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अन्तानारिवो के सोमानाद्राकीज़ेय मैदान में धूल भरे तूफान का दृश्य, 08.09.2019 अन्तानारिवो के सोमानाद्राकीज़ेय मैदान में धूल भरे तूफान का दृश्य, 08.09.2019 

प्राकृतिक संसाधनों के शोषण की सन्त पापा फ्राँसिस ने की निन्दा

हिन्द महासागर राष्ट्र मडागास्कर में अपनी यात्रा की शुरुआत करते हुए शनिवार को सन्त पापा फ्राँसिस ने मडागास्कर में वनों की अवैध कटाई एवं दोहन से होनेवाले प्राकृतिक संसाधनों के विनाश की कड़ी निन्दा की

जूलयट जेनेवीव क्रिस्टफर-वाटिकन सिटी

अन्तानानारिवो, रविवार, 8 सितम्बर 2019 (रेई, वाटिकन रेडियो):  हिन्द महासागर राष्ट्र मडागास्कर में अपनी यात्रा की शुरुआत करते हुए शनिवार को सन्त पापा फ्राँसिस ने मडागास्कर में वनों की अवैध कटाई एवं दोहन से होनेवाले प्राकृतिक संसाधनों के विनाश की कड़ी निन्दा की तथा सरकार से आग्रह किया कि वह भ्रष्टाचार का डटकर सामना करे जो इस द्वीप के परिस्थितिकी तंत्र को नष्ट कर रहा है तथा इसके लोगों को "अमानवीय गरीबी" के लिये बाध्य कर रहा है।  

मडागास्कर में

दक्षिणी अफ्रीका के मोज़ाम्बिक, मडागास्कर एवं मोरिशियुस में अपनी छः दिवसीय प्रेरितिक यात्रा के दूसरे चरण में विश्वव्यापी काथलिक कलीसिया के परमधर्मगुरु इस समय मडागास्कर में हैं। इटली से बाहर उनकी यह 31 वीं तथा अफ्रीका के उपसहारा क्षेत्र में दूसरी प्रेरितिक यात्रा है। शनिवार को सन्त पापा ने मडागास्कार की राजधानी अन्तानानारिवो में राष्ट्रपति सहित सरकारी उच्चाधिकारियों, देश में सेवारत कूटनीतिज्ञों, राजनीतिज्ञों एवं नागर समाज के नेताओं को सम्बोधित करने के अलावा कारमेल मठवासी धर्मबहनों तथा राष्ट्र के काथलिक धर्माध्यक्षों से भी मुलाकात कर उन्हें अपना सन्देश प्रदान किया था।

आय के वैकल्पिक स्रोतों को खोज़ें

मडागास्कर के राष्ट्रपति आन्द्री राजोलीना का सन्त पापा फ्राँसिस ने आह्वान किया कि वे मडागास्कर के लोगों को नौकरियाँ तथा आय के वैकल्पिक स्रोत प्रदान करें ताकि वे उपजाऊ ज़मीन की खोज हेतु वनों की कटाई, वन्य जीवन के दोहन, विविध वनस्पतियों, जीवों एवं खनिजों के अवैध निर्यात के लिये बाध्य न होवें।

मडागास्कर प्राकृतिक संसाधनों से समृद्ध राष्ट्र है तथापि, यह विश्व के सर्वाधिक निर्धनतम देशों में से एक है, जहाँ की 75 प्रतिशत जनता दो डॉलर प्रतिदिन की दर पर जीवन यापन करती है। पर्यावरण समूहों और ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल बहुत लंबे समय से मडागास्कर में रोज़वुड यानि शीशम के जंगलों की अवैध कटाई के प्रति चिन्ता व्यक्त करते रहे हैं। भ्रष्टाचार ने जंगलों की कटाई और हाथीदाँत के अवैध व्यापार को प्रश्रय दिया है तथा आम जनता को ग़रीबी रेखा से नीचे जीवन यापन के लिये बाध्य किया है।   

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08 September 2019, 11:10