखना

संत पापा ने उनके कार्यों की प्रशंसा करते हुए कहा कि सन् 1973 से, इटालियन एसोसिएशन ऑफ़ मेडिकल ऑन्कोलॉजी ने स्वास्थ्य क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, जो ऑन्कोलॉजी क्षेत्र में अनुसंधान और रोकथाम को प्रोत्साहित करने, निदान और उपचार में सुधार करने के लिए प्रयास करते हैं साथ ही डॉक्टरों और अन्य स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के प्रशिक्षण को अपडेट करते हैं। आपका एसोसिएशन लाभ के बिना, "प्रयोगात्मक और सामाजिक-कल्याण क्षेत्र में प्रगति को बढ़ावा देने के उद्देश्यों को दर्शाता है, जो विभिन्न विशेषज्ञता प्राप्त डॉक्टरों के बीच सक्रिय सहयोग को प्रस्तावित करता है। आप "रिश्तों को बढ़ावा" देने एवं "वैज्ञानिकों और सहयोगियों के बीच संबंध स्थापित" करने  के लिए प्रतिबद्ध हैं, वैज्ञानिक और स्वास्थ्य दुनिया के भीतर, प्राप्त लक्ष्यों और अनेक विषयों को साझा करने हेतु प्रोत्साहित करने की कोशिश करते हैं, पर अक्सर ज्ञान की ईर्ष्या लक्ष्य प्रप्ति में बाधा डालती है।

एक स्वस्थ वातावरण

संत पापा ने कहा कि सबकी भलाई के लिए रिश्तों को बनाने और बढ़ावा देने हेतु प्रतिबद्धता आवश्यक है। रोगियों के साथ संबंधों की देखभाल द्वारा, एआईओएम, एक शैली का प्रतिनिधित्व करता है,  जो विभाजन के बजाय एकजुट करती है और आज यह कुछ रोगियों का हमारे बीच मौजूदगी से प्रकट होता है। इस बैठक में एक साथ भाग लेने का विकल्प, कंधे से कंधा मिलाकर, एक मजबूत संदेश न केवल स्वास्थ्य की दुनिया के लिए बल्कि पूरे समाज के लिए एक शानदार संकेत का प्रतिनिधित्व करता है।

चिकित्सकों के आदर्श येसु

संत पापा ने उन्हें येसु को अपनी जीवन यात्रा का साथी बनाने हेतु प्रेरित करते हुए कहा, “बीमार, स्वास्थ्य प्रणाली और पूरे समाज के लिए आपकी प्रतिबद्धता में, मैं आपको हमेशा येसु के उदाहरण को ध्यान में रखने के लिए आमंत्रित करता हूँ, जो मानवता के सबसे बड़े शिक्षक हैं। वे बीमारों को प्यार के बंधन में बांधते, पीड़ा को सहन करने की शक्ति प्रदान करते हैं। प्रभु बीमारों को पिता ईश्वर से संबंध बनाये रखने की ताकत खोजने में मदद करते हैं। उन्होंने कहा कि निश्चित रुप से येसु आपके सहयोगी थे, पिता के द्वारा मानवता को चंगा करने के लिए भेजे गए चिकित्सक के रूप में भेजे गये थे। सभी को उन लोगों के करीब होने के लिए प्रेरित करते हैं जो पीड़ित  और कमजोर हैं।

अंत में संत पापा ने उनके कार्यों में ईश्वर की विशेष आशीष की कामना करते हुए उनहें माता मरियम के सिपुर्द किया। साथ ही अपनी प्रार्थना का आश्वासन देते हुए उन्हें विदा किया।

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02 September 2019, 16:12