जागरण समारोह में  सम्पूर्ण मडागास्कर से एकत्र हुए युवा. 07.09.2019 जागरण समारोह में सम्पूर्ण मडागास्कर से एकत्र हुए युवा. 07.09.2019 

मडागास्कर में युवाओं के आनन्दोसव में सन्त पापा फ्राँसिस

अन्तानानारिवो शहर के परिसर स्थित सोमानाद्राकीज़ेय धर्मप्रान्तीय मैदान में शनिवार को सन्त पापा फ्राँसिस का सन्देश सुनने मडागास्कर के लगभग एक लाख युवा एकत्र हुए।

जूलयट जेनेवीव क्रिस्टफर-वाटिकन सिटी

अन्तानानारिवो, रविवार, 8 सितम्बर 2019 (रेई, वाटिकन रेडियो): अन्तानानारिवो शहर के परिसर स्थित सोमानाद्राकीज़ेय धर्मप्रान्तीय मैदान में शनिवार को सन्त पापा फ्राँसिस का सन्देश सुनने मडागास्कर के लगभग एक लाख युवा एकत्र हुए। रोम से मडागास्कर पहुँचे काथलिक कलीसिया के शीर्ष सन्त पापा फ्राँसिस के स्वागत में गीतों, नृत्यों और संगीत से सारा वातावरण गूँज उठा।  

प्रार्थना जागरण समारोह

जागरण समारोह का शुभारम्भ दो युवाओं के साक्ष्यों से हुआ जिन्होंने सन्त पापा को कारावास प्रेरिताई एवं मिशन कार्यों के अनुभवों से अवगत कराया। साक्ष्यों के प्रत्युत्तर में सन्त पापा फ्रांसिस ने कहा, "दो युवाओं के जीवन्त विश्वास का साक्षात्कार करना कितना अच्छा है, नित्य आगे बढ़ते विश्वास के साथ साक्षात्कार!" उन्होंने कहा, "येसु के शिष्यों को शिथिल नहीं होना चाहिये, उन्हें नित्य आगे बढ़ते रहना चाहिये, इस विश्वास के साथ चलते चले जाना चाहिये कि प्रभु येसु ख़ुद उनके संग-संग हैं।"  

युवाओं का अति उत्साह देखते हुए सन्त पापा फ्राँसिस ने उनसे कहा कि उनका उल्लेखनीय आनन्द एवं उत्साह ग़लत नहीं था। हालांकि, आधिकारिक रूप से शनिवार सन्ध्या का समारोह युवाओं का प्रार्थना जागरण समारोह था किन्तु उन्हें गाते, बजाते, झूमते तथा ढोलक की ताल पर थिरकते देख तो ऐसा ही प्रतीत  हो रहा था कि वे किसी आनन्दमय पार्टी में शामिल थे।

आशा का दीप जलाये रखें

जागरण समारोह की समाप्ति पर बहुत से युवा 82 वर्षीय सन्त पापा फ्रांसिस की एक झलक पाने के लिये रंगमंच पर कूद पड़े मानों वे कोई रॉक स्टार हों। शनिवार के जागरण समारोह ने,  मडागास्कर में सन्त पापा फ्रांसिस की लोकप्रियता का दर्शन कराया, जहाँ की 35 प्रतिशत जनता काथलिक धर्मानुयायी है।

मडागास्कर के कोने-कोने से शनिवार को सोमानाद्राकीज़ेय धर्मप्रान्तीय मैदान में पहुँचे उत्साह एवं उमंग से भरे युवाओं से सन्त पापा ने कहा, "इस खूबसूरत द्वीप के हर कोने से यहाँ आने के लिये प्रिय युवाओ, आपको हार्दिक धन्यवाद, मैं जानता हूं कि आपमें से कईयों को यहां पहुँचने के लिये अथक प्रयास करना पड़ा किन्तु मुशकिलों के बावजूद आप यहाँ उपस्थित हैं। इतने उत्साह और उमंग के साथ गाये गये आपके गीतों एवं पारम्परिक नृत्यों के लिये धन्यवाद!"

युवाओं से सन्त पापा फ्राँसिस ने आग्रह किया कि सामाजिक अन्याय, बेरोज़गारी एवं शिक्षा के अवसरों के अभाव के बावजूद वे आशा का दीप जलाये रखें।

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08 September 2019, 11:24